Comments - हिडिम्बा मंदिर - Open Books Online2024-03-29T04:37:37Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A252635&xn_auth=noठीक हूँ. आप सभी सहयोगियों और…tag:openbooksonline.com,2012-07-30:5170231:Comment:2551342012-07-30T14:10:58.163ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>ठीक हूँ. आप सभी सहयोगियों और शुभचिंतकों की दुआ है.</p>
<p>सादर</p>
<p>ठीक हूँ. आप सभी सहयोगियों और शुभचिंतकों की दुआ है.</p>
<p>सादर</p> आदरनीय सौरभ पाण्डेय जी सादर प…tag:openbooksonline.com,2012-07-30:5170231:Comment:2549582012-07-30T10:27:14.543Zganesh lohanihttp://openbooksonline.com/profile/ganeshlohani
<p><span>आदरनीय सौरभ पाण्डेय जी सादर प्रणाम | देर से ही सही बुद्धिजीवियों की पारखी नजर स्केनर का काम करती है | मैं उत्तीर्ण हो गया | सराहना के लिए मैं आपका आभारी हूं | अब कैसी है आपकी तबियत , मौसम के बदलाव से हो सकता है |</span></p>
<p><span>आदरनीय सौरभ पाण्डेय जी सादर प्रणाम | देर से ही सही बुद्धिजीवियों की पारखी नजर स्केनर का काम करती है | मैं उत्तीर्ण हो गया | सराहना के लिए मैं आपका आभारी हूं | अब कैसी है आपकी तबियत , मौसम के बदलाव से हो सकता है |</span></p> आदरणीय गणेशभाईजी, आपका यह यात…tag:openbooksonline.com,2012-07-30:5170231:Comment:2550322012-07-30T08:27:06.887ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>आदरणीय गणेशभाईजी, आपका यह यात्रा-संस्मरण हमने पिछले वृहस्पतिवार को ही देखा था किन्तु परिस्थितिवश टिप्पणी नहीं कर पाया था. मैं प्रवास पर था. उसके बाद तबियत थोड़ी नासाज हो गयी.</p>
<p>प्रस्तुत आलेख अत्यंत ही ज्ञानवर्द्धक है तथा कई-कई पहलुओं को साथ ले कर चलता है. आपने इस यात्रा संस्मरण को ओबीओ पर साझा किया इसके लिये हृदय से आभार.</p>
<p>सादर</p>
<p>आदरणीय गणेशभाईजी, आपका यह यात्रा-संस्मरण हमने पिछले वृहस्पतिवार को ही देखा था किन्तु परिस्थितिवश टिप्पणी नहीं कर पाया था. मैं प्रवास पर था. उसके बाद तबियत थोड़ी नासाज हो गयी.</p>
<p>प्रस्तुत आलेख अत्यंत ही ज्ञानवर्द्धक है तथा कई-कई पहलुओं को साथ ले कर चलता है. आपने इस यात्रा संस्मरण को ओबीओ पर साझा किया इसके लिये हृदय से आभार.</p>
<p>सादर</p> आदरनीय मित्र श्री भर्मर जी स…tag:openbooksonline.com,2012-07-27:5170231:Comment:2531612012-07-27T09:05:29.226Zganesh lohanihttp://openbooksonline.com/profile/ganeshlohani
<p><span>आदरनीय मित्र श्री भर्मर जी सच में गलती हुई है | आपका नाम तो विशेष तौर पर इसलिए लिया कि आप इस समय उसी छेत्र </span><span> के भ्रमण पर है | पुन्ह: एक बार सम्मानीय मित्रों राजेश कुमारी जी ,अम्बरीश जी, रेखा जी, दीप्ती जी, अलबेला जी और आपका सरहना के लिए धन्यवाद करता हूँ.|</span></p>
<p><span>आदरनीय मित्र श्री भर्मर जी सच में गलती हुई है | आपका नाम तो विशेष तौर पर इसलिए लिया कि आप इस समय उसी छेत्र </span><span> के भ्रमण पर है | पुन्ह: एक बार सम्मानीय मित्रों राजेश कुमारी जी ,अम्बरीश जी, रेखा जी, दीप्ती जी, अलबेला जी और आपका सरहना के लिए धन्यवाद करता हूँ.|</span></p> जय श्री राधे लोहानी जी ..नही…tag:openbooksonline.com,2012-07-27:5170231:Comment:2529752012-07-27T08:21:02.964ZSURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMARhttp://openbooksonline.com/profile/SURENDRAKUMARSHUKLABHRAMAR
<p> जय श्री राधे लोहानी जी ..नहीं आप ने बहुत सुन्दर वर्णन किया है .दर्शन हम सब भी किये आप के द्वारा ..आभार ...लेकिन सभी प्रतिक्रियाओं में हमारे अन्य मित्रों पाठकों का नाम आप लेते तो आनंद और आता ..प्रिय अलबेला जी , रेखा जी , दीप्ति जी, अम्बरीश जी ,राजेश कुमारी जी आप सब का बहुत बहुत आभार प्रोत्साहन हेतु भ्रमर की तरफ से भी </p>
