"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-36 (विषय: पराजित योद्धा) - Open Books Online2024-03-29T14:59:54Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/36-4?xg_source=activity&feed=yes&xn_auth=noहार्दिक बधाई आदरणीय मुजफ़्फ़र अ…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9228912018-03-31T18:26:14.201ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय मुजफ़्फ़र अली जी। बेहतरीन लघुकथा।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय मुजफ़्फ़र अली जी। बेहतरीन लघुकथा।</p> यह तो कुछ ज़्यादा ही तारीफ़ ह…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9227882018-03-31T18:25:26.221ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>यह तो कुछ ज़्यादा ही तारीफ़ हो गई! यह रचना आप जैसे सुधीजन को संतुष्ट नहीं कर सकी। भविष्य में बेहतर लिखने की कोशिश करूंगा। टिप्पणी हेतु व हौसला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया मुहतरम जनाब तेजवीर सिंह जी। </p>
<p>यह तो कुछ ज़्यादा ही तारीफ़ हो गई! यह रचना आप जैसे सुधीजन को संतुष्ट नहीं कर सकी। भविष्य में बेहतर लिखने की कोशिश करूंगा। टिप्पणी हेतु व हौसला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया मुहतरम जनाब तेजवीर सिंह जी। </p> बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया बर…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9227872018-03-31T18:24:36.659ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया बरखा जी. हृदय से आभारी हूँ. सादर.</p>
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया बरखा जी. हृदय से आभारी हूँ. सादर.</p> बहुत -बहुत धन्यवाद आदरणीय तेज…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9228902018-03-31T18:24:16.570ZBarkha Shuklahttp://openbooksonline.com/profile/BarkhaShukla
<p>बहुत -बहुत धन्यवाद आदरणीय तेज़ वीर जी ,आभार ,सादर </p>
<p>बहुत -बहुत धन्यवाद आदरणीय तेज़ वीर जी ,आभार ,सादर </p> हार्दिक बधाई आदरणीय प्रतिभा ज…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9228892018-03-31T18:24:13.680ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय प्रतिभा जी। बहुत ही मार्मिक और हृदय स्पर्शी लघुकथा।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय प्रतिभा जी। बहुत ही मार्मिक और हृदय स्पर्शी लघुकथा।</p> हृदय से आभारी हूँ आदरणीय तेज…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9229592018-03-31T18:24:07.975ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>हृदय से आभारी हूँ आदरणीय तेज वीर सिंह जी. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.</p>
<p>हृदय से आभारी हूँ आदरणीय तेज वीर सिंह जी. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.</p> बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया प्…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9227862018-03-31T18:23:37.233ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया प्रतिभा मैम. हार्दिक आभार. सादर.</p>
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया प्रतिभा मैम. हार्दिक आभार. सादर.</p> हार्दिक आभार आदरणीय सत्यनारा…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9229582018-03-31T18:22:43.518ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
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<div class="description xj_comment_editor xg_user_generated" id="desc_5170231Comment922784" style="margin: 5px 35px 5px 0px; padding: 0px; border: 0px; outline: 0px; vertical-align: baseline; background: transparent; font-size: 1em; text-overflow: ellipsis; overflow: hidden;"><p>हार्दिक आभार आदरणीय सत्यनारायण जी. सादर धन्यवाद.</p>
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<div class="description xj_comment_editor xg_user_generated" id="desc_5170231Comment922784" style="margin: 5px 35px 5px 0px; padding: 0px; border: 0px; outline: 0px; vertical-align: baseline; background: transparent; font-size: 1em; text-overflow: ellipsis; overflow: hidden;"><p>हार्दिक आभार आदरणीय सत्यनारायण जी. सादर धन्यवाद.</p>
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<p></p> आपके इन शब्दों ने मेरी जिम्मे…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9228882018-03-31T18:22:26.046ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>आपके इन शब्दों ने मेरी जिम्मेदारी बढ़ा दी है आदरणीय कल्पना मैम. इस स्नेह और हौसला अफज़ाई का हृदय से आभारी हूँ. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.</p>
<p>आपके इन शब्दों ने मेरी जिम्मेदारी बढ़ा दी है आदरणीय कल्पना मैम. इस स्नेह और हौसला अफज़ाई का हृदय से आभारी हूँ. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.</p> यह रचना हर संवेदनशील इंसान को…tag:openbooksonline.com,2018-03-31:5170231:Comment:9228872018-03-31T18:21:38.353ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>यह रचना हर संवेदनशील इंसान को गहराई में ले जाकर ऐसे परिवार के पराजित योद्धाओं की संवेदनाओं और शारीरिक और मानसिक वेदनाओं की अनुभूति कराये ही, साथ ही ऐसे हालात में पल रहे पराजित योद्धा बच्चों की वेदना की भी अनुभूति कराये, ऐसा मेरे लेखक मन ने प्रयास किया है।</p>
<p>आपको यह लघुकथा पसंद आई, मेरी कोशिश कुछ तो सफल हो सकी। तहे दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया राजेश कुमारी जी।</p>
<p>यह रचना हर संवेदनशील इंसान को गहराई में ले जाकर ऐसे परिवार के पराजित योद्धाओं की संवेदनाओं और शारीरिक और मानसिक वेदनाओं की अनुभूति कराये ही, साथ ही ऐसे हालात में पल रहे पराजित योद्धा बच्चों की वेदना की भी अनुभूति कराये, ऐसा मेरे लेखक मन ने प्रयास किया है।</p>
<p>आपको यह लघुकथा पसंद आई, मेरी कोशिश कुछ तो सफल हो सकी। तहे दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया राजेश कुमारी जी।</p>