Comments - स्नेह-धारा - Open Books Online2024-03-29T12:04:39Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1003036&xn_auth=noप्रिय भाई,हमारी हालत भी आप जै…tag:openbooksonline.com,2020-04-02:5170231:Comment:10037402020-04-02T06:20:46.487ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>प्रिय भाई,हमारी हालत भी आप जैसी ही है,घर में ही रहते हैं,और सबके लिए दुआ करते हैं,समाचारों में अमेरिका के हालात सुनता हूँ तो आपकी फ़िक्र करना मेरे लिए लाज़िमी हो जाता है,आप अपना और परिवार का विशेष ध्यान रखें,अल्लाह जल्द ही इस मुसीबत से हमें निकालेग,यही दुआ है,आमीन ।</p>
<p>प्रिय भाई,हमारी हालत भी आप जैसी ही है,घर में ही रहते हैं,और सबके लिए दुआ करते हैं,समाचारों में अमेरिका के हालात सुनता हूँ तो आपकी फ़िक्र करना मेरे लिए लाज़िमी हो जाता है,आप अपना और परिवार का विशेष ध्यान रखें,अल्लाह जल्द ही इस मुसीबत से हमें निकालेग,यही दुआ है,आमीन ।</p> मेरे प्रिय भाई, सर्वप्रथम आपक…tag:openbooksonline.com,2020-04-02:5170231:Comment:10038552020-04-02T05:44:35.829Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>मेरे प्रिय भाई, सर्वप्रथम आपका आभारी हूँ कि आपने हमारी <span>ख़ैरियत को सोच में रखा। हम एक महीने से घर में ही हैं। आना-जाना, शोपिंग आदि सब सब बंद है। खाने का सामान deliver service से मंगवाते हैं, वह बैग बाहर छोड़ जाते हैं, सामान आने के बाद सभी चीज़ों को disinfect करते हैं, गरम पानी से, साबन से, कई चीज़ें chemical से भी। शायद ३-४ महीने और ऐसा ही चलेगा। <br/><br/>कृपया आप अपना सुख-समाचार दें। आपके परिवार के लिए शुभकामनाएँ। <br/><br/>रचना की सराहना के लिए हार्दिक धन्यवाद, मेरे भाई।</span></p>
<p>मेरे प्रिय भाई, सर्वप्रथम आपका आभारी हूँ कि आपने हमारी <span>ख़ैरियत को सोच में रखा। हम एक महीने से घर में ही हैं। आना-जाना, शोपिंग आदि सब सब बंद है। खाने का सामान deliver service से मंगवाते हैं, वह बैग बाहर छोड़ जाते हैं, सामान आने के बाद सभी चीज़ों को disinfect करते हैं, गरम पानी से, साबन से, कई चीज़ें chemical से भी। शायद ३-४ महीने और ऐसा ही चलेगा। <br/><br/>कृपया आप अपना सुख-समाचार दें। आपके परिवार के लिए शुभकामनाएँ। <br/><br/>रचना की सराहना के लिए हार्दिक धन्यवाद, मेरे भाई।</span></p> प्रिय भाई विजय निकोर जी आदाब,…tag:openbooksonline.com,2020-03-31:5170231:Comment:10032592020-03-31T07:30:25.484ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>प्रिय भाई विजय निकोर जी आदाब,रचना हमेशा की तरह कामयाब है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>आप के बारे में चिंता है,कृपया अपनी ख़ैरियत से आगाह करें,और अमेरिका के हालात पर भी कुछ रोशनी डालें </p>
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<p>प्रिय भाई विजय निकोर जी आदाब,रचना हमेशा की तरह कामयाब है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>आप के बारे में चिंता है,कृपया अपनी ख़ैरियत से आगाह करें,और अमेरिका के हालात पर भी कुछ रोशनी डालें </p>
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