Comments - 'करुणा-सन्निधि' (लघुकथा) - Open Books Online2024-03-28T08:51:39Zhttp://openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A943907&xn_auth=noमेरी इस ब्लॉग प्रविष्टि पर सम…tag:openbooksonline.com,2018-08-18:5170231:Comment:9449742018-08-18T05:17:18.771ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>मेरी इस ब्लॉग प्रविष्टि पर समय देकर हौसला अफ़ज़ाई हेतु सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीया <em><strong>बबीता गुप्ता</strong></em> साहिबा।</p>
<p>मेरी इस ब्लॉग प्रविष्टि पर समय देकर हौसला अफ़ज़ाई हेतु सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीया <em><strong>बबीता गुप्ता</strong></em> साहिबा।</p> अंतिम वाक्य बिलकुल सटीक लगा…tag:openbooksonline.com,2018-08-15:5170231:Comment:9447442018-08-15T11:14:01.969Zbabitaguptahttp://openbooksonline.com/profile/babitagupta631
<p>अंतिम वाक्य बिलकुल सटीक लगा ,राजनीति में बहुत कुछ भुनाना पड़ता हैं,बेहतरीन रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार कीजियेगा आदरणीय सरजी।</p>
<p>अंतिम वाक्य बिलकुल सटीक लगा ,राजनीति में बहुत कुछ भुनाना पड़ता हैं,बेहतरीन रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार कीजियेगा आदरणीय सरजी।</p> टिप्पणियों द्वारा अनुमोदन और…tag:openbooksonline.com,2018-08-09:5170231:Comment:9440252018-08-09T12:17:09.090ZSheikh Shahzad Usmanihttp://openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p><span>टिप्पणियों द्वारा अनुमोदन और विचार साझा करने हेतु और पुनः स्नेहिल हौसला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया मुहतरम जनाब </span><strong>मोहम्मद आरिफ़</strong><span> साहिब , मुहतरमा </span><strong>नीलम उपाध्याय</strong><span> साहिबा , मुहतरम जनाब </span><em><strong>समर कबीर</strong></em><span> साहिब और मुुुहतरमा <strong>नीता कसार</strong> साहिबा।</span></p>
<p><span>टिप्पणियों द्वारा अनुमोदन और विचार साझा करने हेतु और पुनः स्नेहिल हौसला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया मुहतरम जनाब </span><strong>मोहम्मद आरिफ़</strong><span> साहिब , मुहतरमा </span><strong>नीलम उपाध्याय</strong><span> साहिबा , मुहतरम जनाब </span><em><strong>समर कबीर</strong></em><span> साहिब और मुुुहतरमा <strong>नीता कसार</strong> साहिबा।</span></p> आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, …tag:openbooksonline.com,2018-08-09:5170231:Comment:9438572018-08-09T10:51:52.418ZNeelam Upadhyayahttp://openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, बहुत ही अच्छी रचना की प्रस्तुति के लिए बधाई स्वीकार करें। </p>
<p>आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, बहुत ही अच्छी रचना की प्रस्तुति के लिए बधाई स्वीकार करें। </p> जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदा…tag:openbooksonline.com,2018-08-09:5170231:Comment:9440232018-08-09T10:28:14.600ZSamar kabeerhttp://openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,उम्दा लघुकथा हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,उम्दा लघुकथा हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> आम चुनाव भी नज़दीक है,और अपनी…tag:openbooksonline.com,2018-08-08:5170231:Comment:9437842018-08-08T14:19:43.249ZNita Kasarhttp://openbooksonline.com/profile/NitaKasar
<p>आम चुनाव भी नज़दीक है,और अपनी अपनी राजनैतिक गोटियां भी फ़िट करनी है।बधाई कथा के लिये आद० शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी ।</p>
<p>आम चुनाव भी नज़दीक है,और अपनी अपनी राजनैतिक गोटियां भी फ़िट करनी है।बधाई कथा के लिये आद० शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी ।</p> आदरणीय तस्दीक अहमद जी आदाब,
…tag:openbooksonline.com,2018-08-08:5170231:Comment:9438202018-08-08T07:28:30.588ZMohammed Arifhttp://openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>आदरणीय तस्दीक अहमद जी आदाब,</p>
<p> आज चाहे नेता हो या अभिनेता जनता सभी के प्रति छद्म करूणा का प्रददर्शन कर रही है । बहुत ही सामयिक कथा । संवाद बहुत सशक्त । हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>आदरणीय तस्दीक अहमद जी आदाब,</p>
<p> आज चाहे नेता हो या अभिनेता जनता सभी के प्रति छद्म करूणा का प्रददर्शन कर रही है । बहुत ही सामयिक कथा । संवाद बहुत सशक्त । हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।</p>