"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-47 (विषय समाधान) - Open Books Online2024-03-29T05:14:23Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/47-2?commentId=5170231%3AComment%3A976788&feed=yes&xn_auth=no"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9772432019-02-28T18:31:05.264Zयोगराज प्रभाकरhttp://openbooksonline.com/profile/YograjPrabhakar
<p>"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-47 को सफल बनाने के लिए सभी सहभागिओं का हार्दिक आभार.<strong> </strong></p>
<p>"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-47 को सफल बनाने के लिए सभी सहभागिओं का हार्दिक आभार.<strong> </strong></p> आदाब। रचना पर समय देकर सुझाव…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9769942019-02-28T18:31:02.864ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। रचना पर समय देकर सुझाव और प्रोत्साहन हेतु हार्दिक धन्यवाद आदरणीय महेंद्र कुमार साहिब। आपकी रचना का इंतजार रहा।</p>
<p>आदाब। रचना पर समय देकर सुझाव और प्रोत्साहन हेतु हार्दिक धन्यवाद आदरणीय महेंद्र कुमार साहिब। आपकी रचना का इंतजार रहा।</p> आदरणीय महेन्द्र जी, मेरे प्रय…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9771542019-02-28T18:26:26.856Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p>आदरणीय महेन्द्र जी, मेरे प्रयास की सराहना हेतु हार्दिक आभार आपका। बहुत बहुत धन्यवाद।सादर।</p>
<p>आदरणीय महेन्द्र जी, मेरे प्रयास की सराहना हेतु हार्दिक आभार आपका। बहुत बहुत धन्यवाद।सादर।</p> प्रदत्त विषय पर अच्छी समसामयि…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9770512019-02-28T18:19:11.887ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>प्रदत्त विषय पर अच्छी समसामयिक लघुकथा है आदरणीय शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी. थोड़ा सम्पादित कर अनावश्यक विस्तार को हटा देंगे तो रचना और बेहतर हो जाएगी. मेरी तरफ़ से भी हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p>
<p>प्रदत्त विषय पर अच्छी समसामयिक लघुकथा है आदरणीय शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी. थोड़ा सम्पादित कर अनावश्यक विस्तार को हटा देंगे तो रचना और बेहतर हो जाएगी. मेरी तरफ़ से भी हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p> रचना क मर्म तक उसे सराहने हेत…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9772422019-02-28T18:17:34.066Zयोगराज प्रभाकरhttp://openbooksonline.com/profile/YograjPrabhakar
<p>रचना क मर्म तक उसे सराहने हेतु स्नेहिलआभार भाई महेंद्र कुमार जी. </p>
<p>रचना क मर्म तक उसे सराहने हेतु स्नेहिलआभार भाई महेंद्र कुमार जी. </p> आयोजन में सहभागिता के लिए हार…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9772412019-02-28T18:14:24.613ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>आयोजन में सहभागिता के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए आ. नीलम जी. बाकी गुणीजनों ने कह ही दिया है. सादर.</p>
<p>आयोजन में सहभागिता के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए आ. नीलम जी. बाकी गुणीजनों ने कह ही दिया है. सादर.</p> अच्छी लघुकथा हुई है आदरणीय बब…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9771502019-02-28T18:12:13.319ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>अच्छी लघुकथा हुई है आदरणीय बबिता जी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p>
<p>अच्छी लघुकथा हुई है आदरणीय बबिता जी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p> बेहद सूक्ष्म और शानदार लघुकथा…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9769902019-02-28T18:10:21.945ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>बेहद सूक्ष्म और शानदार लघुकथा है सर. निश्चित तौर पर अकेलेपन को दूर करने के लिए किताबों से बढ़कर कोई दूसरा साथी नहीं है. आपकी लघुकथा पढ़कर जौन एलिया साहब की पंक्ति याद आ गयी : मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं. इस उम्दा लघुकथा के लिए दिल से ढेर सारी बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p>
<p>बेहद सूक्ष्म और शानदार लघुकथा है सर. निश्चित तौर पर अकेलेपन को दूर करने के लिए किताबों से बढ़कर कोई दूसरा साथी नहीं है. आपकी लघुकथा पढ़कर जौन एलिया साहब की पंक्ति याद आ गयी : मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं. इस उम्दा लघुकथा के लिए दिल से ढेर सारी बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p> आदरणीय उपाध्याय जी बहुत बहुत…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9769892019-02-28T18:02:47.899ZAsif zaidihttp://openbooksonline.com/profile/Asifzaidi
<p>आदरणीय उपाध्याय जी बहुत बहुत बधाई सुंदर लघुकथा सादर</p>
<p>आदरणीय उपाध्याय जी बहुत बहुत बधाई सुंदर लघुकथा सादर</p> हार्दिक आभार आ० बबिता गुप्ता…tag:openbooksonline.com,2019-02-28:5170231:Comment:9771492019-02-28T18:02:20.231Zयोगराज प्रभाकरhttp://openbooksonline.com/profile/YograjPrabhakar
<p>हार्दिक आभार आ० बबिता गुप्ता जी. </p>
<p>हार्दिक आभार आ० बबिता गुप्ता जी. </p>