All Discussions Tagged 'utpeedan' - Open Books Online2024-03-28T10:13:56Zhttp://openbooksonline.com/forum/topic/listForTag?tag=utpeedan&feed=yes&xn_auth=noविचार-विमर्श नारी प्रताड़ना का दंड? संजीव 'सलिल'tag:openbooksonline.com,2012-12-19:5170231:Topic:3021442012-12-19T14:58:24.505Zsanjiv verma 'salil'http://openbooksonline.com/profile/sanjivvermasalil
<p><br></br>विचार-विमर्श <br></br>नारी प्रताड़ना का दंड?<br></br>संजीव 'सलिल'<br></br>*<br></br>दिल्ली ही नहीं अन्यत्र भी भारत हो या अन्य विकसित, विकासशील या पिछड़े देश, भाषा-भूषा, धर्म, मजहब, आर्थिक स्तर, शैक्षणिक स्तर, वैज्ञानिक उन्नति या अवनति सभी जगह नारी उत्पीडन एक सा है. कहीं चर्चा में आता है, कहीं नहीं किन्तु इस समस्या से मुक्त कोई देश या समाज नहीं है. <br></br><br></br>फतवा हो या धर्मादेश अथवा कानून नारी से अपेक्षाएं और उस पर प्रतिबन्ध नर की तुलना में अधिक है. एक दृष्टिकोण 'जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुडिया, कुछ…</p>
<p><br/>विचार-विमर्श <br/>नारी प्रताड़ना का दंड?<br/>संजीव 'सलिल'<br/>*<br/>दिल्ली ही नहीं अन्यत्र भी भारत हो या अन्य विकसित, विकासशील या पिछड़े देश, भाषा-भूषा, धर्म, मजहब, आर्थिक स्तर, शैक्षणिक स्तर, वैज्ञानिक उन्नति या अवनति सभी जगह नारी उत्पीडन एक सा है. कहीं चर्चा में आता है, कहीं नहीं किन्तु इस समस्या से मुक्त कोई देश या समाज नहीं है. <br/><br/>फतवा हो या धर्मादेश अथवा कानून नारी से अपेक्षाएं और उस पर प्रतिबन्ध नर की तुलना में अधिक है. एक दृष्टिकोण 'जवान हो या बुढ़िया या नन्हीं सी गुडिया, कुछ भी हो औरत ज़हर की है पुड़िया' कहकर भड़ास निकलता है तो दूसरा नारी संबंधों को लेकर गाली देता है. <br/><br/>यही समाज नारी को देवी कहकर पूजता है यही उसे भोगना अपना अधिकार मानता है. <br/><br/>'नारी ने जनम दिया मर्दों को, मर्दों ने उसे बाज़ार दिया' यदि मात्र यही सच है तो 'एक नहीं दो-दो मात्राएँ नर से भारी नारी' कहनेवाला पुरुष आजीवन माँ, बहन, भाभी, बीबी या कन्या के स्नेहानुशासन में इतना क्यों बंध जाता है 'जोरू का गुलाम कहलाने लगता है. <br/><br/>स्त्री-पीड़ित पुरुषों की व्यथा-कथा भी विचारणीय है. <br/><br/>घर में स्त्री को सम्मान की दृष्टि से देखनेवाला युअव अकेली स्त्री को देखते ही भोगने के लिए लालायित क्यों हो जाता है? <br/><br/>ऐसे घटनाओं के अपराधी को दंड क्या और कैसे दिया जाए. इन बिन्दुओं पर विचार-विमर्श आवश्यक प्रतीत होता है. आपका स्वागत है.</p>