Comments - लिव इन रिलेशनशिप (लघुकथा) - Open Books Online2024-03-28T19:19:41Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A613917&xn_auth=noBadhaayi Aadhraniya Vinod Kha…tag:openbooksonline.com,2015-02-04:5170231:Comment:6143272015-02-04T12:32:53.867ZVIRENDER VEER MEHTAhttp://openbooksonline.com/profile/VIRENDERMEHTAVEERMEHTA
<p>Badhaayi Aadhraniya Vinod Khanagwal sir. </p>
<p>Khare khare shabado me aaeinaa dikhati lazawaab rachna.</p>
<p>Lekin kya 'live-in-relatioship" ka ye rishta sabi jagah itani hi imaandaari se nibhaaya jaata hai.......??</p>
<p>Badhaayi Aadhraniya Vinod Khanagwal sir. </p>
<p>Khare khare shabado me aaeinaa dikhati lazawaab rachna.</p>
<p>Lekin kya 'live-in-relatioship" ka ye rishta sabi jagah itani hi imaandaari se nibhaaya jaata hai.......??</p> अच्छी लघुकथा. इसे पढ़कर एक क्ष…tag:openbooksonline.com,2015-02-04:5170231:Comment:6143172015-02-04T11:02:36.300Zजितेन्द्र पस्टारियाhttp://openbooksonline.com/profile/JitendraPastariya
<p>अच्छी लघुकथा. इसे पढ़कर एक क्षेत्रीय कहावत की याद आ गई " भुआ ससुराल छोड़के, मायके में बैठी है और भतीजी से कह रही है कि ससुराल में सबकी सेवा करना" बहरहाल बधाई आपको आदरणीय विनोद जी</p>
<p>अच्छी लघुकथा. इसे पढ़कर एक क्षेत्रीय कहावत की याद आ गई " भुआ ससुराल छोड़के, मायके में बैठी है और भतीजी से कह रही है कि ससुराल में सबकी सेवा करना" बहरहाल बधाई आपको आदरणीय विनोद जी</p> नैतिकता की दुहाई देने वाले बु…tag:openbooksonline.com,2015-02-04:5170231:Comment:6139992015-02-04T07:17:00.489Zलक्ष्मण रामानुज लडीवालाhttp://openbooksonline.com/profile/LaxmanPrasadLadiwala
<p>नैतिकता की दुहाई देने वाले बुजुर्गों की पोल खोलती सुंदर रचना के लिए बधाई श्री विनोद जी </p>
<p>नैतिकता की दुहाई देने वाले बुजुर्गों की पोल खोलती सुंदर रचना के लिए बधाई श्री विनोद जी </p> आदरणीय विनोद जी “लिव इन रिले…tag:openbooksonline.com,2015-02-03:5170231:Comment:6141512015-02-03T15:01:26.062ZHari Prakash Dubeyhttp://openbooksonline.com/profile/HariPrakashDubey
<p>आदरणीय विनोद जी “लिव इन रिलेशनशिप” वास्तव में बहस का विषय हो सकता है, वो अलग बात है , पर आपकी ये लघुकथा कई तरह की छिपी हुई रिलेशनशिप पर सटीक प्रहार कर रही है , सार्थक लघुकथा ,हार्दिक बधाई ! सादर </p>
<p>आदरणीय विनोद जी “लिव इन रिलेशनशिप” वास्तव में बहस का विषय हो सकता है, वो अलग बात है , पर आपकी ये लघुकथा कई तरह की छिपी हुई रिलेशनशिप पर सटीक प्रहार कर रही है , सार्थक लघुकथा ,हार्दिक बधाई ! सादर </p> लघुकथा पर आप सभी की टिप्पणियो…tag:openbooksonline.com,2015-02-03:5170231:Comment:6138732015-02-03T13:22:18.528Zविनोद खनगवालhttp://openbooksonline.com/profile/VinodKhanagwal
लघुकथा पर आप सभी की टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है। "लिव इन रिलेशनशिप" एक विवादित विषय ही है जिसे हमारी संस्कृति मान्यता नहीं देती है लेकिन कानूनी मान्यता के कारण यह प्रचलन में भी है।<br />
कुछ चीजें ऐसी हैं जिसे लोग लुक-छिपकर मान्यता देते हैं लेकिन गलती से अगर किसी दूसरे की सामने आ जाती है तो लोग ड्रामा बना देते हैं। खुद कभी कबूल नहीं करना चाहते हैं।<br />
आप सभी का बहुत बहुत आभार।
लघुकथा पर आप सभी की टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है। "लिव इन रिलेशनशिप" एक विवादित विषय ही है जिसे हमारी संस्कृति मान्यता नहीं देती है लेकिन कानूनी मान्यता के कारण यह प्रचलन में भी है।<br />
कुछ चीजें ऐसी हैं जिसे लोग लुक-छिपकर मान्यता देते हैं लेकिन गलती से अगर किसी दूसरे की सामने आ जाती है तो लोग ड्रामा बना देते हैं। खुद कभी कबूल नहीं करना चाहते हैं।<br />
