Comments - चुनकर संसद भेजते, उठें उचित सवाल। - Open Books Online2024-03-28T15:15:06Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1066547&xn_auth=noआदरणीय Saurabh Pandey जी नमस…tag:openbooksonline.com,2021-09-02:5170231:Comment:10674772021-09-02T08:01:27.386ZOm Parkash Sharmahttp://openbooksonline.com/profile/OmParkashSharma
<p>आदरणीय <span> </span><a href="http://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey" class="fn url">Saurabh Pandey</a><span> जी नमस्कार व उत्साहवर्धन तथा मार्गदर्शन के लिए आभार ।</span></p>
<p>आदरणीय <span> </span><a href="http://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey" class="fn url">Saurabh Pandey</a><span> जी नमस्कार व उत्साहवर्धन तथा मार्गदर्शन के लिए आभार ।</span></p> बृजेश कुमार 'ब्रज' जी दोहे पढ़…tag:openbooksonline.com,2021-09-02:5170231:Comment:10676662021-09-02T07:58:39.617ZOm Parkash Sharmahttp://openbooksonline.com/profile/OmParkashSharma
<p><a rel="nofollow" href="http://openbooksonline.com/profile/brijeshkumar" class="fn url">बृजेश कुमार 'ब्रज'</a><span> जी दोहे पढ़ने और उस पर प्रतिक्रिया देने के लिए धन्यवाद। 'बिन बोले दे सैन' से अभिप्राय कुछ भी कहे बिना इशारे से समझाना। नायिका नाक के निकट आ मुस्कुराई, नेत्र मटका कर इशारा किया, मुँह से एक श्बद भी बोले बिना जो उसे कहना था इशारों ही ही इशारों बता कर चली गई। शेष दोहे के बारे मेन भी भी आप पूछ सकते हैं।</span></p>
<p><a rel="nofollow" href="http://openbooksonline.com/profile/brijeshkumar" class="fn url">बृजेश कुमार 'ब्रज'</a><span> जी दोहे पढ़ने और उस पर प्रतिक्रिया देने के लिए धन्यवाद। 'बिन बोले दे सैन' से अभिप्राय कुछ भी कहे बिना इशारे से समझाना। नायिका नाक के निकट आ मुस्कुराई, नेत्र मटका कर इशारा किया, मुँह से एक श्बद भी बोले बिना जो उसे कहना था इशारों ही ही इशारों बता कर चली गई। शेष दोहे के बारे मेन भी भी आप पूछ सकते हैं।</span></p> बढ़िया दोहे लगे आदरणीय शर्मा ज…tag:openbooksonline.com,2021-08-26:5170231:Comment:10670362021-08-26T14:51:08.245Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>बढ़िया दोहे लगे आदरणीय शर्मा जी...कुछ दोहे समझ नहीं आये जैसे "बिन बोले दो सैन" का क्या अर्थ हुआ?</p>
<p>बढ़िया दोहे लगे आदरणीय शर्मा जी...कुछ दोहे समझ नहीं आये जैसे "बिन बोले दो सैन" का क्या अर्थ हुआ?</p> आपके प्रयास हेतु हार्दिक शुभक…tag:openbooksonline.com,2021-08-23:5170231:Comment:10668802021-08-23T07:06:55.441ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>आपके प्रयास हेतु हार्दिक शुभकामनाएँ, आदरणीय. </p>
<p>दोहा छंद पर आप सार्थक प्रयास करें, आपके दोहे विधानसम्मत हो जाएँगे. </p>
<p>शुभातिशुभ</p>
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<p>आपके प्रयास हेतु हार्दिक शुभकामनाएँ, आदरणीय. </p>
<p>दोहा छंद पर आप सार्थक प्रयास करें, आपके दोहे विधानसम्मत हो जाएँगे. </p>
<p>शुभातिशुभ</p>
<p></p> जनाब ओमप्रकाश जी आदाब, दोहों…tag:openbooksonline.com,2021-08-16:5170231:Comment:10666112021-08-16T09:40:46.457ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब ओमप्रकाश जी आदाब, दोहों पर आपका प्रयास अच्छा है,लेकिन अभी आपको इसके विधान का अध्यन करने की ज़रूरत है, ओबीओ पर इस पर आलेख मौजूद हैं,उनका लाभ लें, इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब ओमप्रकाश जी आदाब, दोहों पर आपका प्रयास अच्छा है,लेकिन अभी आपको इसके विधान का अध्यन करने की ज़रूरत है, ओबीओ पर इस पर आलेख मौजूद हैं,उनका लाभ लें, इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>