ओबीओ लखनऊ चैप्टर की साहित्य संध्या माह फरवरी 2019 – एक प्रतिवेदन - Open Books Online2024-03-29T12:58:01Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/2019-1?feed=yes&xn_auth=noरिपोर्ट को एडिट कर संशोधित कर…tag:openbooksonline.com,2019-03-30:5170231:Comment:9795682019-03-30T08:47:35.208Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttp://openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
<p>रिपोर्ट को एडिट कर संशोधित कर दिया गया है I अब इसमें कोइ त्रुटी नही रह गयी है i </p>
<p>रिपोर्ट को एडिट कर संशोधित कर दिया गया है I अब इसमें कोइ त्रुटी नही रह गयी है i </p> आ० दादा शरदिंदु जी का कथन स्व…tag:openbooksonline.com,2019-03-21:5170231:Comment:9789292019-03-21T06:54:54.829Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttp://openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
<p>आ० दादा शरदिंदु जी का कथन स्वीकार्य है i इस गडबडी का मुख्य कारण है कार्यक्रम की आडियो रिकार्डिंग का किन्ही कारणों से डिलीट हो जाना सदस्यों ने भी अपनी पढ़ी रचनाओं को दोबारा देने में आलस्य किया और कुछ के फोन न० भी उपलब्ध नही थे I निवेदक इस त्रुटि के लिए क्षमाप्रार्थी है I</p>
<p>आ० दादा शरदिंदु जी का कथन स्वीकार्य है i इस गडबडी का मुख्य कारण है कार्यक्रम की आडियो रिकार्डिंग का किन्ही कारणों से डिलीट हो जाना सदस्यों ने भी अपनी पढ़ी रचनाओं को दोबारा देने में आलस्य किया और कुछ के फोन न० भी उपलब्ध नही थे I निवेदक इस त्रुटि के लिए क्षमाप्रार्थी है I</p> आदरणीय डॉ गोपाल नारायण जी,फरव…tag:openbooksonline.com,2019-03-20:5170231:Comment:9786692019-03-20T20:15:45.386Zsharadindu mukerjihttp://openbooksonline.com/profile/sharadindumukerji
आदरणीय डॉ गोपाल नारायण जी,फरवरी 2019 की गोष्ठी का प्रतिवेदन आने में देर हुई है जिसका सीधा असर प्रतिवेदन पर पड़ा है. कम से कम तीन रचनाकारों की प्रस्तुति को आप भूल गये जिनमें आदरणीया नमिता सुन्दर जी की रचना भी है. नमिता जी सुश्री संध्या सिंह जी के साथ आयोजन की विशिष्ट अतिथि भी थीं. अन्य दो रचनाकारों में एक के सौजन्य से आयोजन स्थल हम लोगों को मिला था. मैं समझता हूँ कि हम सभी को किसी भी आयोजन का प्रतिवेदन बनाते समय चौकन्ना रहना पड़ेगा.<br />
उपरोक्त के अतिरिक्त एक और बहुत बड़ी त्रुटि हुई है. आयोजन के दौरान…
आदरणीय डॉ गोपाल नारायण जी,फरवरी 2019 की गोष्ठी का प्रतिवेदन आने में देर हुई है जिसका सीधा असर प्रतिवेदन पर पड़ा है. कम से कम तीन रचनाकारों की प्रस्तुति को आप भूल गये जिनमें आदरणीया नमिता सुन्दर जी की रचना भी है. नमिता जी सुश्री संध्या सिंह जी के साथ आयोजन की विशिष्ट अतिथि भी थीं. अन्य दो रचनाकारों में एक के सौजन्य से आयोजन स्थल हम लोगों को मिला था. मैं समझता हूँ कि हम सभी को किसी भी आयोजन का प्रतिवेदन बनाते समय चौकन्ना रहना पड़ेगा.<br />
उपरोक्त के अतिरिक्त एक और बहुत बड़ी त्रुटि हुई है. आयोजन के दौरान संचालन मनोज शुक्ल 'मनुज' जी ने नहीं, आकाशवाणी,लखनऊ की उद्घोषिका सुश्री शालिनी सिंह ने किया था. शालिनी जी ने भी अपनी रचना पढ़ी थी.<br />
इस प्रतिवेदन के पाठकगण से ओबीओ लखनऊ चैप्टर उपरोक्त त्रुटिओं के लिए क्षमाप्रार्थी है.