ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा-अंक 77 में शामिल सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ) - Open Books Online2024-03-29T15:48:31Zhttp://openbooksonline.com/forum/topics/77-2?xg_source=activity&feed=yes&xn_auth=noजी,धन्यवाद ।tag:openbooksonline.com,2018-08-05:5170231:Comment:9435392018-08-05T15:09:17.372ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जी,धन्यवाद ।</p>
<p>जी,धन्यवाद ।</p> आदरणीय समर साहब आदाब , आपने स…tag:openbooksonline.com,2018-08-05:5170231:Comment:9436222018-08-05T15:04:02.310ZRana Pratap Singhhttp://openbooksonline.com/profile/RanaPratapSingh
<p>आदरणीय समर साहब आदाब , आपने सही फरमाया जनाब अशफाक अली साहब का मतला दोषपूर्ण है इसे इटैलिक कर दिया है| अगली तरही भी प्रबंधन समूह में पोस्ट कर दी है| जल्द ही उसकी भी घोषणा हो जाएगी|</p>
<p>आदरणीय समर साहब आदाब , आपने सही फरमाया जनाब अशफाक अली साहब का मतला दोषपूर्ण है इसे इटैलिक कर दिया है| अगली तरही भी प्रबंधन समूह में पोस्ट कर दी है| जल्द ही उसकी भी घोषणा हो जाएगी|</p> जनाब राणा प्रताप सिंह जी आदाब…tag:openbooksonline.com,2018-08-05:5170231:Comment:9436162018-08-05T14:50:56.131ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब राणा प्रताप सिंह जी आदाब,'ओबीओ लाइव तरही मुशायरा अंक-77 के संकलन के लिये बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब अशफ़ाक़ अली के मतले के इस मिसरे:-</p>
<p>' <span>लेकर हज़ार पांच के कुछ नोट दिन तमाम'</span></p>
<p><span>में काफ़िया ही नहीं है,इस मिसरे को क्यों नहीं काटा गया?</span></p>
<p><span>अब लगे हाथों तरही मिसरा अंक-98 भी निकालने की ज़हमत गवारा फरमाएँ ।</span></p>
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<p>जनाब राणा प्रताप सिंह जी आदाब,'ओबीओ लाइव तरही मुशायरा अंक-77 के संकलन के लिये बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब अशफ़ाक़ अली के मतले के इस मिसरे:-</p>
<p>' <span>लेकर हज़ार पांच के कुछ नोट दिन तमाम'</span></p>
<p><span>में काफ़िया ही नहीं है,इस मिसरे को क्यों नहीं काटा गया?</span></p>
<p><span>अब लगे हाथों तरही मिसरा अंक-98 भी निकालने की ज़हमत गवारा फरमाएँ ।</span></p>
<p></p> जनाब राणा प्रताप सिंह साहिब,…tag:openbooksonline.com,2018-08-05:5170231:Comment:9435312018-08-05T13:45:30.605ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p><u>जनाब राणा प्रताप सिंह साहिब, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक _77 के संकलन के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं I </u></p>
<p><u>जनाब राणा प्रताप सिंह साहिब, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक _77 के संकलन के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं I </u></p>