टीम अन्ना - Open Books Online2024-03-29T10:07:13Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:162873?commentId=5170231%3AComment%3A163110&x=1&feed=yes&xn_auth=noसकारात्मक विवेचना पर हार्दिक…tag:openbooksonline.com,2011-10-30:5170231:Comment:1631102011-10-30T10:15:07.892ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>सकारात्मक विवेचना पर हार्दिक बधाई.</p>
<p>एक मसल है कि समस्या यदि चूहे के बल लगाती हुई आती है तो निराकरण हेतु विरुद्ध-बल भी चूहे का ही होना चाहिये. यदि समस्या हाथी का बल लिये आती है तो निराकरण हेतु लगा बल भी हाथी के बल के बराबर होना चाहिये. इस मसल की इस अंतर्निहित बात को उक्त टीम जितनी जल्दी समझ जाये उतनी ही संयत रहेगी. अन्यथा उस टीम का बिखरना या भटक जाना आश्चर्यजनक नहीं होगा.</p>
<p> </p>
<p>सकारात्मक विवेचना पर हार्दिक बधाई.</p>
<p>एक मसल है कि समस्या यदि चूहे के बल लगाती हुई आती है तो निराकरण हेतु विरुद्ध-बल भी चूहे का ही होना चाहिये. यदि समस्या हाथी का बल लिये आती है तो निराकरण हेतु लगा बल भी हाथी के बल के बराबर होना चाहिये. इस मसल की इस अंतर्निहित बात को उक्त टीम जितनी जल्दी समझ जाये उतनी ही संयत रहेगी. अन्यथा उस टीम का बिखरना या भटक जाना आश्चर्यजनक नहीं होगा.</p>
<p> </p>