Comments - ग़ज़ल - अभी बस पर ही टूटे हैं अभी अंबर नहीं टूटा - Open Books Online2024-03-28T21:19:12Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1094947&xn_auth=noआदरणीया अंजुमन 'आरज़ू' जी , उम…tag:openbooksonline.com,2022-12-20:5170231:Comment:10951532022-12-20T07:56:53.645ZRavi Shuklahttp://openbooksonline.com/profile/RaviShukla
<p><span>आदरणीया अंजुमन 'आरज़ू' जी , उम्दा ग़ज़ल कही है आपने बधाई स्वीकार करें I </span></p>
<p><span>आदरणीया अंजुमन 'आरज़ू' जी , उम्दा ग़ज़ल कही है आपने बधाई स्वीकार करें I </span></p> मुह्तारमा अंजुमन 'आरज़ू' जी आद…tag:openbooksonline.com,2022-12-14:5170231:Comment:10952112022-12-14T09:52:29.776ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>मुह्तारमा अंजुमन 'आरज़ू' जी आदाब, ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है, बधाई स्वीकार करें I </p>
<p></p>
<p>'अभी बस पर ही टूटे हैं अभी अंबर नहीं टूटा<br></br>परिंदा टूटा है बाहर अभी अंदर नहीं टूटा '--- मतले के ऊ;ला मिसरे में 'अंबर' को "अम्बर" लिखें, मिसके सानी मिसरे में 'से' शब्द की कमी खल रही है, ग़ौर करें I </p>
<p></p>
<p><span>'कई मख़्लूक़* की है ज़िंदगी गौहर का घर फिर भी</span><br></br><span>फ़क़त खारा कहा सबने मगर सागर नहीं टूटा '---इस शे`र के दोनों मिसरों में रब्त नहीं है, भाव भी स्पष्ट नहीं हुआ, ग़ौर करें…</span></p>
<p>मुह्तारमा अंजुमन 'आरज़ू' जी आदाब, ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है, बधाई स्वीकार करें I </p>
<p></p>
<p>'अभी बस पर ही टूटे हैं अभी अंबर नहीं टूटा<br/>परिंदा टूटा है बाहर अभी अंदर नहीं टूटा '--- मतले के ऊ;ला मिसरे में 'अंबर' को "अम्बर" लिखें, मिसके सानी मिसरे में 'से' शब्द की कमी खल रही है, ग़ौर करें I </p>
<p></p>
<p><span>'कई मख़्लूक़* की है ज़िंदगी गौहर का घर फिर भी</span><br/><span>फ़क़त खारा कहा सबने मगर सागर नहीं टूटा '---इस शे`र के दोनों मिसरों में रब्त नहीं है, भाव भी स्पष्ट नहीं हुआ, ग़ौर करें I </span></p>
<p><span>बाक़ी शुभ शुभ I </span></p> आ. अंजुमन जी, अभिवादन। गजल का…tag:openbooksonline.com,2022-12-08:5170231:Comment:10949062022-12-08T03:32:33.616Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. अंजुमन जी, अभिवादन। गजल का प्रयास अच्छा है हार्दिक बधाई।</p>
<p></p>
<p>आ. अंजुमन जी, अभिवादन। गजल का प्रयास अच्छा है हार्दिक बधाई।</p>
<p></p>