Comments - तब्दीले आबोहवा - Open Books Online2024-03-29T11:08:20Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A921171&xn_auth=noसराहना के लिए आपका हृदयतल से…tag:openbooksonline.com,2018-04-22:5170231:Comment:9259532018-04-22T00:16:10.268Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीय तस्दीक़ अहमद ख़ान साहिब।</span></p>
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीय तस्दीक़ अहमद ख़ान साहिब।</span></p> आ.जनाब विजय निकोरे साहिब ,गज़ब…tag:openbooksonline.com,2018-04-19:5170231:Comment:9258152018-04-19T13:24:47.209ZTasdiq Ahmed Khanhttp://openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>आ.जनाब विजय निकोरे साहिब ,गज़ब की मंज़र कशी आपने रचना में की है ,मुबारक बाद क़ुबूल फरमायें।</p>
<p>आ.जनाब विजय निकोरे साहिब ,गज़ब की मंज़र कशी आपने रचना में की है ,मुबारक बाद क़ुबूल फरमायें।</p> सराहना के लिए आपका हृदयतल से…tag:openbooksonline.com,2018-04-17:5170231:Comment:9253442018-04-17T15:28:22.800Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीय लक्ष्मण जी</span></p>
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीय लक्ष्मण जी</span></p> आ. भाई विजय जी, उत्तम प्रस्तु…tag:openbooksonline.com,2018-04-15:5170231:Comment:9250042018-04-15T07:05:21.418Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई विजय जी, उत्तम प्रस्तुति हुई है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई विजय जी, उत्तम प्रस्तुति हुई है । हार्दिक बधाई ।</p> सराहना के लिए आपका हृदयतल से…tag:openbooksonline.com,2018-04-14:5170231:Comment:9248822018-04-14T06:30:05.451Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीय बृजेश जी</span></p>
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीय बृजेश जी</span></p> क्या कहने आदरणीय विजय जी..निश…tag:openbooksonline.com,2018-04-13:5170231:Comment:9247452018-04-13T13:05:43.686Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>क्या कहने आदरणीय विजय जी..निशब्द हूँ..</p>
<p>क्या कहने आदरणीय विजय जी..निशब्द हूँ..</p> सराहना के लिए आपका हृदयतल से…tag:openbooksonline.com,2018-04-13:5170231:Comment:9247092018-04-13T01:10:42.030Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीया नीलम जी</span></p>
<p><span>सराहना के लिए आपका हृदयतल से आभार, आदरणीया नीलम जी</span></p> सराहना के लिए हृदयतल से आपका…tag:openbooksonline.com,2018-04-13:5170231:Comment:9247082018-04-13T01:09:45.384Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p><span>सराहना के लिए हृदयतल से आपका आभार, आदरणीय समर जी। मार्गदर्शन करते रहें। मैं उर्दु कविता लिखने में अभी नया हूँ। उर्दु से हिन्दी और उर्दु से अन्ग्रेज़ी का कोई शब्दकोश बता सकेंगे ? धन्यवाद।</span></p>
<p><span>सराहना के लिए हृदयतल से आपका आभार, आदरणीय समर जी। मार्गदर्शन करते रहें। मैं उर्दु कविता लिखने में अभी नया हूँ। उर्दु से हिन्दी और उर्दु से अन्ग्रेज़ी का कोई शब्दकोश बता सकेंगे ? धन्यवाद।</span></p> सुन्दर प्रतिक्रिया से इस रचना…tag:openbooksonline.com,2018-04-13:5170231:Comment:9247072018-04-13T01:05:38.810Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>सुन्दर प्रतिक्रिया से इस रचना को मान देने के लिए आपका हार्दिक आभार, आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी।</p>
<p>सुन्दर प्रतिक्रिया से इस रचना को मान देने के लिए आपका हार्दिक आभार, आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी।</p> आदरणीय विजय निकोर जी, बहुत ही…tag:openbooksonline.com,2018-04-12:5170231:Comment:9244872018-04-12T07:12:45.349ZNeelam Upadhyayahttp://openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय विजय निकोर जी, बहुत ही बढिया रचना । प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>आदरणीय विजय निकोर जी, बहुत ही बढिया रचना । प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>