मेरा मानना है कि हमारा ओबीओ मंच साहित्य के विविध रंगों से सरोबार है। इसको इतना फीका , उदास -सा रंग यानी रंगहीन-सा बिलकुल नहीं होना चाहिए। मेंबर होने के नाते ये सिर्फ मेरा सुझाव है ।
साहित्य, साधना और सादगी सभी एक दूसरे के पूरक हैं, सादगी का रंग भले चटकीला, भड़कीला व् चमकदार न हो किन्तु गंभीरता तो है ही न ! ओ बी ओ साहित्य के प्रति सदैव गंभीर रहा है ....खैर यह तो एक पहलु है किन्तु कलर को हल्का करने के पीछे एक तकनिकी कारण है.
दरअसल इधर कुछ दिनों से ओ बी ओ पेज लोड होने में अधिक समय लगता था इसका कारण था पेज का अधिक भारी होना अर्थात पेज का डिजिटल साइज़ अधिक होना, गाढ़े रंग पेज के डिजिटल साइज़ को बढ़ा देते हैं, इसीलिए कलर को हल्का कर डिजिटल पेज साइज़ को कम किया गया है ताकि ओ बी ओ पेज शीघ्र आपके सिस्टम पर लोड हो सके.
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
आदरणीया कांता रॉय जी,
सादर अभिवादन.
साहित्य, साधना और सादगी सभी एक दूसरे के पूरक हैं, सादगी का रंग भले चटकीला, भड़कीला व् चमकदार न हो किन्तु गंभीरता तो है ही न ! ओ बी ओ साहित्य के प्रति सदैव गंभीर रहा है ....खैर यह तो एक पहलु है किन्तु कलर को हल्का करने के पीछे एक तकनिकी कारण है.
दरअसल इधर कुछ दिनों से ओ बी ओ पेज लोड होने में अधिक समय लगता था इसका कारण था पेज का अधिक भारी होना अर्थात पेज का डिजिटल साइज़ अधिक होना, गाढ़े रंग पेज के डिजिटल साइज़ को बढ़ा देते हैं, इसीलिए कलर को हल्का कर डिजिटल पेज साइज़ को कम किया गया है ताकि ओ बी ओ पेज शीघ्र आपके सिस्टम पर लोड हो सके.
सादर.
Jun 8, 2016