आपकी मित्रता का प्रस्ताव स्व्कारते हुए बेहद ख़ुशी हो रही है भाई श्री अशोक कात्याल जी,
इससे हम एक दुसरे के विचारों को और समझ कर लाबान्वित होंगे | स्नेह बनाए रखे | स्वागत है आपका | कृपया एक बार मेरी प्रोफाइल का अवलोकन कर टिप्पणी करे अथवा कुछ जानकारी चाहे तो बतावे | शुभम
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला
आपकी मित्रता का प्रस्ताव स्व्कारते हुए बेहद ख़ुशी हो रही है भाई श्री अशोक कात्याल जी,
इससे हम एक दुसरे के विचारों को और समझ कर लाबान्वित होंगे | स्नेह बनाए रखे | स्वागत है आपका | कृपया एक बार मेरी प्रोफाइल का अवलोकन कर टिप्पणी करे अथवा कुछ जानकारी चाहे तो बतावे | शुभम
Apr 16, 2013
vijay nikore
आदरणीय अशोक जी:
आपने मित्रता का हाथ बढ़ाया, मुझको लगा ...
यदि सभी यूँ मन से मित्रता का हाथ देकर
इस धरती को खुशहाल करें तो कितनी खुशहाली होगी !
सादर और धन्यवाद,
विजय निकोर
Apr 18, 2013
Usha Taneja
आदरणीय
मित्रता के लिए हार्दिक धन्यवाद!
सादर
Apr 25, 2013