Comments - कुंडलिया छंद - Open Books Online2024-03-28T23:39:54Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A919321&xn_auth=noआदरणीय नवीन मणि जी , सादर प्र…tag:openbooksonline.com,2018-03-21:5170231:Comment:9206112018-03-21T10:36:31.136ZAnamika singh Anahttp://openbooksonline.com/profile/AnamikasinghAna
<p>आदरणीय नवीन मणि जी , सादर प्रणाम..कुंडलिया शब्द या शब्द समूह से ही समाप्त होती इतनी ही जानकारी है मुझे..Obo के छंद समूह में सारी जानकारी विस्तार से दी गई है । उससे कुछ कम ही ज्ञान है मुझको , सादर ।</p>
<p>आदरणीय नवीन मणि जी , सादर प्रणाम..कुंडलिया शब्द या शब्द समूह से ही समाप्त होती इतनी ही जानकारी है मुझे..Obo के छंद समूह में सारी जानकारी विस्तार से दी गई है । उससे कुछ कम ही ज्ञान है मुझको , सादर ।</p> एक शंका है अगर आप को जानकारी…tag:openbooksonline.com,2018-03-19:5170231:Comment:9201372018-03-19T12:54:18.465ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>एक शंका है अगर आप को जानकारी हो तो अवश्य बताएं । क्या कुंडलियों में जिस शब्द या शब्द समूह से प्रारम्भ करते हैं उसी शब्द या शब्द समूह से अंत करना अनिवार्य है । यह इससे हटकर भी कुंडलियां लिखी जा सकती हैं ।</p>
<p>एक शंका है अगर आप को जानकारी हो तो अवश्य बताएं । क्या कुंडलियों में जिस शब्द या शब्द समूह से प्रारम्भ करते हैं उसी शब्द या शब्द समूह से अंत करना अनिवार्य है । यह इससे हटकर भी कुंडलियां लिखी जा सकती हैं ।</p> आदरणीय विजय निकोर जी , छंद आप…tag:openbooksonline.com,2018-03-19:5170231:Comment:9202762018-03-19T06:51:15.347ZAnamika singh Anahttp://openbooksonline.com/profile/AnamikasinghAna
<p>आदरणीय विजय निकोर जी , छंद आपको पसंद आया..लेखन कर्म सफल हुआ , मेरा प्रयास अवश्य रहेगा नवीन रचनाओं के लेखन हेतु ..सादर !</p>
<p>आदरणीय विजय निकोर जी , छंद आपको पसंद आया..लेखन कर्म सफल हुआ , मेरा प्रयास अवश्य रहेगा नवीन रचनाओं के लेखन हेतु ..सादर !</p> आदरणीया प्रतिभा जी ,प्रस्तुत…tag:openbooksonline.com,2018-03-19:5170231:Comment:9201292018-03-19T06:47:46.004ZAnamika singh Anahttp://openbooksonline.com/profile/AnamikasinghAna
<p>आदरणीया प्रतिभा जी ,प्रस्तुत कुंडलिया छंद को सराहने हेतु आपका हार्दिक आभार ,सादर !</p>
<p>आदरणीया प्रतिभा जी ,प्रस्तुत कुंडलिया छंद को सराहने हेतु आपका हार्दिक आभार ,सादर !</p> बहुत ही खूबसूरत छंद.. आनन्द आ…tag:openbooksonline.com,2018-03-19:5170231:Comment:9202682018-03-19T06:22:19.352Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>बहुत ही खूबसूरत छंद.. आनन्द आ गया। आशा है आप और लिख कर कृतार्थ करेंगी।</p>
<p>बहुत ही खूबसूरत छंद.. आनन्द आ गया। आशा है आप और लिख कर कृतार्थ करेंगी।</p> जीवन की यह रीति , सार है सब…tag:openbooksonline.com,2018-03-18:5170231:Comment:9202132018-03-18T14:13:50.514Zpratibha pandehttp://openbooksonline.com/profile/pratibhapande
<p>जीवन की यह रीति , सार है सब धर्मों का l</p>
<p>करना ऐसे कर्म , मिले फल सत्कर्मों का ll// सत्य वचन </p>
<p></p>
<p>बहुत सुगढ़ प्रभावशाली कुण्डलिया छंद ....हार्दिक बधाई आदरणीया अनामिका जी </p>
<p>जीवन की यह रीति , सार है सब धर्मों का l</p>
<p>करना ऐसे कर्म , मिले फल सत्कर्मों का ll// सत्य वचन </p>
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<p>बहुत सुगढ़ प्रभावशाली कुण्डलिया छंद ....हार्दिक बधाई आदरणीया अनामिका जी </p> मोहतरमा अनामिका सिंह 'अना'जी…tag:openbooksonline.com,2018-03-16:5170231:Comment:9193892018-03-16T06:00:11.549ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>मोहतरमा अनामिका सिंह 'अना'जी आदाब,ओबीओ पर आपका स्वागत है,बहुत उम्दा कुण्डलिया छन्द हुए हैं,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>मोहतरमा अनामिका सिंह 'अना'जी आदाब,ओबीओ पर आपका स्वागत है,बहुत उम्दा कुण्डलिया छन्द हुए हैं,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> आदरणीय सुशील सरना जी , सादर प…tag:openbooksonline.com,2018-03-15:5170231:Comment:9194742018-03-15T13:23:34.206ZAnamika singh Anahttp://openbooksonline.com/profile/AnamikasinghAna
<p>आदरणीय सुशील सरना जी , सादर प्रणाम ,</p>
<p> प्रस्तुत कुंडलिया छंद पर सराहना व प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार आपका l</p>
<p>आदरणीय सुशील सरना जी , सादर प्रणाम ,</p>
<p> प्रस्तुत कुंडलिया छंद पर सराहना व प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार आपका l</p> वाह आदरणीया अनामिका जी बहुत ह…tag:openbooksonline.com,2018-03-15:5170231:Comment:9192712018-03-15T09:09:21.675ZSushil Sarnahttp://openbooksonline.com/profile/SushilSarna
<p>वाह आदरणीया अनामिका जी बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण कुंडलिया की प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।</p>
<p>वाह आदरणीया अनामिका जी बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण कुंडलिया की प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।</p> आदरणीय अशोक कुमार रक्ताले जी…tag:openbooksonline.com,2018-03-14:5170231:Comment:9193462018-03-14T15:52:35.679ZAnamika singh Anahttp://openbooksonline.com/profile/AnamikasinghAna
<p>आदरणीय अशोक कुमार रक्ताले जी , सादर प्रणाम l</p>
<p> ओ बी ओ साहित्यिक परिवार में स्वागत व प्रथम प्रविष्टि पर प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार आपका </p>
<p>आदरणीय अशोक कुमार रक्ताले जी , सादर प्रणाम l</p>
<p> ओ बी ओ साहित्यिक परिवार में स्वागत व प्रथम प्रविष्टि पर प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार आपका </p>