"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-123 - Open Books Online2024-03-29T00:51:56Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/123-2?commentId=5170231%3AComment%3A1041591&feed=yes&xn_auth=noनई सुबह
खुशियाँ सँग लाती
परी…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10417982021-01-10T18:19:23.556ZKALPANA BHATT ('रौनक़')http://openbooksonline.com/profile/KALPANABHATT832
<p>नई सुबह</p>
<p>खुशियाँ सँग लाती</p>
<p>परी लगती </p>
<p></p>
<p>नई सुबह</p>
<p>खुशहाली महके</p>
<p>स्वप्न से लगे</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>चिड़िया चहकती </p>
<p>अम्बर देखे</p>
<p></p>
<p>नई सुबह</p>
<p>इंतज़ार करता </p>
<p>बाग का माली</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>निशा से न डरती </p>
<p>रोज है आती </p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>इतिहास बनती </p>
<p>ज़ुल्म से मुक्ति</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>नव सन्देश सँग </p>
<p>दस्तक देती</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>अविजयी घोषणा</p>
<p>पताका…</p>
<p>नई सुबह</p>
<p>खुशियाँ सँग लाती</p>
<p>परी लगती </p>
<p></p>
<p>नई सुबह</p>
<p>खुशहाली महके</p>
<p>स्वप्न से लगे</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>चिड़िया चहकती </p>
<p>अम्बर देखे</p>
<p></p>
<p>नई सुबह</p>
<p>इंतज़ार करता </p>
<p>बाग का माली</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>निशा से न डरती </p>
<p>रोज है आती </p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>इतिहास बनती </p>
<p>ज़ुल्म से मुक्ति</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>नव सन्देश सँग </p>
<p>दस्तक देती</p>
<p></p>
<p>नई सुबह </p>
<p>अविजयी घोषणा</p>
<p>पताका फेरे</p>
<p></p>
<p>नई सुबह</p>
<p>कोपल अधरों से </p>
<p>हँसती रहे</p>
<p></p>
<p>मौलिक एवं अप्रकाशित</p>
<p></p>
<p></p>
<p></p> प्रदत्त विषय पर सुन्दर छंद ब…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10417862021-01-10T10:24:55.270Zpratibha pandehttp://openbooksonline.com/profile/pratibhapande
<p>प्रदत्त विषय पर सुन्दर छंद बद्ध रचना। हार्दिक बधाई आदरणीय डाॅ छोटेलाल सिंह जी</p>
<p>प्रदत्त विषय पर सुन्दर छंद बद्ध रचना। हार्दिक बधाई आदरणीय डाॅ छोटेलाल सिंह जी</p> हार्दिक आभार आदरणीय डाॅ छोटेल…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10418592021-01-10T10:20:40.771Zpratibha pandehttp://openbooksonline.com/profile/pratibhapande
<p>हार्दिक आभार आदरणीय डाॅ छोटेलाल सिंह जी</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय डाॅ छोटेलाल सिंह जी</p> आ. भाई छोटेलाल जी, सादर अभिवा…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10416782021-01-10T08:40:26.009Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई छोटेलाल जी, सादर अभिवादन । दोहों पर उपस्थिति व स्नेह के लिए आभार।</p>
<p>आ. भाई छोटेलाल जी, सादर अभिवादन । दोहों पर उपस्थिति व स्नेह के लिए आभार।</p> आ. भाई छोटलाल जी, सादर अभिवाद…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10416772021-01-10T07:40:38.379Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई छोटलाल जी, सादर अभिवादन । प्रदत्त विषय पर उत्तम रचना हुई है । ढेरों हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई छोटलाल जी, सादर अभिवादन । प्रदत्त विषय पर उत्तम रचना हुई है । ढेरों हार्दिक बधाई ।</p> नयी उमंगें नयी तरंगे, दिल में…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10417812021-01-10T07:32:18.543ZDayaram Methanihttp://openbooksonline.com/profile/DayaramMethani
