"ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक- 68 - Open Books Online2024-03-28T18:23:06Zhttp://openbooksonline.com/group/pop/forum/topics/68?commentId=5170231%3AComment%3A820789&feed=yes&xn_auth=no"ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत…tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8210502016-12-17T18:27:09.978Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p><strong>"ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक- 68 को सफल बनाने के लिए सभी सहभागियों का हार्दिक धन्यवाद.</strong></p>
<p><strong>आयोजन की सफलता हेतु ओबीओ परिवार के समस्त सदस्यों को हार्दिक बधाई. सादर </strong></p>
<p><strong>"ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक- 68 को सफल बनाने के लिए सभी सहभागियों का हार्दिक धन्यवाद.</strong></p>
<p><strong>आयोजन की सफलता हेतु ओबीओ परिवार के समस्त सदस्यों को हार्दिक बधाई. सादर </strong></p> सही कहा आपने... सहमत tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8210022016-12-17T18:19:00.699Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p>सही कहा आपने... सहमत </p>
<p>सही कहा आपने... सहमत </p> वाह tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8211382016-12-17T18:11:01.759Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p> वाह </p>
<p> वाह </p> मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार…tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8212102016-12-17T18:02:14.544Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p><span>मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार आपका... सादर </span></p>
<p><span>मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार आपका... सादर </span></p> मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार…tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8211372016-12-17T18:00:01.454Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p><span>मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार आपका... सादर नमन </span></p>
<p><span>मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार आपका... सादर नमन </span></p> धन्यवाद आदरणीय tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8210492016-12-17T17:57:46.091ZDr.Prachi Singhhttp://openbooksonline.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>धन्यवाद आदरणीय </p>
<p>धन्यवाद आदरणीय </p> मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार…tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8212092016-12-17T17:55:23.073Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p><span>मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार आपका... सादर </span></p>
<p><span>मेरे कहे के अनुमोदन हेतु आभार आपका... सादर </span></p> पूर्णतः सहमत हूँ
लेखनी में स…tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8211362016-12-17T17:51:09.448ZDr.Prachi Singhhttp://openbooksonline.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>पूर्णतः सहमत हूँ </p>
<p>लेखनी में संयत रहना कितना ज़रूरी है वर्ना सारी मेहनत व्यर्थ है </p>
<p></p>
<p>शुभेच्छा </p>
<p>पूर्णतः सहमत हूँ </p>
<p>लेखनी में संयत रहना कितना ज़रूरी है वर्ना सारी मेहनत व्यर्थ है </p>
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<p>शुभेच्छा </p> बहुत सुन्दर उल्लाला छंद आधारि…tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8210482016-12-17T17:48:46.704ZDr.Prachi Singhhttp://openbooksonline.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>बहुत सुन्दर उल्लाला छंद आधारित गीत </p>
<p>हार्दिक बधाई आ० सतविंदर कुमार जी </p>
<p>बहुत सुन्दर उल्लाला छंद आधारित गीत </p>
<p>हार्दिक बधाई आ० सतविंदर कुमार जी </p> आदरणीया डॉ. प्राची सिंह जी सा…tag:openbooksonline.com,2016-12-17:5170231:Comment:8212082016-12-17T17:48:20.965ZAshok Kumar Raktalehttp://openbooksonline.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>आदरणीया डॉ. प्राची सिंह जी सादर प्रस्तुति पर आपकी उपस्थिति और सुन्दर छंदात्मक प्रतिक्रिया से रचना सफल हुई है. सादर आभार.</p>
<p>आदरणीया डॉ. प्राची सिंह जी सादर प्रस्तुति पर आपकी उपस्थिति और सुन्दर छंदात्मक प्रतिक्रिया से रचना सफल हुई है. सादर आभार.</p>