एक प्रश्न
अन्नदाता क्यूँ रोड़ पड़ा
निजीकरण का दौर बढ़ा
कोरोना की स्थिति विकट है
हर नागरिक क्यूँ मजबूर बड़ा||
नयें नियमों की अदला-बदली
भारत परिवर्तन की ओर बढ़ा
भविष्य का तो पता नहीं
पर आज बेरोजगारी का मुद्दा बड़ा ||
छोटे से लेकर बड़े व्यापारी तक
हर जन में क्यों आक्रोश बढ़ा
युवा रोजगार को तरस रहे
आज, आंदोलनों का क्यूँ शोर बड़ा ||
चकनाचूर है आर्थिक व्यवस्था
द्वेष भाव भी खूब बढ़ा
सौहार्द, सहभागिता की ब…