Comments - माँ का प्यार (लघु-कथा) - Open Books Online2024-03-28T16:56:15Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A216159&xn_auth=noShri Surendra ji, aapki baat…tag:openbooksonline.com,2012-04-29:5170231:Comment:2193832012-04-29T06:29:33.828Zराकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'http://openbooksonline.com/profile/RakeshTripathi667
<p>Shri Surendra ji, aapki baat sahi hai, hardik aabhar.</p>
<p>Shri Surendra ji, aapki baat sahi hai, hardik aabhar.</p> प्रिय राकेश जी और झूठ पकड़ा गय…tag:openbooksonline.com,2012-04-28:5170231:Comment:2189142012-04-28T11:14:20.931ZSURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMARhttp://openbooksonline.com/profile/SURENDRAKUMARSHUKLABHRAMAR
<p><span>प्रिय राकेश जी और झूठ पकड़ा गया न ! ..माँ आँखों में देख सब पढ़ लेती है माँ की ममता को याद कर आँखों में पानी भर जाता है ..सुन्दर लघु कथा -जय श्री राधे -भ्रमर ५ </span></p>
<p><span>प्रिय राकेश जी और झूठ पकड़ा गया न ! ..माँ आँखों में देख सब पढ़ लेती है माँ की ममता को याद कर आँखों में पानी भर जाता है ..सुन्दर लघु कथा -जय श्री राधे -भ्रमर ५ </span></p> Aadarneey Arun Bhai ji saadar…tag:openbooksonline.com,2012-04-24:5170231:Comment:2175032012-04-24T16:57:22.246Zराकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'http://openbooksonline.com/profile/RakeshTripathi667
<p>Aadarneey Arun Bhai ji saadar dhanyvaad.</p>
<p>Aadarneey Arun Bhai ji saadar dhanyvaad.</p> सच जिनके पास माँ है उनके पास…tag:openbooksonline.com,2012-04-23:5170231:Comment:2172272012-04-23T07:22:55.965ZAbhinav Arunhttp://openbooksonline.com/profile/ArunKumarPandeyAbhinav
<p>सच जिनके पास माँ है उनके पास स्वर्ग है हार्दिक बधाई इस लघुकथा पर आदरणीय श्री राकेश जी \\</p>
<p>सच जिनके पास माँ है उनके पास स्वर्ग है हार्दिक बधाई इस लघुकथा पर आदरणीय श्री राकेश जी \\</p> हाँ भाई आशीष :)tag:openbooksonline.com,2012-04-22:5170231:Comment:2169712012-04-22T14:20:38.325Zराकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'http://openbooksonline.com/profile/RakeshTripathi667
<p>हाँ भाई आशीष :)</p>
<p>हाँ भाई आशीष :)</p> श्रद्धेय सीमा जी, सादर नमस्का…tag:openbooksonline.com,2012-04-22:5170231:Comment:2171192012-04-22T14:19:40.376Zराकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'http://openbooksonline.com/profile/RakeshTripathi667
<p>श्रद्धेय सीमा जी, सादर नमस्कार, आपका द्रष्टान्त सुन के अच्छा लगा. जी मूल भावना संप्रेषित करने के लिए शिल्प का अपना स्थान है, सहमत हूँ. सादर धन्यवाद.</p>
<p>श्रद्धेय सीमा जी, सादर नमस्कार, आपका द्रष्टान्त सुन के अच्छा लगा. जी मूल भावना संप्रेषित करने के लिए शिल्प का अपना स्थान है, सहमत हूँ. सादर धन्यवाद.</p> आदनीया वन्दना जी, सादर नमस्का…tag:openbooksonline.com,2012-04-22:5170231:Comment:2171182012-04-22T14:15:10.484Zराकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'http://openbooksonline.com/profile/RakeshTripathi667
<p>आदनीया वन्दना जी, सादर नमस्कार. जी आपकी बात से सहमत हूँ.</p>
<p>आदनीया वन्दना जी, सादर नमस्कार. जी आपकी बात से सहमत हूँ.</p> डाक्टर प्राची जी, सादर धन्यवा…tag:openbooksonline.com,2012-04-22:5170231:Comment:2169702012-04-22T14:14:08.334Zराकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'http://openbooksonline.com/profile/RakeshTripathi667
<p>डाक्टर प्राची जी, सादर धन्यवाद. मै तो अभी भी माँ की भावनावो को नहीं समझ सकता किन्तु जो अवलोकन किया है और जो महसूस किया है बस उसे लिखा सकता हूँ.</p>
<p>डाक्टर प्राची जी, सादर धन्यवाद. मै तो अभी भी माँ की भावनावो को नहीं समझ सकता किन्तु जो अवलोकन किया है और जो महसूस किया है बस उसे लिखा सकता हूँ.</p> माँtag:openbooksonline.com,2012-04-22:5170231:Comment:2169362012-04-22T05:11:23.398Zआशीष यादवhttp://openbooksonline.com/profile/Ashishyadav
माँ
माँ आदरणीय सौरभ जी, सादर नमस्कार.…tag:openbooksonline.com,2012-04-21:5170231:Comment:2169092012-04-21T10:43:56.080Zराकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'http://openbooksonline.com/profile/RakeshTripathi667
<p>आदरणीय सौरभ जी, सादर नमस्कार. अब गाँधी टोपी पहनी है, धीरे से बोलने के लिए नहीं :-)<br/> ये बात मै मानता हूँ की गुरुजनों के धैर्य की थोड़ी परीक्षा हो गई है मेरे साथ, किन्तु यकीन जानिए जितना वक्त मिलता है उतने में पूरा प्रयास है. <br/> आप सभी लोगो के आशीर्वाद से मै भी बहुत अभिभूत हूँ. धन्यवाद.</p>
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<p>आदरणीय सौरभ जी, सादर नमस्कार. अब गाँधी टोपी पहनी है, धीरे से बोलने के लिए नहीं :-)<br/> ये बात मै मानता हूँ की गुरुजनों के धैर्य की थोड़ी परीक्षा हो गई है मेरे साथ, किन्तु यकीन जानिए जितना वक्त मिलता है उतने में पूरा प्रयास है. <br/> आप सभी लोगो के आशीर्वाद से मै भी बहुत अभिभूत हूँ. धन्यवाद.</p>
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