Comments - किसी आजाद पन्छी को न थी मन्जूर पाबन्दी -गजल - Open Books Online2024-03-29T13:58:42Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1002412&xn_auth=noआ. भाई विनय प्रकाश जी, सादर अ…tag:openbooksonline.com,2020-06-29:5170231:Comment:10109872020-06-29T03:53:01.450Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई विनय प्रकाश जी, सादर अभिनन्दन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई विनय प्रकाश जी, सादर अभिनन्दन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p> आदरणीय ज़नाब लक्ष्मण धामी 'मुस…tag:openbooksonline.com,2020-06-11:5170231:Comment:10098672020-06-11T15:07:59.193ZVinay Prakash Tiwari (VP)http://openbooksonline.com/profile/VinayPrakashTiwariVP
<p><span>आदरणीय </span>ज़नाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' साहब बड़ी खूबसूरत ग़ज़ल के लिए आपको ढेर सारी बधाई</p>
<p><span>आदरणीय </span>ज़नाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' साहब बड़ी खूबसूरत ग़ज़ल के लिए आपको ढेर सारी बधाई</p> आ. भाई बसंत कुमार जी, सादर अभ…tag:openbooksonline.com,2020-04-19:5170231:Comment:10045952020-04-19T01:25:31.658Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई बसंत कुमार जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और मान देने के लिए दिल से आभार ।</p>
<p>आ. भाई बसंत कुमार जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और मान देने के लिए दिल से आभार ।</p> आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर'…tag:openbooksonline.com,2020-04-18:5170231:Comment:10047252020-04-18T06:36:00.137Zबसंत कुमार शर्माhttp://openbooksonline.com/profile/37vrpfxgzfdi8
<p><span>आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी सादर नमस्कार, </span></p>
<p>लाजबाब ग़ज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई आपको </p>
<p><span>आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी सादर नमस्कार, </span></p>
<p>लाजबाब ग़ज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई आपको </p> रचना को फीचर्ड करने के लिए सम…tag:openbooksonline.com,2020-03-24:5170231:Comment:10024052020-03-24T16:26:38.348Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>रचना को फीचर्ड करने के लिए सम्पादक मण्डल का हार्दिक आभार ।</p>
<p>रचना को फीचर्ड करने के लिए सम्पादक मण्डल का हार्दिक आभार ।</p> आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन ।…tag:openbooksonline.com,2020-03-20:5170231:Comment:10023042020-03-20T10:53:36.557Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और सराहना के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और सराहना के लिए आभार ।</p> जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' ज…tag:openbooksonline.com,2020-03-19:5170231:Comment:10022932020-03-19T01:47:15.465ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,बधाई स्वीकार करें ।</p>