Comments - अहसास की ग़ज़ल:मनोज अहसास - Open Books Online2024-03-29T15:54:30Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1095858&xn_auth=noआदरणीय समर साहब हार्दिक आभारtag:openbooksonline.com,2023-01-21:5170231:Comment:10967532023-01-21T07:39:10.627Zमनोज अहसासhttp://openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>आदरणीय समर साहब हार्दिक आभार</p>
<p>आदरणीय समर साहब हार्दिक आभार</p> //इस मिसरे में मैनें खला का अ…tag:openbooksonline.com,2023-01-21:5170231:Comment:10970292023-01-21T06:16:08.018ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p><span>//इस मिसरे में मैनें खला का अर्थ रिक्त स्थान से लिया है//</span></p>
<p><span>रिक्त स्थान को "ख़ला" कहते हैं, 'खला' नहीं ।</span></p>
<p></p>
<p><span>//इस बारे में थोड़ा और बताने की कृपा करें//</span></p>
<p><span>'तर्जुमा' का अर्थ है 'अनुवाद' और अनुवाद किया जाता है, ले जाया नहीं जाता ।</span></p>
<p><span>//इस मिसरे में मैनें खला का अर्थ रिक्त स्थान से लिया है//</span></p>
<p><span>रिक्त स्थान को "ख़ला" कहते हैं, 'खला' नहीं ।</span></p>
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<p><span>//इस बारे में थोड़ा और बताने की कृपा करें//</span></p>
<p><span>'तर्जुमा' का अर्थ है 'अनुवाद' और अनुवाद किया जाता है, ले जाया नहीं जाता ।</span></p> आदरणीय तपन साहब हार्दिक आभार…tag:openbooksonline.com,2023-01-20:5170231:Comment:10970202023-01-20T14:35:59.215Zमनोज अहसासhttp://openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>आदरणीय तपन साहब हार्दिक आभार</p>
<p>सादर</p>
<p>आदरणीय तपन साहब हार्दिक आभार</p>
<p>सादर</p> आदरणीय समर कबीर साहब सादर प्र…tag:openbooksonline.com,2023-01-20:5170231:Comment:10970192023-01-20T14:35:02.507Zमनोज अहसासhttp://openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p><span><strong>आदरणीय समर कबीर साहब सादर प्रणाम जवाब देने में देरी के लिए क्षमा चाहता हूँ ग़ज़ल पर आपकी बहुमूल्य इस्लाह का हार्दिक शुक्रिया</strong></span></p>
<p></p>
<p><span><strong>'</strong> मेरी ग़ज़लों को कुरेदा तो खला ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में 'खला' का क्या अर्थ है? </span></p>
<p></p>
<p><span>इस मिसरे में मैनें खला का अर्थ रिक्त स्थान से लिया है</span></p>
<p></p>
<p><span>'मेरे लिक्खे आखिरी खत का धुँआ ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में क़ाफ़िया दोष है सहीह शब्द…</span></p>
<p><span><strong>आदरणीय समर कबीर साहब सादर प्रणाम जवाब देने में देरी के लिए क्षमा चाहता हूँ ग़ज़ल पर आपकी बहुमूल्य इस्लाह का हार्दिक शुक्रिया</strong></span></p>
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<p><span><strong>'</strong> मेरी ग़ज़लों को कुरेदा तो खला ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में 'खला' का क्या अर्थ है? </span></p>
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<p><span>इस मिसरे में मैनें खला का अर्थ रिक्त स्थान से लिया है</span></p>
<p></p>
<p><span>'मेरे लिक्खे आखिरी खत का धुँआ ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में क़ाफ़िया दोष है सहीह शब्द है "धुआँ''</span></p>
<p></p>
<p><span>जी ये भूल हो गई शेर बचाने के लिए कुछ उपाय सोचता हूँ</span></p>
<p></p>
<p><span>'कौन है जो मेरे ग़म का तर्जुमा ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में क़ाफ़िया काम नहीं कर रहा है,देखें ।</span></p>
<p></p>