आप सभी का बहुत बहुत आभार। पूरा घर ही कमाल का है सभी सदस…tag:openbooksonline.com,2015-02-03:5170231:Comment:6138592015-02-03T10:15:13.475Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p>पूरा घर ही कमाल का है सभी सदस्य लगभग नैतिकता की सीमाएं लांघ चुके है, एक दूसरे को आईना दिखाकर गलतियाँ गिना रहे है, लग रहा है, होड़ लगी हो कि तेरी गलती मेरी गलती से बड़ी या छोटी, यही सिद्ध करने का प्रयास हो रहा है. ड्रामा ही ड्रामा... इस घर में वाकई <strong>प्यार और विश्वास को शिला</strong> (पत्थर) बना दिया है. लिव इन रिलेशनशिप से रेशमा के कोठे तक की दास्तान यानी बड़ा व्यापक विस्तार .... आदरणीय बागी सर की सटीक टिप्पणी - <strong>हा हा हा हा, मतलब खानदानी चरित्रहीनों की कहानी है</strong> - को…</p>
<p>पूरा घर ही कमाल का है सभी सदस्य लगभग नैतिकता की सीमाएं लांघ चुके है, एक दूसरे को आईना दिखाकर गलतियाँ गिना रहे है, लग रहा है, होड़ लगी हो कि तेरी गलती मेरी गलती से बड़ी या छोटी, यही सिद्ध करने का प्रयास हो रहा है. ड्रामा ही ड्रामा... इस घर में वाकई <strong>प्यार और विश्वास को शिला</strong> (पत्थर) बना दिया है. लिव इन रिलेशनशिप से रेशमा के कोठे तक की दास्तान यानी बड़ा व्यापक विस्तार .... आदरणीय बागी सर की सटीक टिप्पणी - <strong>हा हा हा हा, मतलब खानदानी चरित्रहीनों की कहानी है</strong> - को दोहराते हुए इसे लघुकथा के कच्चे प्लाट के रूप में देख रहा हूँ. इसे लघुकथा बनने में समय है. </p> ये क्या है ? लघुकथा कहना क्या…tag:openbooksonline.com,2015-02-03:5170231:Comment:6140222015-02-03T07:00:51.024ZSaurabh Pandeyhttp://openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>ये क्या है ? लघुकथा कहना क्या चाहती है ?</p>
<p>किसी अतिरेक को व्यापक बनाना कुछ समझ में नहीं आया.</p>
<p>शुभेच्छाएँ</p>
<p></p>
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<p>ये क्या है ? लघुकथा कहना क्या चाहती है ?</p>
<p>किसी अतिरेक को व्यापक बनाना कुछ समझ में नहीं आया.</p>
<p>शुभेच्छाएँ</p>
<p></p>
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<div style="display: none;" id="__hggasdgjhsagd_once"></div> इस लघुकथा में जो थीम पे बात…tag:openbooksonline.com,2015-02-03:5170231:Comment:6141102015-02-03T06:15:34.189Zमोहन बेगोवालhttp://openbooksonline.com/profile/DrMohanlal
<p> इस लघुकथा में जो थीम पे बात कहने की कोशश की गई , मेरी समझ मुताबिक अगर इस का कथा को मजबूती से उभारा जाता तो अच्छा होता , इस तरह एक बात को सही जतलाने दूसरी बात का सहारा लेने की कोशिश करना </p>
<p> इस लघुकथा में जो थीम पे बात कहने की कोशश की गई , मेरी समझ मुताबिक अगर इस का कथा को मजबूती से उभारा जाता तो अच्छा होता , इस तरह एक बात को सही जतलाने दूसरी बात का सहारा लेने की कोशिश करना </p> जिसका बड़ा भाई हो शराबी, छोटा…tag:openbooksonline.com,2015-02-03:5170231:Comment:6138382015-02-03T05:05:34.644ZEr. Ganesh Jee "Bagi"http://openbooksonline.com/profile/GaneshJee
<p>जिसका बड़ा भाई हो शराबी, छोटा पिए तो है क्या खराबी !! </p>
<p>हा हा हा हा, मतलब खानदानी चरित्रहीनों की कहानी है, लिव रिलेशनशिप और सच्चा प्यार ......खैर यह विवादास्पद और चर्चा का विषय है.</p>
<p>//<span>"पापा, बहुत हो गया आप लोगों का ड्रामा"//</span></p>
<p>अगर दिल से कहूँ तो इस लघुकथा में कथा कम और ड्रामा ही अधिक दिखा.</p>
<p>सादर…</p>
<p></p>
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<p>जिसका बड़ा भाई हो शराबी, छोटा पिए तो है क्या खराबी !! </p>
<p>हा हा हा हा, मतलब खानदानी चरित्रहीनों की कहानी है, लिव रिलेशनशिप और सच्चा प्यार ......खैर यह विवादास्पद और चर्चा का विषय है.</p>
<p>//<span>"पापा, बहुत हो गया आप लोगों का ड्रामा"//</span></p>
<p>अगर दिल से कहूँ तो इस लघुकथा में कथा कम और ड्रामा ही अधिक दिखा.</p>
<p>सादर</p>
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