ऐ प्रकृति तू धर शरीर ले जन्म किसी माँ की कोख से !!
. जब तुझे लगेगी चोट बहेगा लहू तेरे शरीर से या बीच राह में कोई दाग लगेगा आबरू पे कोई जब जागेगा ये मानव कही रक्षा को तेरी तभी
ऐ प्रकृति तू धर शरीर !!
. वैसे तो कुछ दिनों का होगा जोश मानव का मानव के लिए मगर इस बहाने ऐ प्रकृति तेरा ख्याल तो आयेगा वरना ये शातिन प्राणी अपने स्वार्थ के लिए तुझको ही ये लूटता जायेगा ऐ प्रकृति तू धर शरीर ले जन्म…