Comments - बे-शक ही न्यारा होगा - Open Books Online2024-03-28T09:07:24Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A713463&xn_auth=noआज एक गजल पोस्ट की है सायद कल…tag:openbooksonline.com,2015-11-08:5170231:Comment:7140412015-11-08T13:40:46.274Zamod shrivastav (bindouri)http://openbooksonline.com/profile/amodbindouri
आज एक गजल पोस्ट की है सायद कल तक अप्रूब्द हो जाये उसके बाद की रचनाएँ अब सिर्फ गंभीर ही आएगी नमन
आज एक गजल पोस्ट की है सायद कल तक अप्रूब्द हो जाये उसके बाद की रचनाएँ अब सिर्फ गंभीर ही आएगी नमन आ रवि सर मैं अभी गजल की मंत्र…tag:openbooksonline.com,2015-11-08:5170231:Comment:7138662015-11-08T13:38:24.144Zamod shrivastav (bindouri)http://openbooksonline.com/profile/amodbindouri
आ रवि सर मैं अभी गजल की मंत्रा भार पर बिठाना और शब्द का सही तरीके से लिखने वाले अध्याय में हूँ अभी मैं शब्द से खेल नही पा रहा हूँ पर आप की बात मैं समझ गया मैं अब वक्त देता हूँ और अगली रचना गंभीर ठीक आएगी<br />
सभी को नमन आभार
आ रवि सर मैं अभी गजल की मंत्रा भार पर बिठाना और शब्द का सही तरीके से लिखने वाले अध्याय में हूँ अभी मैं शब्द से खेल नही पा रहा हूँ पर आप की बात मैं समझ गया मैं अब वक्त देता हूँ और अगली रचना गंभीर ठीक आएगी<br />
सभी को नमन आभार आ मिथलेश सर आ आबिद अली सर आ र…tag:openbooksonline.com,2015-11-08:5170231:Comment:7137572015-11-08T13:33:57.388Zamod shrivastav (bindouri)http://openbooksonline.com/profile/amodbindouri
आ मिथलेश सर आ आबिद अली सर आ रवि सर सादर नमन आभार
आ मिथलेश सर आ आबिद अली सर आ रवि सर सादर नमन आभार आदरणीय आमोद जी सुन्दर प्रयास…tag:openbooksonline.com,2015-11-08:5170231:Comment:7138442015-11-08T04:10:56.224ZRavi Shuklahttp://openbooksonline.com/profile/RaviShukla
आदरणीय आमोद जी सुन्दर प्रयास हुआ है बधाई इसके लिए । पोस्ट होने से पूर्व रचना कुछ समय और चाहती थी ।
आदरणीय आमोद जी सुन्दर प्रयास हुआ है बधाई इसके लिए । पोस्ट होने से पूर्व रचना कुछ समय और चाहती थी । बेशक न्यारा है, यह देश हमारा…tag:openbooksonline.com,2015-11-06:5170231:Comment:7135022015-11-06T18:08:33.504ZAbid ali mansoorihttp://openbooksonline.com/profile/Abidalimansoori
<p>बेशक न्यारा है, यह देश हमारा है! वधाई आमोद जी!</p>
<p>बेशक न्यारा है, यह देश हमारा है! वधाई आमोद जी!</p> बढ़िया प्रयास हुआ है आदरणीय आम…tag:openbooksonline.com,2015-11-06:5170231:Comment:7136492015-11-06T15:19:07.104Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p>बढ़िया प्रयास हुआ है आदरणीय आमोद जी हार्दिक बधाई </p>
<p>बढ़िया प्रयास हुआ है आदरणीय आमोद जी हार्दिक बधाई </p> क्षमा चाहूँगा
बेशक हमारा होगा…tag:openbooksonline.com,2015-11-06:5170231:Comment:7133912015-11-06T14:43:34.213Zamod shrivastav (bindouri)http://openbooksonline.com/profile/amodbindouri
क्षमा चाहूँगा<br />
बेशक हमारा होगा<br />
यह देश न्यारा होगा
क्षमा चाहूँगा<br />
बेशक हमारा होगा<br />
यह देश न्यारा होगा