ओ बी ओ लखनऊ चैप्टर की साहित्य संध्या /काव्य गोष्ठी माह अक्टूबर 2015 पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट - Open Books Online2024-03-28T21:56:51Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/2015-4?commentId=5170231%3AComment%3A707285&x=1&feed=yes&xn_auth=noआ० सौरभ जी , आपकी उत्साहवर्धक…tag:openbooksonline.com,2015-10-18:5170231:Comment:7072852015-10-18T06:57:37.360Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttp://openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
<p>आ० सौरभ जी , आपकी उत्साहवर्धक प्रतिक्रया से हम प्रेरणा ग्रहण करते हैं . आप भी हमारे चैप्टर के सदस्य हैं . आपकी सहभागिता से हम गौरवान्वित होंगे , यदि आप कभी समय निकाल सकें . सादर.</p>
<p>आ० सौरभ जी , आपकी उत्साहवर्धक प्रतिक्रया से हम प्रेरणा ग्रहण करते हैं . आप भी हमारे चैप्टर के सदस्य हैं . आपकी सहभागिता से हम गौरवान्वित होंगे , यदि आप कभी समय निकाल सकें . सादर.</p> जिस तरह से ओबीओ का लखनऊ चैप्ट…tag:openbooksonline.com,2015-10-15:5170231:Comment:7063972015-10-15T17:14:03.985ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>जिस तरह से ओबीओ का लखनऊ चैप्टर अपना मासिक आयोजन करता है वह उत्साह और आशा के साथ-साथ हमसभी के लिए प्रेरणा का भी कारण होता है. समुचित संसाधनों से काव्य-संदेशों की भावाभिव्यक्ति सम्मान के भाव जगाती है. </p>
<p>इस बार की गोष्ठी आदरणीय गोपाल नारायनजी के आवास पर सम्पन्न हुई यह जानकर बड़ा ही अच्छा लगा. गोष्ठी को सोत्साह सम्पन्न कराने के लिए भाई मनोजजी, शरदिन्दुजी के साथ ब्रह्मचारी जी, केवल प्रसादजी तथा आहत लखनवी जी को हार्दिक बधाइयाँ. </p>
<p>शुभेच्छाएँ</p>
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<p>जिस तरह से ओबीओ का लखनऊ चैप्टर अपना मासिक आयोजन करता है वह उत्साह और आशा के साथ-साथ हमसभी के लिए प्रेरणा का भी कारण होता है. समुचित संसाधनों से काव्य-संदेशों की भावाभिव्यक्ति सम्मान के भाव जगाती है. </p>
<p>इस बार की गोष्ठी आदरणीय गोपाल नारायनजी के आवास पर सम्पन्न हुई यह जानकर बड़ा ही अच्छा लगा. गोष्ठी को सोत्साह सम्पन्न कराने के लिए भाई मनोजजी, शरदिन्दुजी के साथ ब्रह्मचारी जी, केवल प्रसादजी तथा आहत लखनवी जी को हार्दिक बधाइयाँ. </p>
<p>शुभेच्छाएँ</p>
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