Comments - भक्षक (लघु कथा ) - Open Books Online2024-03-29T06:24:00Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A218986&xn_auth=noवीनस जी हार्दिक आभार tag:openbooksonline.com,2012-05-03:5170231:Comment:2213982012-05-03T04:05:34.125Zrajesh kumarihttp://openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p><span>वीनस जी हार्दिक आभार </span></p>
<p><span>वीनस जी हार्दिक आभार </span></p> अशोक कुमार जी आप सही कह रहे ह…tag:openbooksonline.com,2012-05-03:5170231:Comment:2215292012-05-03T04:04:59.828Zrajesh kumarihttp://openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p><span>अशोक कुमार जी आप सही कह रहे हैं जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो कहाँ जाएँ </span></p>
<p><span>अशोक कुमार जी आप सही कह रहे हैं जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो कहाँ जाएँ </span></p> राजेश कुमारी जीभक्षक समाज का…tag:openbooksonline.com,2012-05-02:5170231:Comment:2215142012-05-02T17:45:34.659Zवीनस केसरीhttp://openbooksonline.com/profile/1q1lxk02g9ue6
<p>राजेश कुमारी जी<br/>भक्षक समाज का असली चेहरा दिखाती हुई लघु कथा अपने उद्देश्य को पूरा कर रही है <br/><br/>बधाई स्वीकारें</p>
<p>राजेश कुमारी जी<br/>भक्षक समाज का असली चेहरा दिखाती हुई लघु कथा अपने उद्देश्य को पूरा कर रही है <br/><br/>बधाई स्वीकारें</p> जब एक गुंडा सांसद बन देश की स…tag:openbooksonline.com,2012-05-02:5170231:Comment:2213822012-05-02T17:36:24.093ZAshok Kumar Raktalehttp://openbooksonline.com/profile/AshokKumarRaktale
<p>जब एक गुंडा सांसद बन देश की सर्वोच्च संस्था की मर्यादा धूमिल करता है और कहता है हम तो चुन कर आये हैं. तो फिर किसी पुलिस वाले को कहने का अर्थ ही क्या? चाहे लाकप हो, ट्रेनिग सेंटर हो या सूनी राहें. पुलिस का स्तर यही रहेगा.</p>
<p>जब एक गुंडा सांसद बन देश की सर्वोच्च संस्था की मर्यादा धूमिल करता है और कहता है हम तो चुन कर आये हैं. तो फिर किसी पुलिस वाले को कहने का अर्थ ही क्या? चाहे लाकप हो, ट्रेनिग सेंटर हो या सूनी राहें. पुलिस का स्तर यही रहेगा.</p> महिमा श्री जी बिलकुल सही कह…tag:openbooksonline.com,2012-04-30:5170231:Comment:2204502012-04-30T12:32:48.423Zrajesh kumarihttp://openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p><span>महिमा श्री जी बिलकुल सही कहा इनकी तो जितनी कब्र खोदो उतनी ही अधिक दुर्गन्ध आएगी </span></p>
<p><span>महिमा श्री जी बिलकुल सही कहा इनकी तो जितनी कब्र खोदो उतनी ही अधिक दुर्गन्ध आएगी </span></p> आशीष यादव जी बेहतरीन कटाक्ष ए…tag:openbooksonline.com,2012-04-30:5170231:Comment:2205332012-04-30T12:30:35.287Zrajesh kumarihttp://openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p><span>आशीष यादव जी बेहतरीन कटाक्ष एक शब्द में ...वाह ...यही हो रहा है </span></p>
<p><span>आशीष यादव जी बेहतरीन कटाक्ष एक शब्द में ...वाह ...यही हो रहा है </span></p> आदरणीया राजेश दी ,
पुलिसिया अ…tag:openbooksonline.com,2012-04-30:5170231:Comment:2203932012-04-30T12:25:22.729ZMAHIMA SHREEhttp://openbooksonline.com/profile/MAHIMASHREE
आदरणीया राजेश दी ,<br />
पुलिसिया अनाचार की एक और बानगी आपकी कथा में देखने को मिली ..<br />
बधाई स्वीकार करें
आदरणीया राजेश दी ,<br />
पुलिसिया अनाचार की एक और बानगी आपकी कथा में देखने को मिली ..<br />
बधाई स्वीकार करें दूध की रखवाली बिल्ली कर रही ह…tag:openbooksonline.com,2012-04-30:5170231:Comment:2203892012-04-30T12:19:49.796Zआशीष यादवhttp://openbooksonline.com/profile/Ashishyadav
<p>दूध की रखवाली बिल्ली कर रही है।<br/>सामयिक संवेदनात्मक व्यंग।<br/>बधाई।</p>
<p>दूध की रखवाली बिल्ली कर रही है।<br/>सामयिक संवेदनात्मक व्यंग।<br/>बधाई।</p> शलेन्द्र कुमार जी यह एक कटु स…tag:openbooksonline.com,2012-04-30:5170231:Comment:2205262012-04-30T12:09:59.804Zrajesh kumarihttp://openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p><span>शलेन्द्र कुमार जी यह एक कटु सत्य है कुर्सी के घमंड में लोगों की विकृत मानसिकता का द्रश्य है </span></p>
<p><span>शलेन्द्र कुमार जी यह एक कटु सत्य है कुर्सी के घमंड में लोगों की विकृत मानसिकता का द्रश्य है </span></p> संवेदना से परिचय कराती लघु कथ…tag:openbooksonline.com,2012-04-30:5170231:Comment:2203762012-04-30T11:45:21.722ZCA (Dr.)SHAILENDRA SINGH 'MRIDU'http://openbooksonline.com/profile/SHAILENDRAKUMARSINGHMRIDU
<p>संवेदना से परिचय कराती लघु कथा हार्दिक बधाई स्वीकार करें मैम</p>
<p>संवेदना से परिचय कराती लघु कथा हार्दिक बधाई स्वीकार करें मैम</p>