Comments - सूरज का सातवा घोडा ..... - Open Books Online2024-03-29T09:30:11Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A605308&xn_auth=noआशा जी और जवाहर लाल भाई का अभ…tag:openbooksonline.com,2015-01-15:5170231:Comment:6061202015-01-15T05:57:08.914Zaman kumarhttp://openbooksonline.com/profile/amankumar
<p>आशा जी और जवाहर लाल भाई का अभिनन्दन ..</p>
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<p>आशा जी और जवाहर लाल भाई का अभिनन्दन ..</p>
<p></p> ॐ श्री सूर्याय: नम: बिन सूरज…tag:openbooksonline.com,2015-01-14:5170231:Comment:6059502015-01-14T14:10:46.398ZJAWAHAR LAL SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/JAWAHARLALSINGH
<p>ॐ श्री सूर्याय: नम: बिन सूरज सब कुछ निर्जीव सा है ...अच्छी प्रस्तुति अमन kumar जी!</p>
<p>ॐ श्री सूर्याय: नम: बिन सूरज सब कुछ निर्जीव सा है ...अच्छी प्रस्तुति अमन kumar जी!</p> तुम्हारे आगमन से ,प्रभा आती ह…tag:openbooksonline.com,2015-01-14:5170231:Comment:6057712015-01-14T11:12:13.768Zasha pandey ojhahttp://openbooksonline.com/profile/ashapandeyojha
<p><span>तुम्हारे आगमन से ,</span><br/><span>प्रभा आती है हरियाली में जिसके </span><br/><span>ऊष्मीय स्नेह से प्रभाकर बहुत सुन्दर प्रभावशाली रचना सूरज की महत्ता को व्यक्त करती .. कुदरत की महिमा व्यक्त करती कविता बधाई स्नेहिल अमन कुमार जी </span></p>
<p><span>तुम्हारे आगमन से ,</span><br/><span>प्रभा आती है हरियाली में जिसके </span><br/><span>ऊष्मीय स्नेह से प्रभाकर बहुत सुन्दर प्रभावशाली रचना सूरज की महत्ता को व्यक्त करती .. कुदरत की महिमा व्यक्त करती कविता बधाई स्नेहिल अमन कुमार जी </span></p> अच्छी ,रचना |tag:openbooksonline.com,2015-01-14:5170231:Comment:6060072015-01-14T09:19:06.192Zsomesh kumarhttp://openbooksonline.com/profile/someshkuar
<p>अच्छी ,रचना |</p>
<p>अच्छी ,रचना |</p> आ. अमन भाई , बढ़िया कविता लगी…tag:openbooksonline.com,2015-01-14:5170231:Comment:6056972015-01-14T07:35:54.478Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooksonline.com/profile/girirajbhandari
<p>आ. अमन भाई , बढ़िया कविता लगी , कहीं कहीं टंकण त्रुटि है , सुधार लीजियेगा । रचना के लिये बधाई ।</p>
<p>आ. अमन भाई , बढ़िया कविता लगी , कहीं कहीं टंकण त्रुटि है , सुधार लीजियेगा । रचना के लिये बधाई ।</p> दुबे जी का हार्दिक आभार tag:openbooksonline.com,2015-01-14:5170231:Comment:6059252015-01-14T07:24:25.682Zaman kumarhttp://openbooksonline.com/profile/amankumar
<p>दुबे जी का हार्दिक आभार </p>
<p>दुबे जी का हार्दिक आभार </p> आदरणीय गोपाल जी के निर्देशन स…tag:openbooksonline.com,2015-01-14:5170231:Comment:6057472015-01-14T07:24:05.805Zaman kumarhttp://openbooksonline.com/profile/amankumar
<p>आदरणीय गोपाल जी के निर्देशन से सुधार किया गया है ,उनका अभिनन्दन </p>
<p>आदरणीय गोपाल जी के निर्देशन से सुधार किया गया है ,उनका अभिनन्दन </p> आदरणीय अमन जी ,सुन्दर प्रयास…tag:openbooksonline.com,2015-01-13:5170231:Comment:6056372015-01-13T16:43:21.777ZHari Prakash Dubeyhttp://openbooksonline.com/profile/HariPrakashDubey
<p>आदरणीय अमन जी ,सुन्दर प्रयास , सुन्दर प्रस्तुति हार्दिक बधाई आपको !</p>
<p>आदरणीय अमन जी ,सुन्दर प्रयास , सुन्दर प्रस्तुति हार्दिक बधाई आपको !</p> अमन जी
अच्छी रचना है i शीर्ष…tag:openbooksonline.com,2015-01-13:5170231:Comment:6055462015-01-13T11:55:33.241Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttp://openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
<p>अमन जी</p>
<p>अच्छी रचना है i शीर्षक का निर्वाह भी आवश्यक होता है i खिलखिलाते का पुष्प को सही कर लीजिये i स्नेह i</p>
<p>अमन जी</p>
<p>अच्छी रचना है i शीर्षक का निर्वाह भी आवश्यक होता है i खिलखिलाते का पुष्प को सही कर लीजिये i स्नेह i</p> वर्मा जी का हार्दिक अभिनन्दन…tag:openbooksonline.com,2015-01-13:5170231:Comment:6054412015-01-13T09:54:08.846Zaman kumarhttp://openbooksonline.com/profile/amankumar
<p>वर्मा जी का हार्दिक अभिनन्दन !</p>
<p>वर्मा जी का हार्दिक अभिनन्दन !</p>