<p><span>इस बारे में थोड़ा और बताने की कृपा करें बड़ी मेहरबानी होगी</span></p>
<p></p>
<p><span>सादर आभार</span></p> वाह वाह मनोज भाई बहुत खूब। बध…tag:openbooksonline.com,2023-01-16:5170231:Comment:10967302023-01-16T11:09:11.307ZTapan Dubeyhttp://openbooksonline.com/profile/TapanDubey
<p>वाह वाह मनोज भाई बहुत खूब। बधाई।</p>
<p>वाह वाह मनोज भाई बहुत खूब। बधाई।</p> जनाब मनोज अहसास जी आदाब, ग़ज़ल…tag:openbooksonline.com,2022-12-30:5170231:Comment:10963562022-12-30T09:11:21.531ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब मनोज अहसास जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है, बधाई स्वीकार करें ।</p>
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<p><span><strong>'</strong> मेरी ग़ज़लों को कुरेदा तो खला ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में 'खला' का क्या अर्थ है?</span></p>
<p></p>
<p><span>'मेरे लिक्खे आखिरी खत का धुँआ ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में क़ाफ़िया दोष है सहीह शब्द है "धुआँ''</span></p>
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<p><span>'कौन है जो मेरे ग़म का तर्जुमा ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में क़ाफ़िया काम नहीं कर रहा है,देखें…</span></p>
<p>जनाब मनोज अहसास जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है, बधाई स्वीकार करें ।</p>
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<p><span><strong>'</strong> मेरी ग़ज़लों को कुरेदा तो खला ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में 'खला' का क्या अर्थ है?</span></p>
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<p><span>'मेरे लिक्खे आखिरी खत का धुँआ ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में क़ाफ़िया दोष है सहीह शब्द है "धुआँ''</span></p>
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<p><span>'कौन है जो मेरे ग़म का तर्जुमा ले जाएगा'</span></p>
<p><span>इस मिसरे में क़ाफ़िया काम नहीं कर रहा है,देखें ।</span></p>
<p><span>उर्दू शब्द बिना नुक़्ते के आपकी अज्ञानता दर्शा रहे हैं, इस पर ख़ास ध्यान देने की ज़रूरत है ।</span></p> अच्छी ग़ज़ल कही भाई मनोज जी...ब…tag:openbooksonline.com,2022-12-28:5170231:Comment:10960702022-12-28T13:30:35.515Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>अच्छी ग़ज़ल कही भाई मनोज जी...बधाई</p>
<p>अच्छी ग़ज़ल कही भाई मनोज जी...बधाई</p> बहुत-बहुत आभार आदरणीय zaif सा…tag:openbooksonline.com,2022-12-26:5170231:Comment:10957042022-12-26T17:13:12.757Zमनोज अहसासhttp://openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>बहुत-बहुत आभार आदरणीय zaif साहब</p>
<p>सादर</p>
<p>बहुत-बहुत आभार आदरणीय zaif साहब</p>
<p>सादर</p> हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण ध…tag:openbooksonline.com,2022-12-26:5170231:Comment:10958642022-12-26T17:12:34.370Zमनोज अहसासhttp://openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी मुसाफिर जी सादर आपने गलती की और ध्यान दिला दिया बहुत-बहुत आभार</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी मुसाफिर जी सादर आपने गलती की और ध्यान दिला दिया बहुत-बहुत आभार</p> बहुत ख़ूब, आदरणीय।tag:openbooksonline.com,2022-12-26:5170231:Comment:10957022022-12-26T15:53:07.036ZZaifhttp://openbooksonline.com/profile/YamitPunethaZaif
<p>बहुत ख़ूब, आदरणीय।</p>
<p>बहुत ख़ूब, आदरणीय।</p>