Comments - चाय पर चर्चा (लघुकथा) - Open Books Online2024-03-28T15:33:08Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A931363&xn_auth=noमेरी इस रचना पर समय देकर अवलो…tag:openbooksonline.com,2018-05-29:5170231:Comment:9317992018-05-29T20:05:57.518ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>मेरी इस रचना पर समय देकर अवलोकन कर अनुमोदन और हौसला अफ़ज़ाई के साथ अपने विचार सांझा करने के लिये तहे दिल से बहुत- बहुत शुक्रिया मुहतरमा बबीता गुप्ता साहिबा, मुहतरमा नीलिमा उपाध्याय साहिबा, जनाब तेजवीर सिंह साहिब, जनाब चेतन प्रकाश साहिब, जनाब महेंद्र कुमार साहिब और.जनाब विजय निकोरे साहिब।</p>
<p>मेरी इस रचना पर समय देकर अवलोकन कर अनुमोदन और हौसला अफ़ज़ाई के साथ अपने विचार सांझा करने के लिये तहे दिल से बहुत- बहुत शुक्रिया मुहतरमा बबीता गुप्ता साहिबा, मुहतरमा नीलिमा उपाध्याय साहिबा, जनाब तेजवीर सिंह साहिब, जनाब चेतन प्रकाश साहिब, जनाब महेंद्र कुमार साहिब और.जनाब विजय निकोरे साहिब।</p> //काम ही मज़हब है इसके लिए //…tag:openbooksonline.com,2018-05-28:5170231:Comment:9318522018-05-28T06:55:10.034Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>//काम ही मज़हब है इसके लिए //.....</p>
<p></p>
<p>वाह, गज़ब.. ! इतना प्रभावशाली भाव ... आनन्द आ गया, भाई <span>शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी।</span></p>
<p>//काम ही मज़हब है इसके लिए //.....</p>
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<p>वाह, गज़ब.. ! इतना प्रभावशाली भाव ... आनन्द आ गया, भाई <span>शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी।</span></p> बढ़िया लघुकथा है आदरणीय शेख़ शह…tag:openbooksonline.com,2018-05-28:5170231:Comment:9317682018-05-28T05:24:54.400ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>बढ़िया लघुकथा है आदरणीय शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p>
<p>बढ़िया लघुकथा है आदरणीय शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.</p> हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मा…tag:openbooksonline.com,2018-05-26:5170231:Comment:9315932018-05-26T06:49:49.537ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मानी जी। बेहतरीन कटाक्ष पूर्ण लघुकथा।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय शेख उस्मानी जी। बेहतरीन कटाक्ष पूर्ण लघुकथा।</p> लघु-कथा का अभीष्ट ही उस का के…tag:openbooksonline.com,2018-05-24:5170231:Comment:9315382018-05-24T10:49:30.113ZChetan Prakashhttp://openbooksonline.com/profile/ChetanPrakash68
<p>लघु-कथा का अभीष्ट ही उस का केन्द्रीय भाव होता है, जो प्रस्तुति में स्पष्ट नहीं है। </p>
<p>में अभाव जान पड़ता है। </p>
<p>लघु-कथा का अभीष्ट ही उस का केन्द्रीय भाव होता है, जो प्रस्तुति में स्पष्ट नहीं है। </p>
<p>में अभाव जान पड़ता है। </p> आदरणीय शहजाद उस्मानी जी, नमस्…tag:openbooksonline.com,2018-05-24:5170231:Comment:9316082018-05-24T09:19:29.511ZNeelam Upadhyayahttp://openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय शहजाद उस्मानी जी, नमस्कार। बहुत ही बढ़िया विषयवस्तु है लघुकथा का। बधाई स्वीकार करें। </p>
<p>आदरणीय शहजाद उस्मानी जी, नमस्कार। बहुत ही बढ़िया विषयवस्तु है लघुकथा का। बधाई स्वीकार करें। </p> वर्तमान राजनेताओ की छवि और का…tag:openbooksonline.com,2018-05-24:5170231:Comment:9314292018-05-24T08:30:32.861Zbabitaguptahttp://openbooksonline.com/profile/babitagupta631
<p>वर्तमान राजनेताओ की छवि और कार्यशैली का प्रतीकात्मक शैली में वयां करना.बहुत ही सुंदर लगा ,प्रस्तुत रचना पर बधाई स्वीकार कीजिए आ.सर जी.</p>
<p>वर्तमान राजनेताओ की छवि और कार्यशैली का प्रतीकात्मक शैली में वयां करना.बहुत ही सुंदर लगा ,प्रस्तुत रचना पर बधाई स्वीकार कीजिए आ.सर जी.</p>