तुकान्तता के नियम // -सौरभ - Open Books Online2024-03-29T05:52:15Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:500561?groupUrl=chhand&commentId=5170231%3AComment%3A678845&groupId=5170231%3AGroup%3A156482&feed=yes&xn_auth=noबहुत खूबtag:openbooksonline.com,2016-10-12:5170231:Comment:8069662016-10-12T05:28:01.454ZHimanshu pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/Himanshupandey
बहुत खूब
बहुत खूब तुकांतता को बड़ी सरलता से समझा…tag:openbooksonline.com,2016-09-13:5170231:Comment:7998052016-09-13T14:46:20.789ZKALPANA BHATT ('रौनक़')http://openbooksonline.com/profile/KALPANABHATT832
<p>तुकांतता को बड़ी सरलता से समझाए है आदरणीय सर | बहुत बहुत धन्यवाद |</p>
<p>तुकांतता को बड़ी सरलता से समझाए है आदरणीय सर | बहुत बहुत धन्यवाद |</p> हार्दिक आभार सर .... इंतज़ार…tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7482412016-03-09T08:58:47.532ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>हार्दिक आभार सर .... इंतज़ार रहेगा। </p>
<p>हार्दिक आभार सर .... इंतज़ार रहेगा। </p> हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सुशील…tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7481322016-03-09T08:50:09.733ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सुशील सरनाजी. प्रयास करूँगा कि इस विषय पर और स्पष्टता साझा कर पाऊँ. एक लेख का यह दायित्व तो है ही मुझपर. :-))</p>
<p>सादर</p>
<p>हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सुशील सरनाजी. प्रयास करूँगा कि इस विषय पर और स्पष्टता साझा कर पाऊँ. एक लेख का यह दायित्व तो है ही मुझपर. :-))</p>
<p>सादर</p> जय जय
tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7480742016-03-09T08:46:55.113ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>जय जय </p>
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<p>जय जय </p>
<p></p> आदरणीय सौरभ सर गीत और नवगीत म…tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7480702016-03-09T08:40:12.092ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>आदरणीय सौरभ सर गीत और नवगीत में आपने बहुत ही सुंदर ढंग से अंतर को स्पष्ट किया है। इस ज्ञान वर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद सर। </p>
<p>आदरणीय सौरभ सर गीत और नवगीत में आपने बहुत ही सुंदर ढंग से अंतर को स्पष्ट किया है। इस ज्ञान वर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद सर। </p> सार्थक सामग्री प्राप्त हुई आप…tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7482352016-03-09T08:35:06.253Zkanta royhttp://openbooksonline.com/profile/kantaroy
<p>सार्थक सामग्री प्राप्त हुई आपसे आज इस मंच के द्वारा। सादर।</p>
<p>सार्थक सामग्री प्राप्त हुई आपसे आज इस मंच के द्वारा। सादर।</p> सादर धन्यवाद आदरणीया ..
tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7482332016-03-09T08:31:37.098ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>सादर धन्यवाद आदरणीया .. </p>
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<p>सादर धन्यवाद आदरणीया .. </p>
<p></p> आदरणिय आपने जो विस्तृत अंतर स…tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7480052016-03-09T08:25:14.691Zनयना(आरती)कानिटकरhttp://openbooksonline.com/profile/NayanaAratiKanitkar
<p>आदरणिय आपने जो विस्तृत अंतर समझाया गीत और नवगीत मे उसे आत्मसात करने की पूरी-पूरी कोशिश करुंगी.एक बात जरुर समझ गई कि दोनो के लिखने का विधान छन्द मे होना चाहिए.महाउत्सव मे आने वाली रचनाओ को पढकर भी समझने की कोशिश करती रहूंगी ..बहुत-बहुत आभार आपका</p>
<p>आदरणिय आपने जो विस्तृत अंतर समझाया गीत और नवगीत मे उसे आत्मसात करने की पूरी-पूरी कोशिश करुंगी.एक बात जरुर समझ गई कि दोनो के लिखने का विधान छन्द मे होना चाहिए.महाउत्सव मे आने वाली रचनाओ को पढकर भी समझने की कोशिश करती रहूंगी ..बहुत-बहुत आभार आपका</p> हार्दिक धन्यवाद, आ. लक्ष्मण भ…tag:openbooksonline.com,2016-03-09:5170231:Comment:7480542016-03-09T06:34:24.509ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>हार्दिक धन्यवाद, आ. लक्ष्मण भाई ।</p>
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<p>हार्दिक धन्यवाद, आ. लक्ष्मण भाई ।</p>
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