"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-108 - Open Books Online2024-03-29T15:54:38Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/108?commentId=5170231%3AComment%3A986405&xg_source=activity&feed=yes&xn_auth=no"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा" अंक…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9865832019-06-28T18:29:06.569ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा" अंक 108 को सफ़ल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p>
<p>"ओबीओ लाइव तरही मुशायरा" अंक 108 को सफ़ल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों और पाठकों का हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</p> //कैसे कर सकते हैं इसको
उसकी…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9865012019-06-28T16:49:05.160ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p></p>
<p>//कैसे कर सकते हैं इसको</p>
<p>उसकी गलियों से मैं जब भी कभी बच कर निकला।।//</p>
<p>ये ठीक है ।</p>
<p></p>
<p>//ख्वाब में मात्राएं १२२ कर सकते हैं क्या?//</p>
<p>नहीं कर सकते,"ख़्वाब" शब्द का वज़्न 21 लिया जाता है ।</p>
<p></p>
<p></p>
<p>//कैसे कर सकते हैं इसको</p>
<p>उसकी गलियों से मैं जब भी कभी बच कर निकला।।//</p>
<p>ये ठीक है ।</p>
<p></p>
<p>//ख्वाब में मात्राएं १२२ कर सकते हैं क्या?//</p>
<p>नहीं कर सकते,"ख़्वाब" शब्द का वज़्न 21 लिया जाता है ।</p>
<p></p> आदरणीय मुनीश जी हौसला अफजाई…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9867392019-06-28T16:47:19.985ZAmit Kumar "Amit"http://openbooksonline.com/profile/AmitKumar568
<p> आदरणीय मुनीश जी हौसला अफजाई के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद</p>
<p> आदरणीय मुनीश जी हौसला अफजाई के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद</p> आदरणीय अजय गुप्ता जी बहुत अच…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9865822019-06-28T16:36:16.924Zmunish tanhahttp://openbooksonline.com/profile/munishtanha
<p><span>आदरणीय अजय गुप्ता जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई क़ुबूल कीजिए </span></p>
<p><span>आदरणीय अजय गुप्ता जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई क़ुबूल कीजिए </span></p> आदरणीय तस्दीक़ अहमद जी ग़ज़ल का…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9866742019-06-28T16:35:17.527Zmunish tanhahttp://openbooksonline.com/profile/munishtanha
<p>आदरणीय <span>तस्दीक़ अहमद जी ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है बधाई कुबूल कीजिए </span></p>
<p>आदरणीय <span>तस्दीक़ अहमद जी ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है बधाई कुबूल कीजिए </span></p> आदरणीय अमित जी अच्छी ग़ज़ल कही…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9867382019-06-28T16:34:15.664Zmunish tanhahttp://openbooksonline.com/profile/munishtanha
<p><span>आदरणीय अमित जी अच्छी ग़ज़ल कही अपने बधाई क़ुबूल कीजिए </span></p>
<p><span>आदरणीय अमित जी अच्छी ग़ज़ल कही अपने बधाई क़ुबूल कीजिए </span></p> जनाब रवि साहिब, बहुत ही उम्दा…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9865812019-06-28T16:22:05.339ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब रवि साहिब, बहुत ही उम्दा गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p>
<p>जनाब रवि साहिब, बहुत ही उम्दा गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p> जनाब बासु देव साहिब, अच्छी गज…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9865802019-06-28T16:20:07.247ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब बासु देव साहिब, अच्छी गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p>
<p>जनाब बासु देव साहिब, अच्छी गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p> जनाब अरुण कुमार साहिब, अच्छी…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9865792019-06-28T16:18:47.744ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब अरुण कुमार साहिब, अच्छी गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p>
<p>जनाब अरुण कुमार साहिब, अच्छी गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p> जनाब राज साहिब, अच्छी गज़ल हु…tag:openbooksonline.com,2019-06-28:5170231:Comment:9866732019-06-28T16:17:07.701ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब राज साहिब, अच्छी गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p>
<p>शेर 7 और 10 की बह्र देख लीजिए l</p>
<p>जनाब राज साहिब, अच्छी गज़ल हुई है मुबारकबाद कुबूल फरमाएं </p>
<p>शेर 7 और 10 की बह्र देख लीजिए l</p>