Comments - ग़ज़ल ( किस ने फूंके नशेमन तमाम ) - Open Books Online2024-03-28T13:49:57Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A814795&xn_auth=noमुहतरम जनाब मिथिलेश साहिब, ग़ज़…tag:openbooksonline.com,2016-11-23:5170231:Comment:8156452016-11-23T13:13:08.388ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुहतरम जनाब मिथिलेश साहिब, ग़ज़ल में आपकी शिरकत और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ---</p>
<p>मुहतरम जनाब मिथिलेश साहिब, ग़ज़ल में आपकी शिरकत और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ---</p> आदरणीय तस्दीक जी, वाह वाह वाह…tag:openbooksonline.com,2016-11-22:5170231:Comment:8153562016-11-22T18:06:43.175Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p>आदरणीय तस्दीक जी, वाह वाह वाह.... क्या ही उम्दा ग़ज़ल कही है. शेर दर शेर दाद ओ मुबारकबाद कुबूल फरमाएं. सादर </p>
<p>आदरणीय तस्दीक जी, वाह वाह वाह.... क्या ही उम्दा ग़ज़ल कही है. शेर दर शेर दाद ओ मुबारकबाद कुबूल फरमाएं. सादर </p> मुहतरम जनाब गिरिराज साहिब , ग़…tag:openbooksonline.com,2016-11-22:5170231:Comment:8153502016-11-22T16:07:11.665ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुहतरम जनाब गिरिराज साहिब , ग़ज़ल में शिरकत और आपकी हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ---</p>
<p>मुहतरम जनाब गिरिराज साहिब , ग़ज़ल में शिरकत और आपकी हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ---</p> आदरणीय तस्दीक भाई , उमदा गज़ल…tag:openbooksonline.com,2016-11-22:5170231:Comment:8152562016-11-22T05:58:15.678Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooksonline.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीय तस्दीक भाई , उमदा गज़ल कही है , दिल से बधाइयाँ आपको ।</p>
<p>आदरणीय तस्दीक भाई , उमदा गज़ल कही है , दिल से बधाइयाँ आपको ।</p> जनाब सुरेंद्र नाथ साहिब , ग़ज़ल…tag:openbooksonline.com,2016-11-21:5170231:Comment:8150902016-11-21T11:36:35.971ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब सुरेंद्र नाथ साहिब , ग़ज़ल की सराहना और आपकी हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया </p>
<p>जनाब सुरेंद्र नाथ साहिब , ग़ज़ल की सराहना और आपकी हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया </p> मोहतरम तस्दीक अहमद खान जी साद…tag:openbooksonline.com,2016-11-21:5170231:Comment:8149622016-11-21T00:22:00.722Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
मोहतरम तस्दीक अहमद खान जी सादर अभिवादन,<br />
आपकी गजल का हर शेर सवा शेर, बधाई निवेदित है।
मोहतरम तस्दीक अहमद खान जी सादर अभिवादन,<br />
आपकी गजल का हर शेर सवा शेर, बधाई निवेदित है। जनाब आमोद बिंदोरी साहिब ,…tag:openbooksonline.com,2016-11-20:5170231:Comment:8151152016-11-20T13:53:32.683ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p> जनाब आमोद बिंदोरी साहिब , ग़ज़ल में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया , महरबानी ---</p>
<p> जनाब आमोद बिंदोरी साहिब , ग़ज़ल में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया , महरबानी ---</p> मोहतरम जनाब समर कबीर साहिब आद…tag:openbooksonline.com,2016-11-20:5170231:Comment:8151132016-11-20T13:49:12.233ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मोहतरम जनाब समर कबीर साहिब आदाब , ग़ज़ल में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया , महरबानी ---</p>
<p>मोहतरम जनाब समर कबीर साहिब आदाब , ग़ज़ल में गहराई से शिरकत करने और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया , महरबानी ---</p> बहुत खूब आ तस्दीक साहब
बधाई…tag:openbooksonline.com,2016-11-20:5170231:Comment:8151072016-11-20T13:09:41.644Zamod shrivastav (bindouri)http://openbooksonline.com/profile/amodbindouri
बहुत खूब आ तस्दीक साहब<br />
<br />
बधाई नमन
बहुत खूब आ तस्दीक साहब<br />
<br />
बधाई नमन जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,उ…tag:openbooksonline.com,2016-11-20:5170231:Comment:8148662016-11-20T11:33:14.349ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,उम्दा ग़ज़ल हुई है दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं ।
जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,उम्दा ग़ज़ल हुई है दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं ।