Comments - तोड़ कर आप दिल अब किधर जाएंगे - Open Books Online2024-03-29T14:28:03Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A937741&xn_auth=noआदरणीया नीलम उपाध्याय जी आपके…tag:openbooksonline.com,2018-07-02:5170231:Comment:9381492018-07-02T17:06:31.026ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आपके इस स्नेह हेतु हार्दिक आभार ।</p>
<p>आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आपके इस स्नेह हेतु हार्दिक आभार ।</p> आ0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर साहब…tag:openbooksonline.com,2018-07-02:5170231:Comment:9382322018-07-02T17:05:00.700ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर साहब हार्दिक आभार ।</p>
<p>आ0 लक्ष्मण धामी मुसाफ़िर साहब हार्दिक आभार ।</p> आदरणीय नवीन मणि जी, खूबसूरत ग…tag:openbooksonline.com,2018-07-02:5170231:Comment:9382262018-07-02T10:43:10.345ZNeelam Upadhyayahttp://openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय नवीन मणि जी, खूबसूरत गजल की पेश के लिए मुबारकबाद कुबूल करें ।</p>
<p>आदरणीय नवीन मणि जी, खूबसूरत गजल की पेश के लिए मुबारकबाद कुबूल करें ।</p> आ. भाई नवीन जी, सुंदर गजल हुय…tag:openbooksonline.com,2018-07-01:5170231:Comment:9379872018-07-01T15:34:34.522Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई नवीन जी, सुंदर गजल हुयी है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई नवीन जी, सुंदर गजल हुयी है । हार्दिक बधाई ।</p> आ0 गुमनाम पिथौरा गढ़ी साहब सा…tag:openbooksonline.com,2018-07-01:5170231:Comment:9381082018-07-01T14:22:50.939ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 गुमनाम पिथौरा गढ़ी साहब सादर आभार </p>
<p>आ0 गुमनाम पिथौरा गढ़ी साहब सादर आभार </p> आ0 सुशील सरन साहब हार्दिक आभा…tag:openbooksonline.com,2018-07-01:5170231:Comment:9381072018-07-01T14:21:42.044ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 सुशील सरन साहब हार्दिक आभार ।</p>
<p>आ0 सुशील सरन साहब हार्दिक आभार ।</p> आ0 तेजवीर सिंह साहब हार्दिक आ…tag:openbooksonline.com,2018-07-01:5170231:Comment:9379862018-07-01T14:20:39.599ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 तेजवीर सिंह साहब हार्दिक आभार ।</p>
<p>आ0 तेजवीर सिंह साहब हार्दिक आभार ।</p> आदरणीय कबीर सर आपकी पैनी नजर…tag:openbooksonline.com,2018-07-01:5170231:Comment:9378962018-07-01T14:19:12.403ZNaveen Mani Tripathihttp://openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आदरणीय कबीर सर आपकी पैनी नजर को सलाम करता हूँ । हार्दिक आभार के साथ नमन ।</p>
<p>आदरणीय कबीर सर आपकी पैनी नजर को सलाम करता हूँ । हार्दिक आभार के साथ नमन ।</p> जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदा…tag:openbooksonline.com,2018-07-01:5170231:Comment:9378032018-07-01T12:54:32.502ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है,दाद के साथ मुबारकबाद वेश करता हूँ ।</p>
<p></p>
<p>'फिर तसव्वुर मेरे चाँद पर जाएंगे'</p>
<p>इस मिसरे में 'तसव्वुर' एक वचन है, और 'मेरे' शब्द बहुवचन है,'तसव्वुर' का बहुवचन होता है "तसव्वुरात",इस मिसरे को यों कर सकते हैं:-</p>
<p>'फिर तसव्वुर में हम चाँद पर जाएंगे'</p>
<p>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है,दाद के साथ मुबारकबाद वेश करता हूँ ।</p>
<p></p>
<p>'फिर तसव्वुर मेरे चाँद पर जाएंगे'</p>
<p>इस मिसरे में 'तसव्वुर' एक वचन है, और 'मेरे' शब्द बहुवचन है,'तसव्वुर' का बहुवचन होता है "तसव्वुरात",इस मिसरे को यों कर सकते हैं:-</p>
<p>'फिर तसव्वुर में हम चाँद पर जाएंगे'</p> हार्दिक बधाई आदरणीय नवीन मणि…tag:openbooksonline.com,2018-07-01:5170231:Comment:9379842018-07-01T12:52:57.044ZTEJ VEER SINGHhttp://openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय नवीन मणि साहब जी। लाज़वाब गज़ल।</p>
<p>अब निभाने की बातें बहुत हो चुकीं ।<br/>मुझको मालूम है वो मुकर जाएंगे ।।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय नवीन मणि साहब जी। लाज़वाब गज़ल।</p>
<p>अब निभाने की बातें बहुत हो चुकीं ।<br/>मुझको मालूम है वो मुकर जाएंगे ।।</p>