Male
India
May 2, 2011
Jul 1, 2011
देख कर तुम जिसे सजते सवरते हो ,याद आएगा ओ आइना टूट जाने के बाद ,हाथों की लकीरों पे ऐतबार दिला के ,कोई लूट गया मुझको दिल लगाने के बाद ,
गुरु जी बहुत सुन्दर ....रो पड़े थे सभी मुस्कुराने के बाद ..ऐसा भी होता है ..सुन्दर प्रस्तुति ..जय श्री राधे
Apr 9, 2012
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Er. Ambarish Srivastava
May 2, 2011
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
Jul 1, 2011
SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR
देख कर तुम जिसे सजते सवरते हो ,
याद आएगा ओ आइना टूट जाने के बाद ,
हाथों की लकीरों पे ऐतबार दिला के ,
कोई लूट गया मुझको दिल लगाने के बाद ,
गुरु जी बहुत सुन्दर ....रो पड़े थे सभी मुस्कुराने के बाद ..ऐसा भी होता है ..सुन्दर प्रस्तुति ..जय श्री राधे
Apr 9, 2012