Comments - जलियांवाला बाग़ (लघुकथा) - Open Books Online2024-03-29T02:33:26Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A933898&xn_auth=noउत्तम कथा, हार्दिक बधाईtag:openbooksonline.com,2018-08-06:5170231:Comment:9436672018-08-06T16:20:03.114Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
<p>उत्तम कथा, हार्दिक बधाई</p>
<p>उत्तम कथा, हार्दिक बधाई</p> नमस्कार आदरणीया रक्षिता जी। ल…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361612018-06-26T05:34:47.621ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>नमस्कार आदरणीया रक्षिता जी। लघुकथा पसन्द करने के लिए आपका हृदय से आभारी हूँ। बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर।</p>
<p>नमस्कार आदरणीया रक्षिता जी। लघुकथा पसन्द करने के लिए आपका हृदय से आभारी हूँ। बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर।</p> आपकी समीक्षात्मक टिप्पणी के ह…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361602018-06-26T05:33:12.052ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>आपकी समीक्षात्मक टिप्पणी के हृदय से आभारी हूँ आदरणीय शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी। देखता हूँ क्या बेहतर कर सकता हूँ। बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर। </p>
<p>आपकी समीक्षात्मक टिप्पणी के हृदय से आभारी हूँ आदरणीय शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी। देखता हूँ क्या बेहतर कर सकता हूँ। बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर। </p> बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय लक्…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361592018-06-26T05:30:19.782ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय लक्ष्मण धामी जी। हार्दिक आभार। सादर। </p>
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय लक्ष्मण धामी जी। हार्दिक आभार। सादर। </p> नमस्कार आदरणीया नीलम जी। लघुक…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361582018-06-26T05:29:26.167ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>नमस्कार आदरणीया नीलम जी। लघुकथा पसन्द करने के लिए आपका हृदय से आभारी हूँ। बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर। </p>
<p>नमस्कार आदरणीया नीलम जी। लघुकथा पसन्द करने के लिए आपका हृदय से आभारी हूँ। बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर। </p> धन्यवाद आदरणीय श्याम नारायण ज…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361572018-06-26T05:27:41.654ZMahendra Kumarhttp://openbooksonline.com/profile/Mahendra
<p>धन्यवाद आदरणीय श्याम नारायण जी। हार्दिक आभार। सादर। </p>
<p>धन्यवाद आदरणीय श्याम नारायण जी। हार्दिक आभार। सादर। </p> आदरणीय महेन्द्र जी नमस्कार,
ल…tag:openbooksonline.com,2018-06-15:5170231:Comment:9343482018-06-15T09:20:18.387Zरक्षिता सिंहhttp://openbooksonline.com/profile/RakshitaSingh
<p>आदरणीय महेन्द्र जी नमस्कार,</p>
<p>लघुकथा पढते पढते आखों में उस समय के चलचित्र दौड़ पड़े....बहुत ही सुन्दर लघुकथा ।</p>
<p>हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>आदरणीय महेन्द्र जी नमस्कार,</p>
<p>लघुकथा पढते पढते आखों में उस समय के चलचित्र दौड़ पड़े....बहुत ही सुन्दर लघुकथा ।</p>
<p>हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।</p> आपकी कलम व परिकल्पना से एक और…tag:openbooksonline.com,2018-06-15:5170231:Comment:9340482018-06-15T00:33:56.446ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आपकी कलम व परिकल्पना से एक और उम्दा सृजन। हार्दिक बधाई आदरणीय <em>महेंद्र कुमार</em> साहिब। दरअसल जिन पाठकगण को इस ऐतिहासिक घटना के पात्रों के बारे में आवश्यक जानकारी नहीं है, वे कुछ असहजता महसूस कर सकते हैं रुचि लेने में, जबकि कुछ जानकार पाठकगण ऐसे विषयों में बहुत रुचि लेते हैं। रचना के अनुसार बढ़िया शीर्षक, लेकिन भाव अनुसार कोई संवेदनशील शीर्षक भी सोचा जा सकता है और 'जलियांवाला बाग़' स्थान नाम रचना में कहीं शामिल किया जा सकता है मेरे विचार से। सादर।</p>
<p>आपकी कलम व परिकल्पना से एक और उम्दा सृजन। हार्दिक बधाई आदरणीय <em>महेंद्र कुमार</em> साहिब। दरअसल जिन पाठकगण को इस ऐतिहासिक घटना के पात्रों के बारे में आवश्यक जानकारी नहीं है, वे कुछ असहजता महसूस कर सकते हैं रुचि लेने में, जबकि कुछ जानकार पाठकगण ऐसे विषयों में बहुत रुचि लेते हैं। रचना के अनुसार बढ़िया शीर्षक, लेकिन भाव अनुसार कोई संवेदनशील शीर्षक भी सोचा जा सकता है और 'जलियांवाला बाग़' स्थान नाम रचना में कहीं शामिल किया जा सकता है मेरे विचार से। सादर।</p> आ. भाई महेंद्र जी, बेहतरीन कथ…tag:openbooksonline.com,2018-06-14:5170231:Comment:9340352018-06-14T10:55:45.667Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई महेंद्र जी, बेहतरीन कथा हुयी है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई महेंद्र जी, बेहतरीन कथा हुयी है । हार्दिक बधाई ।</p> आदरणीय महेंद्र कुमार जी, नमस्…tag:openbooksonline.com,2018-06-14:5170231:Comment:9338042018-06-14T07:20:22.285ZNeelam Upadhyayahttp://openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय महेंद्र कुमार जी, <span>नमस्कार । बहुत ही अच्छी लघुकथा हुयी है । हार्दिक बधाई ।</span></p>
<p>आदरणीय महेंद्र कुमार जी, <span>नमस्कार । बहुत ही अच्छी लघुकथा हुयी है । हार्दिक बधाई ।</span></p>