मैं, बृजेश, उत्तर प्रदेश सरकार का एक अदना सा नौकर हूँ। मैं कुछ न करने से लिखना बेहतर समझता हूँ। कलम जिस तरह से चल जाती है, कागज पर उतार देता हूँ। लिखता हूँ बृजेश नीरज के नाम से। बृजेश मैं हूँ नीरज मेरी पत्नी का नाम है।
आदरणीय बृजेशजी , क्षणिकाएँ क्या होती हैं, शिल्प क्या है , इसका technical ज्ञान मुझे नहीं है , इन पर रौशनी डालना बड़े साहित्यकारों कि बातें है , मेरा प्रयास मेरे भावों को मेरी रचनाओं में केवल लीपीबद्द करना मात्र ही है, इस प्रयास में क्या बनता है कविता, क्षणिका,या कुछ और मुझे नहीं पता, हाँ आप लोगों के सानिध्य से कुछ मार्ग दर्शन मिलेगा तो मुझे प्रसन्नता होगी , शुक्रिया
Dr Dilip Mittal
आदरणीय बृजेशजी ,
क्षणिकाएँ क्या होती हैं, शिल्प क्या है , इसका technical ज्ञान मुझे नहीं है ,
इन पर रौशनी डालना बड़े साहित्यकारों कि बातें है ,
मेरा प्रयास मेरे भावों को मेरी रचनाओं में केवल लीपीबद्द करना मात्र ही है,
इस प्रयास में क्या बनता है कविता, क्षणिका,या कुछ और मुझे नहीं पता,
हाँ आप लोगों के सानिध्य से कुछ मार्ग दर्शन मिलेगा तो मुझे प्रसन्नता होगी ,
शुक्रिया
Mar 30, 2014
mrs manjari pandey
Jun 15, 2014
Sushil Sarna
नूतन वर्ष 2016 आपको सपरिवार मंगलमय हो। मैं प्रभु से आपकी हर मनोकामना पूर्ण करने की कामना करता हूँ।
सुशील सरना
Jan 3, 2016