"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-119 - Open Books Online2024-03-29T15:56:09Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/119?commentId=5170231%3AComment%3A1008098&xg_source=activity&feed=yes&xn_auth=noअनीस भाई अच्छी गज़ल कही आपने म…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10082612020-05-23T18:42:38.267Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>अनीस भाई अच्छी गज़ल कही आपने मुबारकबाद ...</p>
<p>अनीस भाई अच्छी गज़ल कही आपने मुबारकबाद ...</p> उर्दू शाइरी में 'न' को 1 पर ह…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10081692020-05-23T18:39:18.494ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>उर्दू शाइरी में 'न' को 1 पर ही लिया जाता है,मिसाल के तौर पर फ़राज़ से मिलता जुलता इसी बह्र का मिसरा देखें:-</p>
<p>'हालांकि एक लफ़्ज़ किसी से कहा न था'</p>
<p>उम्मीद है आप समझ गए होंगे ।</p>
<p>उर्दू शाइरी में 'न' को 1 पर ही लिया जाता है,मिसाल के तौर पर फ़राज़ से मिलता जुलता इसी बह्र का मिसरा देखें:-</p>
<p>'हालांकि एक लफ़्ज़ किसी से कहा न था'</p>
<p>उम्मीद है आप समझ गए होंगे ।</p> वाह अमीर साहब बेहतरीन गज़ल हुय…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10082602020-05-23T18:38:09.161Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>वाह अमीर साहब बेहतरीन गज़ल हुयी मुबारकबाद आपको </p>
<p>वाह अमीर साहब बेहतरीन गज़ल हुयी मुबारकबाद आपको </p> कितनी दफ़ा बतायें सबब हादसे का…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10081682020-05-23T18:34:15.914Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>कितनी दफ़ा बतायें सबब हादसे का हम</p>
<p>अब छोड़िए भी, क़िस्सा पुराना बहुत हुआ।</p>
<p></p>
<p>ऐ हुक्मराँ न और सितम कर अवाम पर</p>
<p>हम बेकसों के दिल को दुखाना बहुत हुआ।</p>
<p>उम्दा अशआर के लिए बधाई आदरणीय </p>
<p>कितनी दफ़ा बतायें सबब हादसे का हम</p>
<p>अब छोड़िए भी, क़िस्सा पुराना बहुत हुआ।</p>
<p></p>
<p>ऐ हुक्मराँ न और सितम कर अवाम पर</p>
<p>हम बेकसों के दिल को दुखाना बहुत हुआ।</p>
<p>उम्दा अशआर के लिए बधाई आदरणीय </p> अच्छी गज़ल हुयी आदरणीया राजेश…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10082592020-05-23T18:30:03.089Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>अच्छी गज़ल हुयी आदरणीया राजेश कुमारी जी बधाई स्वीकारें ।</p>
<p>अच्छी गज़ल हुयी आदरणीया राजेश कुमारी जी बधाई स्वीकारें ।</p> "ओ बी ओ लाइव तरही मुशाइर:"-अं…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10084132020-05-23T18:26:48.822ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p><strong>"ओ बी ओ लाइव तरही मुशाइर:"-अंक-119 को सफ़ल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों व पाठकोंका हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</strong></p>
<p><strong>"ओ बी ओ लाइव तरही मुशाइर:"-अंक-119 को सफ़ल बनाने के लिए सभी ग़ज़लकारों व पाठकोंका हार्दिक आभार व धन्यवाद ।</strong></p> दूसरी पंक्ति में बदलाव की ज़रू…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10081672020-05-23T18:12:47.126ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>दूसरी पंक्ति में बदलाव की ज़रूरत नहीं होगी ।</p>
<p>दूसरी पंक्ति में बदलाव की ज़रूरत नहीं होगी ।</p> जनाब अजय गुप्ता जी ग़ज़ल के लि…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10082582020-05-23T17:54:44.975ZMd. Anis armanhttp://openbooksonline.com/profile/Mdanissheikh
<p>जनाब अजय गुप्ता जी ग़ज़ल के लिए बहुत-बहुत बधाई अच्छी ग़ज़ल हुई है</p>
<p>जनाब अजय गुप्ता जी ग़ज़ल के लिए बहुत-बहुत बधाई अच्छी ग़ज़ल हुई है</p> आदरणीय दंडपाणि नाहक जी ,आपका…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10081662020-05-23T17:54:24.774ZGanga Dhar Sharma 'Hindustan'http://openbooksonline.com/profile/GangaDharSharmaHindustan
<p>आदरणीय दंडपाणि नाहक जी ,आपका हार्दिक धन्यवाद...</p>
<p>आदरणीय दंडपाणि नाहक जी ,आपका हार्दिक धन्यवाद...</p> जनाब मुनीश तन्हा जी ग़ज़ल तक आन…tag:openbooksonline.com,2020-05-23:5170231:Comment:10082572020-05-23T17:53:13.309ZMd. Anis armanhttp://openbooksonline.com/profile/Mdanissheikh
<p>जनाब मुनीश तन्हा जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया </p>
<p>जनाब मुनीश तन्हा जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया </p>