ओबीओ भोपाल की त्रैमासिक साहित्यिक संगोष्ठी (16 अप्रैल 2017) - Open Books Online2024-03-28T14:31:17Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/16-2017?feed=yes&xn_auth=noओबीओ परिवार को सादर नमन ।tag:openbooksonline.com,2017-05-11:5170231:Comment:8556572017-05-11T08:44:44.827ZKALPANA BHATT ('रौनक़')http://openbooksonline.com/profile/KALPANABHATT832
ओबीओ परिवार को सादर नमन ।
ओबीओ परिवार को सादर नमन । आदरणीय सर आप भी भोपाल आयें ।…tag:openbooksonline.com,2017-05-11:5170231:Comment:8557322017-05-11T08:12:34.535ZKALPANA BHATT ('रौनक़')http://openbooksonline.com/profile/KALPANABHATT832
आदरणीय सर आप भी भोपाल आयें । सादर
आदरणीय सर आप भी भोपाल आयें । सादर ओ बी ओ परिवार को बहुत बहुत बध…tag:openbooksonline.com,2017-05-11:5170231:Comment:8558112017-05-11T07:39:54.615ZNita Kasarhttp://openbooksonline.com/profile/NitaKasar
ओ बी ओ परिवार को बहुत बहुत बधाईयां व शुभकामनायें ।
ओ बी ओ परिवार को बहुत बहुत बधाईयां व शुभकामनायें । संयोजकों को बहुत बहुत बधाई ।…tag:openbooksonline.com,2017-05-06:5170231:Comment:8545772017-05-06T11:05:42.984ZRavi Prabhakarhttp://openbooksonline.com/profile/RaviPrabhakar
<p>संयोजकों को बहुत बहुत बधाई । ऐसी संगोष्ठियां होती रहनी चाहिए इनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है। आदरणीय मिथिलेश भाई जी व समस्त टीम को सफल आयोजन हेतु बधाईयां , सचित्र व विस्तृत रिर्पोट पढ़कर ऐसा लगा कि मैं भी इस संगोष्ठी में शामिल था। ओबीओ ज़िन्दाबाद ।</p>
<p>संयोजकों को बहुत बहुत बधाई । ऐसी संगोष्ठियां होती रहनी चाहिए इनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है। आदरणीय मिथिलेश भाई जी व समस्त टीम को सफल आयोजन हेतु बधाईयां , सचित्र व विस्तृत रिर्पोट पढ़कर ऐसा लगा कि मैं भी इस संगोष्ठी में शामिल था। ओबीओ ज़िन्दाबाद ।</p>