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OBO लाइव तरही मुशायरा (344)

Discussions Replies Latest Activity

प्रधान संपादक

"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २३ में सम्मिलित सभी ग़ज़लें (चिन्हित बेबहर मिसरों के साथ)

लाल रंग से चिन्हित शेअर/मिसरे बेबहर हैं नीले रंग से चिन्हित शेअर/मिसरे ऐब युक्त हैं ------------------------------------------------------…

Started by योगराज प्रभाकर

108 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २२ सभी ग़ज़लें एक साथ

(श्री तिलक राज कपूर जी)  सज्‍़दे में जो झुके हैं तेरे कर्ज़दार है दीदार को तेरे ये बहुत बेकरार हैं। मेरे खि़लाफ़ जंग में अपने शुमार हैं हम…

Started by Admin

26 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

सदस्य टीम प्रबंधन

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - २०(सभी प्रविष्टियाँ एक साथ)

जनाब एहतराम इस्लाम  (मूल गज़ल)   अबके किस्मत आपकी चमकी नहीं तो क्या हुआ ऐश कीजे, धन तो है, कुर्सी नहीं तो क्या हुआ   आदमी का खून तो मिलने…

Started by Rana Pratap Singh

21 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

सदस्य टीम प्रबंधन

ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक १९-सभी प्रविष्टियाँ एक साथ

मिलती है ख़ूए-यार[1] से नार[2] इल्तिहाब[3] में  काफ़िर हूँ गर न मिलती हो राहत अ़ज़ाब[4] में  कब से हूँ क्या बताऊँ जहां-ए-ख़राब में  शब-हा…

Started by Rana Pratap Singh

7 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

सदस्य टीम प्रबंधन

ओबीओ तरही मुशायरा अंक - १७ की सभी प्रविष्टियाँ (ग़ज़लें) संग्रहीत

सद्यः समाप्त हुए तरही-मुशायरा के अंक - 17 की सभी ग़ज़लों / ग़ज़लुमा रचनाओं और एक रुबाई को एक स्थान पर संग्रहीत कर पाठकों की सुविधा के लिये प्र…

Started by Saurabh Pandey

6 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

प्रधान संपादक

"ओबीओ लाईव तरही मुशायरा" अंक १६ में सम्मिलित सभी रचनाएँ

  //श्री राजेंद्र स्वर्णकार जी//       (१)   ज़िंदगी साज़ भी है , साज़ बजा कर देखो अपना  ग़म भूल के औरों को हंसा कर देखो      जलते दीयों…

Started by योगराज प्रभाकर

17 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

मुख्य प्रबंधक

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक १५ की सभी प्रस्तुतियां एक जगह...

श्री शेषधर तिवारी (१) दिल हमारा आज का अखबार होना चाहिए इश्क है तो इश्क का इजहार होना चाहिये इश्क हो या मुश्क, ये हर हाल में होता अयाँ खेल…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

31 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

प्रधान संपादक

"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१५ का लेखा जोखा

आदरणीय साथियो सादर वन्दे !ओबीओ के मंच पर २८ सितम्बर से ३० सितम्बर २०११ तक आयोजित "ओबीओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१५ के संचालन का ज़िम्मा श्री र…

Started by योगराज प्रभाकर

8 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

प्रधान संपादक

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-१४ में शामिल सभी ग़ज़लें

(आचार्य श्री संजीव "सलिल" जी) (१)मेहरबानी हो रही है मेहरबान की.हम मर गए तो फ़िक्र हुई उन्हें जान की..अफवाह जो उडी उसी को मानते हैं सच.खुद ल…

Started by योगराज प्रभाकर

94 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

प्रधान संपादक

ओबीओ लाइव तरही मुशायरा अंक-१३ में शामिल ग़ज़लें

(श्री अम्बरीष श्रीवास्तव जी)  सभी में पुरानी अदावत मिटा दें, चलो जिन्दगी को मोहब्बत बना दें.   नसीबी हमारी जो घर आप आये, चलो आज साथी मोहब्…

Started by योगराज प्रभाकर

24 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 166 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
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Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
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'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ पचपनवाँ आयोजन है.…See More
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"तकनीकी कारणों से साइट खुलने में व्यवधान को देखते हुए आयोजन अवधि आज दिनांक 15.04.24 को रात्रि 12 बजे…"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बहुत बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय समर कबीर जी हार्दिक धन्यवाद आपका। बहुत बहुत आभार।"
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जय- पराजय ः गीतिका छंद जय पराजय कुछ नहीं बस, आँकड़ो का मेल है । आड़ ..लेकर ..दूसरों.. की़, जीतने…"
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Samar kabeer replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जनाब मिथिलेश वामनकर जी आदाब, उम्द: रचना हुई है, बधाई स्वीकार करें ।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर posted a blog post

ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना

याद कर इतना न दिल कमजोर करनाआऊंगा तब खूब जी भर बोर करना।मुख्तसर सी बात है लेकिन जरूरीकह दूं मैं, बस…See More
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
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