Comments - आदमी तो बनो - Open Books Online2024-03-29T09:04:38Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A865476&xn_auth=noआदरणीय नीरज भाई , बढिया गज़ल क…tag:openbooksonline.com,2017-07-10:5170231:Comment:8662112017-07-10T12:47:35.672Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooksonline.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीय नीरज भाई , बढिया गज़ल कही है , दिली मुबारक बाद पेश है . कुबूल कीजिये</p>
<p>चौथे शेर के दोंनो मिसरों मे ' तो ' अच्छा नही लग रहा है ... इस पर विचार कर सकते हैं ।</p>
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<p>आदरणीय नीरज भाई , बढिया गज़ल कही है , दिली मुबारक बाद पेश है . कुबूल कीजिये</p>
<p>चौथे शेर के दोंनो मिसरों मे ' तो ' अच्छा नही लग रहा है ... इस पर विचार कर सकते हैं ।</p>
<p></p> जनाब नीरज कुमार'नीर'साहिब आदा…tag:openbooksonline.com,2017-07-09:5170231:Comment:8655052017-07-09T14:24:08.360Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
जनाब नीरज कुमार'नीर'साहिब आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,दाद के साथ मुबारकबाद पेश करता हूँ ।<br />
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जनाब नीरज कुमार'नीर'साहिब आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,दाद के साथ मुबारकबाद पेश करता हूँ ।<br />
RSS आ. भाई नीरज जी हार्दिक बधाई ।tag:openbooksonline.com,2017-07-09:5170231:Comment:8653962017-07-09T12:43:53.212Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
आ. भाई नीरज जी हार्दिक बधाई ।
आ. भाई नीरज जी हार्दिक बधाई । बहुत बहुत शुक्रिया मोहतरम समर…tag:openbooksonline.com,2017-07-09:5170231:Comment:8653012017-07-09T09:12:57.677ZNeeraj Neerhttp://openbooksonline.com/profile/NeerajKumarNeer
<p>बहुत बहुत शुक्रिया मोहतरम समर कबीर साहब . </p>
<p>बहुत बहुत शुक्रिया मोहतरम समर कबीर साहब . </p> जनाब नीरज कुमार'नीर'साहिब आदा…tag:openbooksonline.com,2017-07-08:5170231:Comment:8652862017-07-08T12:44:39.707ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
जनाब नीरज कुमार'नीर'साहिब आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,दाद के साथ मुबारकबाद पेश करता हूँ ।
जनाब नीरज कुमार'नीर'साहिब आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,दाद के साथ मुबारकबाद पेश करता हूँ ।