Comments - गजल(कह रहे,...) - Open Books Online2024-03-29T07:19:30Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A883831&xn_auth=noआदरणीय गिरिराज भाई,आपका बहुत…tag:openbooksonline.com,2017-09-26:5170231:Comment:8844772017-09-26T17:03:51.840ZManan Kumar singhhttp://openbooksonline.com/profile/MananKumarsingh
आदरणीय गिरिराज भाई,आपका बहुत बहुत शुक्रिया।
आदरणीय गिरिराज भाई,आपका बहुत बहुत शुक्रिया। आभारी हूँ भाई रामबली जी।tag:openbooksonline.com,2017-09-26:5170231:Comment:8844762017-09-26T17:01:37.105ZManan Kumar singhhttp://openbooksonline.com/profile/MananKumarsingh
आभारी हूँ भाई रामबली जी।
आभारी हूँ भाई रामबली जी। भाई मनन सिंह जी ग़ज़ल पर अच्छा…tag:openbooksonline.com,2017-09-26:5170231:Comment:8847202017-09-26T16:11:46.731Zरामबली गुप्ताhttp://openbooksonline.com/profile/RAMBALIGUPTA
भाई मनन सिंह जी ग़ज़ल पर अच्छा प्रयास हुआ है दिल से बधाई स्वीकारिये।
भाई मनन सिंह जी ग़ज़ल पर अच्छा प्रयास हुआ है दिल से बधाई स्वीकारिये। आभारी हूँ आदरणीय समर जी,नमन।उ…tag:openbooksonline.com,2017-09-26:5170231:Comment:8845402017-09-26T15:57:03.348ZManan Kumar singhhttp://openbooksonline.com/profile/MananKumarsingh
आभारी हूँ आदरणीय समर जी,नमन।उर्दू वाले शब्दों में कहीं कहीं बात फँसती है,परिमार्जन करता हूँ,शुक्रिया।
आभारी हूँ आदरणीय समर जी,नमन।उर्दू वाले शब्दों में कहीं कहीं बात फँसती है,परिमार्जन करता हूँ,शुक्रिया। आदरनीय मनन भाई , अच्छी गज़ल कह…tag:openbooksonline.com,2017-09-26:5170231:Comment:8845382017-09-26T15:46:05.450Zगिरिराज भंडारीhttp://openbooksonline.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरनीय मनन भाई , अच्छी गज़ल कही है दिल से बधाइयाँ प्रेषित हैं , स्वीकार कीजिये ।</p>
<p>आदरनीय मनन भाई , अच्छी गज़ल कही है दिल से बधाइयाँ प्रेषित हैं , स्वीकार कीजिये ।</p> आभारी हूँ आदरणीय महेंद्र जी।'…tag:openbooksonline.com,2017-09-26:5170231:Comment:8845352017-09-26T15:40:17.776ZManan Kumar singhhttp://openbooksonline.com/profile/MananKumarsingh
आभारी हूँ आदरणीय महेंद्र जी।'सबेरा को बुलाया जा रहा', हो सकता है,'सबेरे' को नहीं।
आभारी हूँ आदरणीय महेंद्र जी।'सबेरा को बुलाया जा रहा', हो सकता है,'सबेरे' को नहीं। जनाब मनन कुमार सिंह जी आदाब,ग़…tag:openbooksonline.com,2017-09-26:5170231:Comment:8843722017-09-26T09:30:41.154ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
जनाब मनन कुमार सिंह जी आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,बधाई स्वीकार करें ।<br />
6ठे शैर के ऊला में 'मर्सिया'शब्द पुल्लिंग है, देखियेगा ।
जनाब मनन कुमार सिंह जी आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,बधाई स्वीकार करें ।<br />
6ठे शैर के ऊला में 'मर्सिया'शब्द पुल्लिंग है, देखियेगा । आ. मनन जी, बहुत बढ़िया ग़ज़ल कही…tag:openbooksonline.com,2017-09-25:5170231:Comment:8840602017-09-25T14:44:43.849ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>आ. मनन जी, बहुत बढ़िया ग़ज़ल कही है आपने. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए.</p>
<p></p>
<p>क्या ये मिसरे ऐसे हो सकते हैं :</p>
<p></p>
<p><strong>सच ये है,</strong> सच को दबाया जा रहा।1</p>
<p>अब <strong>सवेरे</strong> को बुलाया जा रहा।7</p>
<p></p>
<p>देख लीजिएगा. सादर.</p>
<p>आ. मनन जी, बहुत बढ़िया ग़ज़ल कही है आपने. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए.</p>
<p></p>
<p>क्या ये मिसरे ऐसे हो सकते हैं :</p>
<p></p>
<p><strong>सच ये है,</strong> सच को दबाया जा रहा।1</p>
<p>अब <strong>सवेरे</strong> को बुलाया जा रहा।7</p>
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<p>देख लीजिएगा. सादर.</p> आभारी हूँ आदरणीय आरिफ भाई।tag:openbooksonline.com,2017-09-25:5170231:Comment:8840282017-09-25T08:10:31.033ZManan Kumar singhhttp://openbooksonline.com/profile/MananKumarsingh
आभारी हूँ आदरणीय आरिफ भाई।
आभारी हूँ आदरणीय आरिफ भाई। आदरणीय मनन कुमार जी आदाब, बेह…tag:openbooksonline.com,2017-09-25:5170231:Comment:8840012017-09-25T07:51:47.607ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
आदरणीय मनन कुमार जी आदाब, बेहतरीन ग़ज़ल । हर शे'र बेहतरीन और वज़्नदार ।हार्दिक बधाई स्वीकार करें । बाक़ी गुणीजन आपनी अमूल्य राय देंगे ।
आदरणीय मनन कुमार जी आदाब, बेहतरीन ग़ज़ल । हर शे'र बेहतरीन और वज़्नदार ।हार्दिक बधाई स्वीकार करें । बाक़ी गुणीजन आपनी अमूल्य राय देंगे ।