Comments - आपको तो दिल जलाना आ गया - Open Books Online2024-03-28T15:22:32Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A935590&xn_auth=noआ0 रक्षिता सिंह जी ग़ज़ल तक आने…tag:openbooksonline.com,2018-06-27:5170231:Comment:9365652018-06-27T13:08:00.179ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 रक्षिता सिंह जी ग़ज़ल तक आने के लिए हार्दिक आभार ।</p>
<p>आ0 रक्षिता सिंह जी ग़ज़ल तक आने के लिए हार्दिक आभार ।</p> आदरणीय नवीन जी नमस्कार
बहुत ह…tag:openbooksonline.com,2018-06-27:5170231:Comment:9364712018-06-27T08:15:48.364Zरक्षिता सिंहhttp://openbooksonline.com/profile/RakshitaSingh
<p>आदरणीय नवीन जी नमस्कार</p>
<p>बहुत ही खूबसूरत गजल, आनन्द आ गया...</p>
<p>शेर दर शेर दाद के साथ मुबारकबाद कुबूल फरमायें ..!</p>
<p>आदरणीय नवीन जी नमस्कार</p>
<p>बहुत ही खूबसूरत गजल, आनन्द आ गया...</p>
<p>शेर दर शेर दाद के साथ मुबारकबाद कुबूल फरमायें ..!</p> जनाब आशीष जी
जनाब गुमनाम जी
ज…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361862018-06-26T14:35:57.152ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>जनाब आशीष जी</p>
<p>जनाब गुमनाम जी</p>
<p>जनाब नीरज जी,</p>
<p></p>
<p> आप सब ग़ज़ल तक आये इसके लिए तहे दिल से शुक्रियः आभार ।</p>
<p>जनाब आशीष जी</p>
<p>जनाब गुमनाम जी</p>
<p>जनाब नीरज जी,</p>
<p></p>
<p> आप सब ग़ज़ल तक आये इसके लिए तहे दिल से शुक्रियः आभार ।</p> आ0 महेंद्र कुमार साहब हार्दिक…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361852018-06-26T14:33:47.441ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 महेंद्र कुमार साहब हार्दिक आभार ।</p>
<p>आ0 महेंद्र कुमार साहब हार्दिक आभार ।</p> आ0 सुशील शरण साहब विशेष आभार…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9362392018-06-26T14:32:42.350ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 सुशील शरण साहब विशेष आभार । तहे दिल से शुक्रियः ।</p>
<p>आ0 सुशील शरण साहब विशेष आभार । तहे दिल से शुक्रियः ।</p> आ0 नीलम उपाध्याय जी आप ग़ज़ल तक…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361842018-06-26T14:31:08.801ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 नीलम उपाध्याय जी आप ग़ज़ल तक आईं इसके लिए तहे दिल शुक्रियः ।</p>
<p>आ0 नीलम उपाध्याय जी आप ग़ज़ल तक आईं इसके लिए तहे दिल शुक्रियः ।</p> आ0 तेजवीर सिंह साहब हार्दिक आ…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9362382018-06-26T14:29:11.792ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 तेजवीर सिंह साहब हार्दिक आभार । आपकी मेरी ग़ज़लों पर निरंतर उपस्थिति आपके अतुलनीय स्नेह का स्पष्ट प्रमाण देती है । आपकी टिप्पणियां मुझे ऊर्जावान करती हैं । पुनः आभार ।</p>
<p>आ0 तेजवीर सिंह साहब हार्दिक आभार । आपकी मेरी ग़ज़लों पर निरंतर उपस्थिति आपके अतुलनीय स्नेह का स्पष्ट प्रमाण देती है । आपकी टिप्पणियां मुझे ऊर्जावान करती हैं । पुनः आभार ।</p> आ0 सुरेंद्र नाथ सिंह कुश क्षत…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9362372018-06-26T14:25:16.021ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 सुरेंद्र नाथ सिंह कुश क्षत्रप जी हार्दिक आभार । अधिक अशआर लिखना मेरी बुरी आदत हो सकती है लेकिन अभ्यास के तौर पर मैं इसे सकारात्मकता के साथ स्वीकार करता हूँ । सोचता हूँ कि 11 शेर लिख डालूं हो सजता है उसमें से अच्छे शेर की संख्या बढ़ जाए । </p>
<p>आ0 सुरेंद्र नाथ सिंह कुश क्षत्रप जी हार्दिक आभार । अधिक अशआर लिखना मेरी बुरी आदत हो सकती है लेकिन अभ्यास के तौर पर मैं इसे सकारात्मकता के साथ स्वीकार करता हूँ । सोचता हूँ कि 11 शेर लिख डालूं हो सजता है उसमें से अच्छे शेर की संख्या बढ़ जाए । </p> आ0 कबीर सर आपकी इस्लाह मेरे ल…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9363342018-06-26T14:20:13.903ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 कबीर सर आपकी इस्लाह मेरे लेखन के लिए अत्यंत महत्व पूर्ण होती है । आपकी कृपा ऐसे ही बनी रहे तो मुझे भी एक दिन गज़ल लिखनी आ जायेगी । सादर नमन के साथ आभार ।</p>
<p>आ0 कबीर सर आपकी इस्लाह मेरे लेखन के लिए अत्यंत महत्व पूर्ण होती है । आपकी कृपा ऐसे ही बनी रहे तो मुझे भी एक दिन गज़ल लिखनी आ जायेगी । सादर नमन के साथ आभार ।</p> आद0 नवीन मणि जी सादर अभिवादन।…tag:openbooksonline.com,2018-06-26:5170231:Comment:9361012018-06-26T11:12:22.865Zनाथ सोनांचलीhttp://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 नवीन मणि जी सादर अभिवादन। बढ़िया ग़ज़ल पर बधाई। आपकी खासियत यह है कि आप ग़ज़ल में काफी अशआर लेकर आते हैं ।</p>
<p>आद0 नवीन मणि जी सादर अभिवादन। बढ़िया ग़ज़ल पर बधाई। आपकी खासियत यह है कि आप ग़ज़ल में काफी अशआर लेकर आते हैं ।</p>