"अतिथि की कलम से" समूह में ऐसे साहित्यकारों की रचनाओं को प्रकाशित किया जायेगा जो ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सदस्य नहीं है किन्तु अपनी रचनाओं को ओ बी ओ पर प्रकाशित कराना चाहते है |
आदरणीय वरिष्ठ सदस्यगण अशोक रक्ताले जी और लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी द्वारा कुछ घंटों पूर्व ही यह ग्रुप ज्वाइन करने के कारण और न्यून टिप्पणीयाँ एवं अतिथि रचना के अभाव के कारण ऐसा भ्रम हुआ कि ग्रुप नवीन है, फिर भी कहना होगा कि इस प्रकार के ग्रुप का विचार सराहनीय है, साथ ही प्रबंधन से निवेदन है कि इस ग्रुप के प्रसार लिए समुचित प्रयास और प्रचार के चरण चलाकर अतिथियों की नवीन रचनाओं को प्रकाशित कराने के प्रयास किए जाएं, अन्यथा इस ग्रुप की प्रासंगिकता समाप्त होने के कारण इसके औचित्य पर प्रश्नचिन्ह बना रहेगा जो ओ बी ओ की प्रतिष्ठा के विपरीत है। सादर।
आदरणीय अमीरुद्दीन 'अमीर' साहब, आपके विचारों से सहमत हूँ. किन्तु अक्सर हुआ ये है कि किसी अच्छे रचनाकार की रचना अतिथि रचनाकर के रूप में लेने से पूर्व, प्रयास रहा है, उस रचनाकार को ही ओ बी ओ से जोड़ लें और इसमें लगातार सफलता भी मिलती रही है. इसकारण से समूह में सक्रियता नज़र नहीं आ रही है. यह तो आपातकालीन उपयोग के लिए है. इसकारण इसकी प्रासंगिकता बनी हुई है. सादर
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी
जी, आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी।
आदरणीय वरिष्ठ सदस्यगण अशोक रक्ताले जी और लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर जी द्वारा कुछ घंटों पूर्व ही यह ग्रुप ज्वाइन करने के कारण और न्यून टिप्पणीयाँ एवं अतिथि रचना के अभाव के कारण ऐसा भ्रम हुआ कि ग्रुप नवीन है, फिर भी कहना होगा कि इस प्रकार के ग्रुप का विचार सराहनीय है, साथ ही प्रबंधन से निवेदन है कि इस ग्रुप के प्रसार लिए समुचित प्रयास और प्रचार के चरण चलाकर अतिथियों की नवीन रचनाओं को प्रकाशित कराने के प्रयास किए जाएं, अन्यथा इस ग्रुप की प्रासंगिकता समाप्त होने के कारण इसके औचित्य पर प्रश्नचिन्ह बना रहेगा जो ओ बी ओ की प्रतिष्ठा के विपरीत है। सादर।
Jan 24, 2022
Ashok Kumar Raktale
आदरणीय अमीरुद्दीन 'अमीर' साहब, आपके विचारों से सहमत हूँ. किन्तु अक्सर हुआ ये है कि किसी अच्छे रचनाकार की रचना अतिथि रचनाकर के रूप में लेने से पूर्व, प्रयास रहा है, उस रचनाकार को ही ओ बी ओ से जोड़ लें और इसमें लगातार सफलता भी मिलती रही है. इसकारण से समूह में सक्रियता नज़र नहीं आ रही है. यह तो आपातकालीन उपयोग के लिए है. इसकारण इसकी प्रासंगिकता बनी हुई है. सादर
Jan 24, 2022
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
आदरणीय अमीरुद्दीन अमीर जी, शुभस्य शीघ्रम्.
पहल करें. किसी अतिथि से सार्थक रचना प्राप्त कर रचना और लेखक को सम्मान दें. बस ग्रुप की गतिविधियों का श्रीगणेश हो गया.
Jan 24, 2022