All Discussions Tagged 'वृन्दावन' - Open Books Online
2024-03-28T16:23:24Z
http://openbooksonline.com/group/dharmiksahitya/forum/topic/listForTag?tag=%E0%A4%B5%E0%A5%83%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%A8&feed=yes&xn_auth=no
श्रीवृन्दावनधाम अपार, जपे जा राधेराधे
tag:openbooksonline.com,2016-07-15:5170231:Topic:784225
2016-07-15T11:08:54.105Z
डा॰ सुरेन्द्र कुमार वर्मा
http://openbooksonline.com/profile/3jyzkevjttpzy
<p align="left">कदम्ब कुंज वनमाली, वो नाचे दे दे ताली।</p>
<p align="left">छलिया को नचावनहार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">सखियन बिच कुंज बिहारी, संग सोहें राधा प्यारी।</p>
<p align="left">सब वेदन को ये सार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">श्रीकृष्णचन्द्र की प्यारी, वृषभानु राजदुलारी।</p>
<p align="left">महारास रचावनहार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">नटनागर धेनु चरावें, जमुना तट बंसी बजावे।</p>
<p align="left">सुन मगन भई वृजनार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">कुंजन…</p>
<p align="left">कदम्ब कुंज वनमाली, वो नाचे दे दे ताली।</p>
<p align="left">छलिया को नचावनहार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">सखियन बिच कुंज बिहारी, संग सोहें राधा प्यारी।</p>
<p align="left">सब वेदन को ये सार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">श्रीकृष्णचन्द्र की प्यारी, वृषभानु राजदुलारी।</p>
<p align="left">महारास रचावनहार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">नटनागर धेनु चरावें, जमुना तट बंसी बजावे।</p>
<p align="left">सुन मगन भई वृजनार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">कुंजन में रास रचायो, सुर समाज देखन आयो।</p>
<p align="left">ब्रह्मानन्दकी छाइ बहार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">सुरपति करि वर्षा भारी, तो कान्हा भए गिरधारी।</p>
<p align="left">वाकी शक्ति को आधार... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">तू माया में भरमायो, और विरथा जनम गंवायो।</p>
<p align="left">भट केगा-चोरासी लाख... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left">जो राधे राधे गावे, श्रीजी चरण शरण वो पावे।</p>
<p align="left">है महिमा अपरम्पार ... जपे जा राधेराधे</p>
<p align="left"></p>
<p align="left"></p>
<p align="left">(-मौलिक, अप्रकाशित)</p>