Comments - कविता--कश्मीर अभी ज़िंदा है भाग-2 - Open Books Online2024-03-19T13:48:06Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A935185&xn_auth=noकश्मीर पर आपकी दोनों रचनाएँ अ…tag:openbooksonline.com,2018-07-13:5170231:Comment:9397482018-07-13T04:28:57.495Zvijay nikorehttp://openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>कश्मीर पर आपकी दोनों रचनाएँ अच्छी बनी हैं।हार्दिक बधाई।</p>
<p>कश्मीर पर आपकी दोनों रचनाएँ अच्छी बनी हैं।हार्दिक बधाई।</p> आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर। एक…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9363292018-06-26T09:37:27.462Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर। एक छोटा आशियाना बनाने में ऐसा व्यस्त हुआ कि समय ही नहीं निकल पा रहा था। पर अब पुनः सक्रिय हो गया हूँ। </p>
<p>आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर। एक छोटा आशियाना बनाने में ऐसा व्यस्त हुआ कि समय ही नहीं निकल पा रहा था। पर अब पुनः सक्रिय हो गया हूँ। </p> हार्दिक आभार आदरणीय सुरेंद्रन…tag:openbooksonline.com,2018-06-25:5170231:Comment:9358932018-06-25T15:30:27.022ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>हार्दिक आभार आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी । आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी से लेखन सार्थक हो गया ।</p>
<p> लंबे अंतराल के बाद पटल पर हुज़ूर का आना.हुआ ।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी । आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी से लेखन सार्थक हो गया ।</p>
<p> लंबे अंतराल के बाद पटल पर हुज़ूर का आना.हुआ ।</p> आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर अभिव…tag:openbooksonline.com,2018-06-25:5170231:Comment:9360762018-06-25T13:58:16.439Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर अभिवादन। बेहद प्रभावी ढंग से आपने यह कविता लिखी आपने। कश्मीर के हालात के सच को बयां करती। बधाई देता हूँ इस उत्तम सृजन पर।
आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर अभिवादन। बेहद प्रभावी ढंग से आपने यह कविता लिखी आपने। कश्मीर के हालात के सच को बयां करती। बधाई देता हूँ इस उत्तम सृजन पर। बहुत-बहुत शुक्रिया आली जनाब म…tag:openbooksonline.com,2018-06-23:5170231:Comment:9357532018-06-23T15:33:57.067ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आली जनाब मोहतरम समर कबीर साहब । आपकी टिप्पणी से लेखन सार्थक हो गया ।</p>
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<p>बहुत-बहुत शुक्रिया आली जनाब मोहतरम समर कबीर साहब । आपकी टिप्पणी से लेखन सार्थक हो गया ।</p>
<p></p> जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहिब आदाब,…tag:openbooksonline.com,2018-06-22:5170231:Comment:9356322018-06-22T12:24:53.769ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहिब आदाब,कश्मीर पर आपकी ये रचना भी प्रभावी हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब मोहम्मद आरिफ़ साहिब आदाब,कश्मीर पर आपकी ये रचना भी प्रभावी हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> हार्दिक आभार आदरणीय बृज कुमार…tag:openbooksonline.com,2018-06-22:5170231:Comment:9353872018-06-22T07:24:16.781ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p><span style="text-decoration: underline;">हार्दिक आभार आदरणीय बृज कुमार जी ।</span></p>
<p><span style="text-decoration: underline;">हार्दिक आभार आदरणीय बृज कुमार जी ।</span></p> हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण ध…tag:openbooksonline.com,2018-06-22:5170231:Comment:9355342018-06-22T07:23:25.639ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी ।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी ।</p> आदरणीय आरिफ जी बहुत ही सही चि…tag:openbooksonline.com,2018-06-22:5170231:Comment:9353802018-06-22T06:03:24.731Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>आदरणीय आरिफ जी बहुत ही सही चित्रण किया है आपने.. ये तय है पीढियां गुजर जाएँगी लेकिन कश्मीर था कश्मीर है और सदैव रहेगा..</p>
<p>आदरणीय आरिफ जी बहुत ही सही चित्रण किया है आपने.. ये तय है पीढियां गुजर जाएँगी लेकिन कश्मीर था कश्मीर है और सदैव रहेगा..</p> आ. भाई आरिफ जी, कश्मीर का दर्…tag:openbooksonline.com,2018-06-22:5170231:Comment:9353742018-06-22T00:14:04.055Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई आरिफ जी, कश्मीर का दर्द बयाँ करती और टीस जगाती रचना के लिए हार्दिक बधाई ।</p>
<p>कश्मीर पर इतना ही कहूँगा-</p>
<p>मन्सा किसकी है भला, हो सुख में कश्मीर<br/>केवल कुर्सी पर सभी, साधे हैं नित तीर।।</p>
<p>आ. भाई आरिफ जी, कश्मीर का दर्द बयाँ करती और टीस जगाती रचना के लिए हार्दिक बधाई ।</p>
<p>कश्मीर पर इतना ही कहूँगा-</p>
<p>मन्सा किसकी है भला, हो सुख में कश्मीर<br/>केवल कुर्सी पर सभी, साधे हैं नित तीर।।</p>