Comments - बीमार? - Open Books Online2024-03-29T02:32:12Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A902650&xn_auth=noआदरणीय विजय निकोर जी हौसला अफ़…tag:openbooksonline.com,2017-12-15:5170231:Comment:9034312017-12-15T05:14:43.376Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>आदरणीय विजय निकोर जी हौसला अफ़ज़ाई का बहुत शुक्रिया .. आपकी सराहनीय टिप्पणी किसी टॉनिक से कम नहीं ...</p>
<p>आदरणीय विजय निकोर जी हौसला अफ़ज़ाई का बहुत शुक्रिया .. आपकी सराहनीय टिप्पणी किसी टॉनिक से कम नहीं ...</p> आदरणीया राजेश कुमारी जी बहुमू…tag:openbooksonline.com,2017-12-15:5170231:Comment:9033332017-12-15T05:06:41.440Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी बहुमूल्य एवं उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए धन्यवाद ..</p>
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<p>आदरणीया राजेश कुमारी जी बहुमूल्य एवं उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए धन्यवाद ..</p>
<p></p> सुन्दर लघु कथा के लिए हार्दिक…tag:openbooksonline.com,2017-12-14:5170231:Comment:9031862017-12-14T10:23:42.056Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>सुन्दर लघु कथा के लिए हार्दिक बधाई, आदरणीय <span>नादिर ख़ान साहिब।</span></p>
<p>सुन्दर लघु कथा के लिए हार्दिक बधाई, आदरणीय <span>नादिर ख़ान साहिब।</span></p> कम शब्दों में आज के मेडिकल सि…tag:openbooksonline.com,2017-12-12:5170231:Comment:9030402017-12-12T15:15:48.809Zrajesh kumarihttp://openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p>कम शब्दों में आज के मेडिकल सिस्टम की पोल खोल कर रख दी बेहतरीन लघु कथा आद० नादिर खान जी बहुत बहुत बधाई </p>
<p>कम शब्दों में आज के मेडिकल सिस्टम की पोल खोल कर रख दी बेहतरीन लघु कथा आद० नादिर खान जी बहुत बहुत बधाई </p> हौसला अफ़ज़ाई का बहुत शुक्रिया…tag:openbooksonline.com,2017-12-11:5170231:Comment:9026972017-12-11T11:39:26.355Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>हौसला अफ़ज़ाई का बहुत शुक्रिया जनाब समर कबीर साहब ... कोशिश सार्थक हुयी</p>
<p>हौसला अफ़ज़ाई का बहुत शुक्रिया जनाब समर कबीर साहब ... कोशिश सार्थक हुयी</p> आदरणीय सोमेश जी आपने रचना को…tag:openbooksonline.com,2017-12-11:5170231:Comment:9026962017-12-11T11:32:35.244Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>आदरणीय सोमेश जी आपने रचना को जो मान दिया उसके लिए बहुत बहुत शुक्रिया आपका ...</p>
<p>आदरणीय सोमेश जी आपने रचना को जो मान दिया उसके लिए बहुत बहुत शुक्रिया आपका ...</p> जनाब नादिर ख़ान साहिब आदाब,कम…tag:openbooksonline.com,2017-12-11:5170231:Comment:9026912017-12-11T08:51:55.963ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब नादिर ख़ान साहिब आदाब,कम शब्दों में बहतरीन लघुकथा लिख दी आपने,वाह बहुत ख़ूब, इस प्रस्तुति पर दिल से ढेरों बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब नादिर ख़ान साहिब आदाब,कम शब्दों में बहतरीन लघुकथा लिख दी आपने,वाह बहुत ख़ूब, इस प्रस्तुति पर दिल से ढेरों बधाई स्वीकार करें ।</p> एक साथ आप ने सबकी भूख साध ली…tag:openbooksonline.com,2017-12-10:5170231:Comment:9026772017-12-10T10:28:29.460Zsomesh kumarhttp://openbooksonline.com/profile/someshkuar
<p>एक साथ आप ने सबकी भूख साध ली यही इस लघुकथा की गहनता है |रचना के लिए बधाई |</p>
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<p>एक साथ आप ने सबकी भूख साध ली यही इस लघुकथा की गहनता है |रचना के लिए बधाई |</p>
<p></p> जनाब शेख शहजाद साहब आपने रचना…tag:openbooksonline.com,2017-12-10:5170231:Comment:9025802017-12-10T09:36:07.064Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>जनाब शेख शहजाद साहब आपने रचना को जो मान दिया उसके लिए शुक्रिया ... भूख पर कविता लिखते लिखते ये लघुकथा बन गई.... मार्गदर्शन का बहुत बहुत शुक्रिया ।</p>
<p>जनाब शेख शहजाद साहब आपने रचना को जो मान दिया उसके लिए शुक्रिया ... भूख पर कविता लिखते लिखते ये लघुकथा बन गई.... मार्गदर्शन का बहुत बहुत शुक्रिया ।</p> हौसला अफजाई का बहुत शुक्रिया…tag:openbooksonline.com,2017-12-10:5170231:Comment:9025782017-12-10T09:32:26.376Zनादिर ख़ानhttp://openbooksonline.com/profile/Nadir
<p>हौसला अफजाई का बहुत शुक्रिया जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहब .....</p>
<p>हौसला अफजाई का बहुत शुक्रिया जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहब .....</p>