<div><span>भ्रमर ५ </span><br/><br class="Apple-interchange-newline"/></div>
<p> जय श्री राधे लोहानी जी ..नहीं आप ने बहुत सुन्दर वर्णन किया है .दर्शन हम सब भी किये आप के द्वारा ..आभार ...लेकिन सभी प्रतिक्रियाओं में हमारे अन्य मित्रों पाठकों का नाम आप लेते तो आनंद और आता ..प्रिय अलबेला जी , रेखा जी , दीप्ति जी, अम्बरीश जी ,राजेश कुमारी जी आप सब का बहुत बहुत आभार प्रोत्साहन हेतु भ्रमर की तरफ से भी </p>
<div><span>भ्रमर ५ </span><br/><br class="Apple-interchange-newline"/></div> आप सभी मित्रों का आभार | आपको…tag:openbooksonline.com,2012-07-27:5170231:Comment:2532102012-07-27T07:00:43.016Zganesh lohanihttp://openbooksonline.com/profile/ganeshlohani
<p><span>आप सभी मित्रों का आभार | आपको मंदिर का वर्णन अच्छा लगा | भर्मर जी यदि आप यही विचरण कर रहें हैं | तो आप भी इस अलोकिक आनंद को प्राप्त कीजिये |मेरी दी हुई जानकारी में कहीं कोई त्रुटी हो या कोई और जानकारी छूट गई हो तो आप पूरी का देंगे | रसपान लेना और रसज्ञान बाटना तो आपके उपनाम से जुड़ा ही है मनाय्बर | धन्यवाद | </span></p>
<p><span>आप सभी मित्रों का आभार | आपको मंदिर का वर्णन अच्छा लगा | भर्मर जी यदि आप यही विचरण कर रहें हैं | तो आप भी इस अलोकिक आनंद को प्राप्त कीजिये |मेरी दी हुई जानकारी में कहीं कोई त्रुटी हो या कोई और जानकारी छूट गई हो तो आप पूरी का देंगे | रसपान लेना और रसज्ञान बाटना तो आपके उपनाम से जुड़ा ही है मनाय्बर | धन्यवाद | </span></p> बेहतरीन जानकारी युक्त पोस्ट ए…tag:openbooksonline.com,2012-07-27:5170231:Comment:2531142012-07-27T05:06:16.840Zrajesh kumarihttp://openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p><span>बेहतरीन जानकारी युक्त पोस्ट एवं सुन्दर चित्र </span></p>
<p><span>बेहतरीन जानकारी युक्त पोस्ट एवं सुन्दर चित्र </span></p> सुंदर जानकारी व चित्र ...एन स…tag:openbooksonline.com,2012-07-27:5170231:Comment:2529322012-07-27T04:38:21.936ZEr. Ambarish Srivastavahttp://openbooksonline.com/profile/AmbarishSrivastava
<p>सुंदर जानकारी व चित्र ...एन सी सी के 'अखिल भारतीय पर्वतभ्रमण अभियान' में शम्सी से रोहतांग जोट तक पैदल गया तो हूँ राह में मनाली से भी गुजरा था पर इसे नहीं देख सका था .. साझा करने के लिए शुक्रिया मित्र ....</p>
<p>सुंदर जानकारी व चित्र ...एन सी सी के 'अखिल भारतीय पर्वतभ्रमण अभियान' में शम्सी से रोहतांग जोट तक पैदल गया तो हूँ राह में मनाली से भी गुजरा था पर इसे नहीं देख सका था .. साझा करने के लिए शुक्रिया मित्र ....</p> आपका आभार ,, मैं तो कभी गयी ह…tag:openbooksonline.com,2012-07-26:5170231:Comment:2527882012-07-26T18:10:42.835Zdeepti sharmahttp://openbooksonline.com/profile/deeptisharma
<p>आपका आभार ,, मैं तो कभी गयी ही नहीं हूँ ... अच्छी जानकारी</p>
<p>आपका आभार ,, मैं तो कभी गयी ही नहीं हूँ ... अच्छी जानकारी</p> गणेश जी ,सौभाग्य से मैने भी इ…tag:openbooksonline.com,2012-07-26:5170231:Comment:2527772012-07-26T17:07:18.646ZRekha Joshihttp://openbooksonline.com/profile/RekhaJoshi
<p>गणेश जी ,सौभाग्य से मैने भी इस स्थल पर हिड्म्बा देवी के दर्शन किये हुए है ,आपके आलेख ने वो यादे फिर से ताज़ा कर दी ,आभार </p>
<p>गणेश जी ,सौभाग्य से मैने भी इस स्थल पर हिड्म्बा देवी के दर्शन किये हुए है ,आपके आलेख ने वो यादे फिर से ताज़ा कर दी ,आभार </p>