Comments - ग़ज़ल- नवजीवन की आशा हूँ - Open Books Online2024-03-28T20:15:05Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A834709&xn_auth=noआदरणीय पवन मिश्र जी, सुन्दर भ…tag:openbooksonline.com,2017-02-09:5170231:Comment:8349812017-02-09T15:52:45.041Zजयनित कुमार मेहताhttp://openbooksonline.com/profile/JaynitKumarMehta
आदरणीय पवन मिश्र जी, सुन्दर भावों से सजी इस बेहद खूबसूरत रचना के लिए बहुत बहुत बधाई आपको
आदरणीय पवन मिश्र जी, सुन्दर भावों से सजी इस बेहद खूबसूरत रचना के लिए बहुत बहुत बधाई आपको आदरणीय पवन जी, छोटी बह्र में…tag:openbooksonline.com,2017-02-08:5170231:Comment:8348962017-02-08T10:25:26.279Zमिथिलेश वामनकरhttp://openbooksonline.com/profile/mw
<p>आदरणीय पवन जी, छोटी बह्र में बहुत उम्दा ग़ज़ल कही है आपने. शेर-दर-शेर दाद ओ मुबारकबाद कुबूल फरमाएं. सादर </p>
<p>आदरणीय पवन जी, छोटी बह्र में बहुत उम्दा ग़ज़ल कही है आपने. शेर-दर-शेर दाद ओ मुबारकबाद कुबूल फरमाएं. सादर </p> आद. समर साहब, तहे दिल से शुक्…tag:openbooksonline.com,2017-02-07:5170231:Comment:8345872017-02-07T10:29:39.585Zडॉ पवन मिश्रhttp://openbooksonline.com/profile/2tllvricxnsjg
<p>आद. समर साहब, तहे दिल से शुक्रिया। मूल में सुधार कर् लिया है। पुनः आभार</p>
<p>आद. समर साहब, तहे दिल से शुक्रिया। मूल में सुधार कर् लिया है। पुनः आभार</p> जनाब मोहम्मद आरिफ साहिब, बहुत…tag:openbooksonline.com,2017-02-07:5170231:Comment:8345862017-02-07T10:28:44.545Zडॉ पवन मिश्रhttp://openbooksonline.com/profile/2tllvricxnsjg
<p>जनाब मोहम्मद आरिफ साहिब, बहुत बहुत शुक्रिया</p>
<p>जनाब मोहम्मद आरिफ साहिब, बहुत बहुत शुक्रिया</p> जनाब डॉ.पवन मिश्र साहिब आदाब,…tag:openbooksonline.com,2017-02-06:5170231:Comment:8348572017-02-06T12:41:21.094ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
जनाब डॉ.पवन मिश्र साहिब आदाब,उम्दा ग़ज़ल हुई है,दाद के साथ मुबारकबफ पेश करता हूँ ।<br />
चौथे शैर के ऊला में ऐब-ए-तनाफ़ुर देखिये,'पर रख' ।
जनाब डॉ.पवन मिश्र साहिब आदाब,उम्दा ग़ज़ल हुई है,दाद के साथ मुबारकबफ पेश करता हूँ ।<br />
चौथे शैर के ऊला में ऐब-ए-तनाफ़ुर देखिये,'पर रख' । आदरणीय पवन मिश्र जी आदाब, अच्…tag:openbooksonline.com,2017-02-06:5170231:Comment:8348502017-02-06T12:14:23.176ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
आदरणीय पवन मिश्र जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल के लिए दिली मुबारक़बाद क़ुबूल करें ।
आदरणीय पवन मिश्र जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल के लिए दिली मुबारक़बाद क़ुबूल करें । आद. दिनेश कुमार 'दानिश' जी, प…tag:openbooksonline.com,2017-02-06:5170231:Comment:8347332017-02-06T01:40:19.989Zडॉ पवन मिश्रhttp://openbooksonline.com/profile/2tllvricxnsjg
<p>आद. दिनेश कुमार 'दानिश' जी, पंक्तियां आप तक पँहुची,,,लिखना सार्थक हुआ। आभार आपका</p>
<p>आद. दिनेश कुमार 'दानिश' जी, पंक्तियां आप तक पँहुची,,,लिखना सार्थक हुआ। आभार आपका</p> आद. सतविंद्र कुमार राणा जी, ब…tag:openbooksonline.com,2017-02-06:5170231:Comment:8348292017-02-06T01:38:31.382Zडॉ पवन मिश्रhttp://openbooksonline.com/profile/2tllvricxnsjg
<p>आद. सतविंद्र कुमार राणा जी, बहुत बहुत धन्यवाद आपको</p>
<p>आद. सतविंद्र कुमार राणा जी, बहुत बहुत धन्यवाद आपको</p> आद. सौरभ जी, आपकी उत्साहवर्धक…tag:openbooksonline.com,2017-02-06:5170231:Comment:8348272017-02-06T01:37:05.470Zडॉ पवन मिश्रhttp://openbooksonline.com/profile/2tllvricxnsjg
<p>आद. सौरभ जी, आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिये हृदयतल से आभार।</p>
<p>आद. सौरभ जी, आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिये हृदयतल से आभार।</p> घोर तिमिर के मस्तक पर।
अरुणोद…tag:openbooksonline.com,2017-02-06:5170231:Comment:8347312017-02-06T01:32:18.821Zदिनेश कुमारhttp://openbooksonline.com/profile/0bbsmwu5qzvln
घोर तिमिर के मस्तक पर।<br />
अरुणोदय की आभा हूँ।।<br />
उम्दा ग़ज़ल। वाह वाह। डॉ साहब। बहुत खूब
घोर तिमिर के मस्तक पर।<br />
अरुणोदय की आभा हूँ।।<br />
उम्दा ग़ज़ल। वाह वाह। डॉ साहब। बहुत खूब