<p><span>नयी उमंगें नयी तरंगे, दिल में सदा जगाओ</span><br/><span>निखिल विश्व मंगलमय होवे, नई चेतना लाओ.............अति सुंदर सृजन के लिए आदरणीय डॉ छोटेलाल सिंह जी हार्दिक बधाई स्वीकार करें।</span></p>
<p><span>नयी उमंगें नयी तरंगे, दिल में सदा जगाओ</span><br/><span>निखिल विश्व मंगलमय होवे, नई चेतना लाओ.............अति सुंदर सृजन के लिए आदरणीय डॉ छोटेलाल सिंह जी हार्दिक बधाई स्वीकार करें।</span></p> आदरणीय डॉ छोटेलाल सिंह जी, …tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10416762021-01-10T07:27:52.040ZDayaram Methanihttp://openbooksonline.com/profile/DayaramMethani
<p>आदरणीय डॉ छोटेलाल सिंह<a href="http://openbooksonline.com/forum/topic/listForContributor?user=20ch7d01r75yx" class="fn url"></a> जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार।</p>
<p></p>
<p>आदरणीय डॉ छोटेलाल सिंह<a href="http://openbooksonline.com/forum/topic/listForContributor?user=20ch7d01r75yx" class="fn url"></a> जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार।</p>
<p></p> नई सुबह
नई सुबह लेकर आयी है,…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10419082021-01-10T04:58:45.355Zडॉ छोटेलाल सिंहhttp://openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx
<p>नई सुबह</p>
<p></p>
<p>नई सुबह लेकर आयी है, जीवन में खुशहाली<br></br>दीपित हो विस्तीर्ण जगत ये, झूम रही हर डाली<br></br>अमल-कमल दल सुरभित होते, दिनकर के आने से<br></br>हास-हुलास मधुप सब करते, गुन- गुन-गुन गाने से</p>
<p></p>
<p>अवनि और अम्बर चहुँ दिशि में, अमंद किरणें छायीं<br></br>नव पराग नित भरकर कलियाँ, रस छलकाने आयीं<br></br>नभ में यत्र-तत्र घन-शावक, शोभित अरुणाई से<br></br>चमक उठे भगवान भास्कर, अपनी तरुणाई से</p>
<p></p>
<p>खग-मृग मीठे बोल सुनाकर, जीवन को हर्षाते<br></br>नव किसलय उत्फुल्ल प्रभा से, मधुमय जगत…</p>
<p>नई सुबह</p>
<p></p>
<p>नई सुबह लेकर आयी है, जीवन में खुशहाली<br/>दीपित हो विस्तीर्ण जगत ये, झूम रही हर डाली<br/>अमल-कमल दल सुरभित होते, दिनकर के आने से<br/>हास-हुलास मधुप सब करते, गुन- गुन-गुन गाने से</p>
<p></p>
<p>अवनि और अम्बर चहुँ दिशि में, अमंद किरणें छायीं<br/>नव पराग नित भरकर कलियाँ, रस छलकाने आयीं<br/>नभ में यत्र-तत्र घन-शावक, शोभित अरुणाई से<br/>चमक उठे भगवान भास्कर, अपनी तरुणाई से</p>
<p></p>
<p>खग-मृग मीठे बोल सुनाकर, जीवन को हर्षाते<br/>नव किसलय उत्फुल्ल प्रभा से, मधुमय जगत बनाते<br/>नव्य-मधुर-मनमोहक बेला, मन उल्लास जगाती<br/>अपनापन ले नई सुबह नित, सबको राह दिखाती</p>
<p></p>
<p>नहीं अकिंचनता लक्षित हो, जीवन के कोने में<br/>हिमजल हास नहीं खो देना, हरपल ही सोने में<br/>नयी उमंगें नयी तरंगे, दिल में सदा जगाओ<br/>निखिल विश्व मंगलमय होवे, नई चेतना लाओ</p>
<p></p>
<p>मौलिक एवं अप्रकाशित</p> आदरणीय दयाराम मथानी जी सादर अ…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10417762021-01-10T04:55:01.455Zडॉ छोटेलाल सिंहhttp://openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx
<p>आदरणीय दयाराम मथानी जी सादर अभिवादन एक से बढ़कर एक शानदार मुक्तक पढ़कर मन आह्लादित हुआ सादर बधाई कुबूल कीजिए</p>
<p>आदरणीय दयाराम मथानी जी सादर अभिवादन एक से बढ़कर एक शानदार मुक्तक पढ़कर मन आह्लादित हुआ सादर बधाई कुबूल कीजिए</p> आदरणीया प्रतिभा पंडे जी सादर…tag:openbooksonline.com,2021-01-10:5170231:Comment:10417752021-01-10T04:52:35.386Zडॉ छोटेलाल सिंहhttp://openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx
<p>आदरणीया प्रतिभा पंडे जी सादर प्रणाम बहुत ही आकर्षक मुक्तक जीवन्त भाव वाह बधाई कुबूल कीजिए</p>
<p>आदरणीया प्रतिभा पंडे जी सादर प्रणाम बहुत ही आकर्षक मुक्तक जीवन्त भाव वाह बधाई कुबूल कीजिए</p>