Comments - ये बिहार है (गौरव गीत ) - Open Books Online2024-03-29T14:10:26Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A172149&xn_auth=noआदरणीय सौरभजी, सराहना के लिए…tag:openbooksonline.com,2011-12-06:5170231:Comment:1724322011-12-06T11:31:59.517Zsatish mapatpurihttp://openbooksonline.com/profile/satishmapatpuri
<div>आदरणीय सौरभजी, सराहना के लिए सादर आभार मित्रवर. आपसे बेहतर कौन जान सकता है कि चाहे रचनाकार हो या कलाकार हो उसकी सोच प्राय:सकारात्मक ही होती है .................. वह अपनी कल्पनाओं में खुबसूरत चित्र उकेरा करता है .............. "आपने गीतकार का धर्म निभाया है" इस पर हार्दिक साधुवाद कुबूल करें आदरणीय </div>
<div>आदरणीय सौरभजी, सराहना के लिए सादर आभार मित्रवर. आपसे बेहतर कौन जान सकता है कि चाहे रचनाकार हो या कलाकार हो उसकी सोच प्राय:सकारात्मक ही होती है .................. वह अपनी कल्पनाओं में खुबसूरत चित्र उकेरा करता है .............. "आपने गीतकार का धर्म निभाया है" इस पर हार्दिक साधुवाद कुबूल करें आदरणीय </div> धन्यवाद गणेश जी, लिखते समय जो…tag:openbooksonline.com,2011-12-06:5170231:Comment:1724302011-12-06T11:23:18.987Zsatish mapatpurihttp://openbooksonline.com/profile/satishmapatpuri
<div>धन्यवाद गणेश जी, लिखते समय जो शिल्प , शैली, शब्द और तकनीक दिमाग में आते हैं, वही लिखा जाता है. मैं आपके सुझाव के आलोक में प्रयास करूंगा</div>
<div>धन्यवाद गणेश जी, लिखते समय जो शिल्प , शैली, शब्द और तकनीक दिमाग में आते हैं, वही लिखा जाता है. मैं आपके सुझाव के आलोक में प्रयास करूंगा</div> आदरणीय सतीश भईया, इसमें कोई श…tag:openbooksonline.com,2011-12-06:5170231:Comment:1723742011-12-06T07:13:46.674ZEr. Ganesh Jee "Bagi"http://openbooksonline.com/profile/GaneshJee
<p>आदरणीय सतीश भईया, इसमें कोई शक नहीं की बिहार गौरव गाथा के लिए जो जो तथ्य आपने समाहित किया है उससे इस गीत का सौंदर्य वर्धन में सहायक है, किन्तु पता नहीं क्यों शब्दों का बिखराव लगता है, मेरा अनुरोध है की इन्ही शब्द, तथ्यों को जरा और कसने का प्रयास करे निश्चित बहुत ही बढ़िया गीत बन सकेगा | </p>
<p>आदरणीय सतीश भईया, इसमें कोई शक नहीं की बिहार गौरव गाथा के लिए जो जो तथ्य आपने समाहित किया है उससे इस गीत का सौंदर्य वर्धन में सहायक है, किन्तु पता नहीं क्यों शब्दों का बिखराव लगता है, मेरा अनुरोध है की इन्ही शब्द, तथ्यों को जरा और कसने का प्रयास करे निश्चित बहुत ही बढ़िया गीत बन सकेगा | </p> बिहार राज्य !.. एक ऐसा राज्य…tag:openbooksonline.com,2011-12-06:5170231:Comment:1721672011-12-06T02:33:24.864ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>बिहार राज्य !.. एक ऐसा राज्य जो अपने हर हाल में सभी का ध्यान खींचता है.. अपने अतीत के उच्च क्षणों से लेकर वर्तमान की अँगड़ाइयों तक से अभिभूत करता रहा है.</p>
<p>भोले लोगों की भावनाओं से गंदे लोग खेलते हैं जो ’बाहरी’ नहीं होते अपने ही कंधों का इस्तमाल कर कंगूरों पर चढ़े विशिष्ट बने होते हैं. इस माहौल में विजय और सकारात्मक गाथा गा कर आपने गीतकार का धर्म निभाया है.</p>
<p>आपको हार्दिक बधाइयाँ. </p>
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<p>बिहार राज्य !.. एक ऐसा राज्य जो अपने हर हाल में सभी का ध्यान खींचता है.. अपने अतीत के उच्च क्षणों से लेकर वर्तमान की अँगड़ाइयों तक से अभिभूत करता रहा है.</p>
<p>भोले लोगों की भावनाओं से गंदे लोग खेलते हैं जो ’बाहरी’ नहीं होते अपने ही कंधों का इस्तमाल कर कंगूरों पर चढ़े विशिष्ट बने होते हैं. इस माहौल में विजय और सकारात्मक गाथा गा कर आपने गीतकार का धर्म निभाया है.</p>
<p>आपको हार्दिक बधाइयाँ. </p>
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