उसूल - लघुकथा -
"क्या बात है सर, आज पहली बार आपको व्हिस्की लेते देख रहा हूँ?"
"हाँ घोष बाबू, आज मैं भी कई साल बाद तनाव मुक्त महसूस कर रहा हूँ।"
"मगर सर मैंने आपको कभी हार्ड ड्रिंक लेते नहीं देखा।"
"आप सही कह रहे हैं। मैंने जिस दिन यह कुर्सी संभाली थी, अपने पिता को वचन दिया था कि मैं सेवा निवृत होने तक ड्रिंक नहीं करूंगा। आज रिटायर होने के साथ ही उस बंधन से मुक्त हो गया।"
"लेकिन सर, खैर छोड़िये....…