"ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक - 2 - Open Books Online2024-03-28T20:33:41Zhttp://openbooksonline.com/group/bhojpuri_sahitya/forum/topics/2?commentId=5170231%3AComment%3A370517&x=1&feed=yes&xn_auth=noका बात है! सब भोजपुरिए सूतल ब…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3705172013-05-31T18:31:47.126Zबृजेश नीरजhttp://openbooksonline.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>का बात है! सब भोजपुरिए सूतल बानी!</p>
<p>का बात है! सब भोजपुरिए सूतल बानी!</p> ई सब समनवा फेंकले से त नीक रह…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3704432013-05-31T18:30:33.669Zबृजेश नीरजhttp://openbooksonline.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>ई सब समनवा फेंकले से त नीक रहल बांटल होत्या हम सब मा। </p>
<p>ई सब समनवा फेंकले से त नीक रहल बांटल होत्या हम सब मा। </p> जय हो.. भर बोरा बधाई..:-)))
tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3704422013-05-31T18:30:16.561ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>जय हो.. भर बोरा बधाई..:-)))</p>
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<p>जय हो.. भर बोरा बधाई..:-)))</p>
<p></p> भोजपुरी के प्रति भोजपुरिया लो…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3703622013-05-31T18:28:34.004ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>भोजपुरी के प्रति भोजपुरिया लोगों की दीवानग़ी तो देखते ही बनती है... </p>
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<p>भोजपुरी के प्रति भोजपुरिया लोगों की दीवानग़ी तो देखते ही बनती है... </p>
<p></p> आदरणीय बागी जी आपका हार्दिक आ…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3704412013-05-31T18:27:53.406Zबृजेश नीरजhttp://openbooksonline.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>आदरणीय बागी जी आपका हार्दिक आभार!<br/>बोरा छुड़ा लीहल गइल !</p>
<p>आदरणीय बागी जी आपका हार्दिक आभार!<br/>बोरा छुड़ा लीहल गइल !</p> अइस डाकिया ढूंढत बानी बोरा ला…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3703612013-05-31T18:26:47.028Zबृजेश नीरजhttp://openbooksonline.com/profile/BrijeshKumarSingh
<p>अइस डाकिया ढूंढत बानी बोरा लावल खातिर..............<br/>हाहहाहा.........</p>
<p>अइस डाकिया ढूंढत बानी बोरा लावल खातिर..............<br/>हाहहाहा.........</p> अइसना बधइया कवनो डाकिया आजु ल…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3702922013-05-31T18:24:09.407ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>अइसना बधइया कवनो डाकिया आजु ले ना चहुँपले होखी,, बोरा भर-भर .. बिल्टी छोड़ावे के खलसा काम बा..</p>
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<p>अइसना बधइया कवनो डाकिया आजु ले ना चहुँपले होखी,, बोरा भर-भर .. बिल्टी छोड़ावे के खलसा काम बा..</p>
<p></p> काहो बृजेश भाई, तू त छड़प के द…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3705162013-05-31T18:21:02.763ZEr. Ganesh Jee "Bagi"http://openbooksonline.com/profile/GaneshJee
<p>काहो बृजेश भाई, तू त छड़प के देवारी प चढ़ गईलs, बहुते निक गीत लागल इ,हम गा गा पढ़त बानी, जय हो, बोरा भर भर बधाई भेजत बानी, भाड़ा आ टेक्स पेड बा, छोड़ा लिहs :-))) </p>
<p>काहो बृजेश भाई, तू त छड़प के देवारी प चढ़ गईलs, बहुते निक गीत लागल इ,हम गा गा पढ़त बानी, जय हो, बोरा भर भर बधाई भेजत बानी, भाड़ा आ टेक्स पेड बा, छोड़ा लिहs :-))) </p> आय हाय हाय, कलम चलबे ना कईल,…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3703602013-05-31T18:16:21.455ZEr. Ganesh Jee "Bagi"http://openbooksonline.com/profile/GaneshJee
<p>आय हाय हाय, कलम चलबे ना कईल, भलुक खूब चलल, हम मानत बानी की राउर रचना भोजपुरी मापदंड पर पूरा ना उतरी, बाकिर जवन कथ्य निहित बा उ शिल्प प भरी बा, बहुत बहुत बधाई सवीकार करीं । </p>
<p>आय हाय हाय, कलम चलबे ना कईल, भलुक खूब चलल, हम मानत बानी की राउर रचना भोजपुरी मापदंड पर पूरा ना उतरी, बाकिर जवन कथ्य निहित बा उ शिल्प प भरी बा, बहुत बहुत बधाई सवीकार करीं । </p> रचना निमन बा, लेकिन दिहल विषय…tag:openbooksonline.com,2013-05-31:5170231:Comment:3705142013-05-31T18:12:52.768ZEr. Ganesh Jee "Bagi"http://openbooksonline.com/profile/GaneshJee
<p>रचना निमन बा, लेकिन दिहल विषय पर नईखे, प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करी आदरणीय जवाहर लाल जी । </p>
<p>रचना निमन बा, लेकिन दिहल विषय पर नईखे, प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करी आदरणीय जवाहर लाल जी । </p>