Comments - शौक से लूटे जिसे भी लूटना है - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' - Open Books Online2024-03-28T14:09:09Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1004938&xn_auth=noआ. भाई सुरेन्द्र जी, सादर अभि…tag:openbooksonline.com,2020-04-26:5170231:Comment:10052432020-04-26T04:48:44.647Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सुरेन्द्र जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p>
<p>आ. भाई सुरेन्द्र जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p> आद0 लक्ष्मण धामी जी सादर अभिव…tag:openbooksonline.com,2020-04-25:5170231:Comment:10050872020-04-25T19:55:10.033Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 लक्ष्मण धामी जी सादर अभिवादन, खूबसूरत कथ्य लिए बेहतरीन अशआर से सजी इस ग़ज़ल पर बधाई स्वीकारें। सादर</p>
<p>आद0 लक्ष्मण धामी जी सादर अभिवादन, खूबसूरत कथ्य लिए बेहतरीन अशआर से सजी इस ग़ज़ल पर बधाई स्वीकारें। सादर</p> आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवाद…tag:openbooksonline.com,2020-04-22:5170231:Comment:10049452020-04-22T01:06:23.010Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति, स्नेह एवं उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति, स्नेह एवं उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय लक्ष्मण ध…tag:openbooksonline.com,2020-04-21:5170231:Comment:10047922020-04-21T12:15:15.403ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय<span> लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'</span> जी। बेहतरीन गज़ल।</p>
<p>हो गई है हर जिले में अब व्यवस्था</p>
<p>शौक से लूटे जिसे भी लूटना है।५।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय<span> लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'</span> जी। बेहतरीन गज़ल।</p>
<p>हो गई है हर जिले में अब व्यवस्था</p>
<p>शौक से लूटे जिसे भी लूटना है।५।</p>